एनआईए ने केमिस्ट की धारदार हथियार से हत्या करने वाले 6 लोगों को गिरफ्तार किया

अमरावती। महाराष्ट्र के अमरावती शहर में केमिस्ट की धारदार हथियार से वार कर हत्या कर दी गई। बताया जा रहा है कि केमिस्ट ने पैगंबर मोहम्मद पर टिप्पणी करने वाली नूपुर शर्मा के समर्थन में सोशल मीडिया पर एक पोस्ट डाला था। मामले में पुलिस ने छह आरोपियों को गिरफ्तार किया है। बता दें कि पैगंबर मोहम्मद पर विवादित टिप्पणी के बाद नूपुर शर्मा का पूरे देश में विरोध देखने को मिल रहा है। पुलिस के मुताबिक, 54 साल के केमिस्ट उमेश प्रहलादराव कोल्हे की 21 जून को हत्या कर दी गई थी। इस सिलसिले में अब तक छह लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है. यह घटना राजस्थान के उदयपुर में एक टेलर कन्हैयालाल की हत्या करने से एक हफ्ते पहले हुई थी।
वहीं केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने हत्याकांड में एनआईए जांच के आदेश दिए हैं। राष्ट्रीय जांच एजेंसी की टीम अमरावती पहुंची है। एनआईए की टीम ने महाराष्ट्र पुलिस से जानकारी जुटाई। इससे पहले उमेश की हत्या की जांच में महाराष्ट्र एटीएस की टीम जुटी थी। एटीएस सूत्रों ने बताया था कि वे इसकी जांच कर रहे हैं कि क्या इस मामले में कोई आतंकी एंगल तो नहीं है। एटीएस इस बात की भी जांच कर रही थी कि क्या उदयपुर के आरोपियों की तरह अमरावती के आरोपियों ने भी यही पैटर्न इस्तेमाल किया है।
उधर, शिवसेना के नेता दीपक केसरकर ने कहा है कि मामले में कानूनी कार्रवाई होगी, हिंदुत्व ही संस्कृति है। हम सबको साथ लेकर चलने वाले हैं। उन्होंने कहा कि ऐसा दौर चल रहा है, जिसमें टारगेट खोजा जा रहा है और बहकाने की कोशिश की जा रही है। वहीं, भाजपा के स्थानीय नेताओं ने अमरावती के शहर कोतवाली थाने को चिट्ठी सौंपी है। चिट्ठी में कहा गया है कि उमेश ने सोशल मीडिया पर नूपुर शर्मा के पक्ष में संदेश पोस्ट किया था। इसलिए बदला लेने और एक मिसाल कायम करने के लिए उसकी हत्या कर दी गई। पुलिस ने कहा कि हमें स्थानीय भाजपा नेताओं से चिट्ठी मिली है और उस एंगल से मामले की जांच की जा रही है।
अमरावती की एसपी डॉक्टर आरती सिंह ने बताया कि केमिस्ट की हत्या के सिलसिले में पांच लोगों को गिरफ्तार किया गया है। मुख्य आरोपी इरफान खान (32) की तलाश की जा रही है, जो एक एनजीओ चलाता है। उधर, सिटी कोतवाली के पुलिसकर्मी ने बताया कि उमेश अमरावती शहर में एक मेडिकल स्टोर चलाते थे। उन्होंने कथित तौर पर नूपुर शर्मा के समर्थन में उनकी टिप्पणियों के लिए कुछ व्हाट्सएप ग्रुपों पर एक पोस्ट शेयर किया था। उन्होंने गलती से पोस्ट को उस व्हाट्सएप ग्रुप में शेयर कर दिया था जिसमें कुछ मुस्लिम भी सदस्य थे, जिसमें उमेश के कस्टमर्स भी शामिल थे।
पुलिस के मुताबिक, मुख्य आरोपी इरफान खान ने उमेश की हत्या की साजिश रची और इसके लिए पांच लोगों को शामिल किया। इरफान ने अन्य पांच आरोपियों को 10-10 हजार रुपए देने और भागने के लिए एक कार देने का वादा किया था। घटना 21 जून को रात 10 बजे से 10.30 बजे के बीच हुई, जब उमेश अपनी दुकान बंद करके बाइक से घर लौट रहे थे। तभी उमेश का बेटा संकेत और पत्नी वैष्णवी दूसरी बाइक से उनके साथ चल रहे थे। पुलिस के मुताबिक, उमेश जैसे ही महिला कॉलेज के गेट के पास पहुंचे, तब बाइक सवार दो लोगों ने पीछे से आकर उमेश का रास्ता रोक दिया। एक युवक बाइक से उतरा और उमेश की गर्दन पर धारदार हथियार से वार कर मौके से फरार हो गया। खून से लथपथ उमेश सड़क पर गिर गए। इसके बाद पुत्र संकेत उमेश को अस्पताल ले गया जहां उनकी मौत हो गई। संकेत की शिकायत के आधार पर प्राथमिकी दर्ज कर छह लोगों की पहचान की गई, जिनकी पहचान मुदसिर अहमद (22), शाहरुख पठान (25), अब्दुल तौफीक (24) शोएब खान (22), अतीब राशिद (22) और एक अन्य के रूप में हुई। सभी अमरावती के रहने वाले हैं। पुलिस ने घटना में प्रयुक्त चाकू को जब्त कर लिया है और सीसीटीवी फुटेज हासिल कर लिया है जिसमें पूरी घटना कैद है।

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