कम नहीं हो रहा मौसम का ताप
गर्मी ने सोख लिये जिले के जलस्त्रोत, अब इंद्रदेव की ओर निहार रहीं सबकी निगाहें
बाधवभूमि न्यूज
मध्यप्रदेश
उमरिया
जिले मे गर्मी के प्रकोप ने जनजीवन को अस्त-व्यस्त कर रखा है। आलम यह है कि नौतपा बीत जाने के आठ दिन बाद भी तापमान मे कोई खास गिरावट नजर नहीं आ रही है। ऊपर से उमस ने परेशानी और भी बढा दी है। घरों मे लगे पंखे और कूलर शुरू से ही इस बार की तपिश के आगे बेअसर साबित हुए हैं। केवल एयरकंडीश्नर ही राहत दिलाने मे सक्षम है। जिसका खर्च सहना मध्यम वर्ग के लिये मुश्किल है। लिहाजा सभी को अब बारिश का बेसब्री से इंतजार है। इस बीच लंबे समय तक चली तेज गर्मी के कारण जिले के जलस्त्रोत रीतने लगे है। जो तालाबों साल भर लबालब रहते थे, उनमे पानी तलहटी को छू गया है। यही हाल कुओं, तालाबों और नदियों का है। हेण्डपंप का जलस्तर भी अत्यंत नीचे चला गया है। जिसकी वजह से इंसानो के अलावा पशुओं को काफी परेशानी का सामना करना पड रहा है। यदि जल्दी ही इंद्रदेव की कृपा नहीं हुई तो हालात और भी बिगड सकते हैं।
भोर मे भी नहीं मिल रही राहत
दिन तो दिन लोगों को भोर मे भी गर्मी से कोई राहत नहीं मिल रही। मंगलवार को जिले का अधिकतम तापमान 42 तथा न्यूनतम 31 डिग्री दर्ज किया गया। यहां तक कि अल सुबह 4 बजे तापमान 30 डिग्री था। जबकि 8 बजे 33, 10 बजे 37, 12 बजे 40 और दोपहर 02 बजे यह अपने चरम पर अर्थात 42 डिग्री पर जा पहुंचा। शाम होने के बाद भी चिपचिपाहट भरी गर्मी से छुटकारा नहीं मिल सका। 6 बजने के बाद पारा 39 पर ही टिका रहा। मौसम विभाग के अनुसार गर्मी का यही रूख आने वाले एक सप्ताह तक जारी रह सकता है। जानकारी के अनुसार आगामी 14 और 15 जून को तापमान 43 के आसपास रहेगा।
केरल से आगे बढा मानसून
इस बीच प्रदेश के लिये राहत की खबर है कि केरल मे दस्तक देने के बाद मानसून अपने तय रास्ते से पूर्वोत्तर की ओर तेजी से बढ़ रहा है। विशेषज्ञों को अनुमान है कि दक्षिण भारत, पश्चिम बंगाल, बिहार से यह मध्यप्रदेश मे प्रवेश करेगा। मानसून की दस्तक 15 से 20 जून के राज्य के दक्षिणी हिस्से-छिंदवाड़ा, पांढुर्णा, सिवनी-बालाघाट मे होगी। कहा जा रहा है कि इस बार मध्यप्रदेश मे मानसून जमकर बरसेगा। मौसम विभाग के मुताबिक जून से सितंबर तक एमपी मे 104 से 106 फीसदी तक बारिश होने का अनुमान है। जो कि सामान्य के 4 से 6 फीसदी अधिक है। गौरतलब है कि राज्य की औसत बारिश 949 मिमी है। साल 2023 मे प्रदेश मे 100 प्रतिशत बारिश हुई थी।
शहडोल मे सामान्य से कम बारिश का अनुमान
वहीं शहडोल संभाग मे इस सीजन मे 98 से 99 फीसदी बारिश होने का पूर्वानुमान है। मौसम वैज्ञानिकों ने बताया कि संभाग मे मानसून की इण्ट्री 20 से 22 जून तक इंदौर, सीहोर, विदिशा, सागर व देवास के सांथ होगी। 26 जून तक राज्य के 70 फीसदी से अधिक हिस्सों मे मानसून एक्टिव हो जाएगा।
आसमान छूने लगी हरी सब्जियां
तेज गर्मी का असर हरी सब्जियों पर साफ दिखाई दे रहा है। बीते कुछ दिनो मे इनके दाम तेजी से बढे हैं। जिले की फुटकर मंडियों मे अभी तक 20 रूपये मे बिकने वाली बरबटी सीधे 80 रूपये किलो पर जा पहुंची। वहीं भिण्डी, करेला, गिलकी और लौकी जैसी सब्जियां 20 से 40 रूपये किलो हो गई है। इसके अलावा आलू, टमाटर और प्याज मे भी तेजी देखी जा रही है। किसानो ने बताया कि भीषण धूप के कारण हरी सब्जियों की फसल को नुकसान हुआ है, जिससे उसकी पैदावार तथा आवक कम हो गई है।