औषधीय खेती और उद्यानिकी फसलों की ओर उन्मुख हों किसान

कृषि सीआरपी के प्रशिक्षण मे सीईओ जिला पंचायत इला तिवारी ने दी समझाईश
बांधवभूमि, उमरिया
मध्यप्रदेश राज्य ग्रामीण आजीविका मिशन उमारिया के अंतर्गत सामुदायिक प्रशिक्षण केंद्र डाइट मे गत 5 जनवरी से कृषि सीआरपी का तीन दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित किया गया। प्रशिक्षण का मुख्य उद्देश्य कृषि सीआरपीयो मे कृषि की वैज्ञानिक तकनीकों की समझ बनाना, जैविक खाद निर्माण, जैविक कीटनाशक दवाओं का निर्माण, पोषण वाटिका निर्माण, व्यवसायिक सब्जी उत्पादन, मिट्टी परीक्षण, श्री विधि से धान का उत्पादन, एसडब्लूआई विधि से गेहूं का उत्पादन, धारवाड़ विधि से अरहर उत्पादन, लाइन से बुवाई आदि की जानकारी प्रदान करना था। इसके अलावा उपस्थित जनो को मास्टर ट्रेनर द्वारा उन्नत उपकरण और बीज के बारे मे प्रशिक्षित किया गया। अंतिम दिवस जिला पंचायत की मुख्य कार्यपालन अधिकारी श्रीमती इला तिवारी एवं जिला परियोजना प्रबंधक प्रमोद शुक्ला द्वारा कृषि सीआरपी से प्रशिक्षण का फीडबैक लिया गया। अधिकारियों ने कृषि सीआरपी से कहा कि स्वयं और अपने ग्राम के उन्नत कृषकों के साथ कृषि के एकीकृत मॉडल को तैयार करें। जिससे अधिक से अधिक किसानों को भ्रमण करके इनके लाभ और अधिक उत्पादन के बारे में प्रेरित किया जा सके। मुख्य कार्यपालन अधिकारी ने कहा कि परंपरागत खेती की जगह औषधीय खेती और उद्यानिकी फसलों के रकबे को बढ़ाना चाहिए जिससे कृषको को अधिक लाभ मिल सके। इससे कृषि लाभ का धंधा बनेगा और कृषको की आय दोगुनी होगी। कार्यक्रम मे महेंद्र बारस्कर जिला प्रबंधक कृषि और रुही बेगम ने प्रशिक्षक की भूमिका निभाई।

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