रश्मि सिंह बनीं प्रथम नागरिक, अमृतलाल फिर नगर पालिका परिषद के उपाध्यक्ष
बांधवभूमि, उमरिया
जिला मुख्यालय की नगर पालिका परिषद पर एक बार फिर कांग्रेस का कब्जा हो गया है। कल हुए चुनाव मे पार्टी की प्रत्याशी श्रीमती रश्मि सिंह अध्यक्ष निर्वाचित हुई हैं, उन्हे 11 के मुकाबले 13 पार्षदों का समर्थन मिला। जबकि उपाध्यक्ष का ताज एक बार पुन: अमृतलाल यादव के सिर सजा है। जिन्हे 11 के विरूद्ध 14 वोटों के सांथ जीत हांसिल हुई। अर्से बाद मिली ऐतिहासिक विजय से कांग्रेसियों की बाछें खिल गई हैं। उल्लेखनीय है कि निकायों के निर्वाचन की घोषणा से ही उमरिया कांग्रेस एवं भाजपा दोनो ही के लिये बेहद अहम और प्रतिष्ठा का प्रश्न बन गया था। नगर के 24 वार्डो मे 6 जुलाई को चुनाव कराये गये थे। 17 जुलाई को हुई मतगणना के बाद 24 मे से 14 पर कांग्रेस, 9 पर भाजपा तथा 1 सीट पर निर्दलीय प्रत्याशी विजयी हुआ था। परिणामो आते ही यह स्पष्ट हो गया कि नगर मे सरकार कांग्रेस की ही बनेगी, परंतु उसी दिन भाजपा ने भी परिषद मे अपना अध्यक्ष बनाने की घोषणा कर दी। सम्मिलन की तारीख आते-आते भाजपा ने अपनी पूरी ताकत झोंक दी। कांग्रेस के पार्षदों को अपने पाले मे लाने के लिये हर पैंतरा आजमाया गया। सत्तापक्ष की कोशिशों के कारण उसे एक वोट ज्यादा तो मिल गया, पर इससे जीत नहीं मिल सकी। वर्ष 1919 मे गठित इस नगर पालिका हमेशा से कांग्रेस की रही। वर्ष 2012 मे अध्यक्ष पद पिछड़ा वर्ग के लिये आरक्षित होने के बाद पहली बार यहां भाजपा का अध्यक्ष बना था। कांग्रेस ने इसे भाजपा से फिर छीन लिया है।
बहू को मिला दायित्व
श्रीमती रश्मि सिंह कांग्रेस के युवा नेता त्रिभुवन प्रताप सिंह की पत्नी, पूर्व विधायक अजय सिंह तथा नरेन्द्र प्रताप सिंह की बहू हैं। उनके ससुर नरेन्द्र प्रताप सिंह 15 वर्ष तथा सास श्रीमती रूकमणि सिंह 5 वर्ष तक नगर पालिका की अध्यक्ष रह चुकी हैं। अब यह दायित्व उन्हे मिला है। वहीं नवनिर्वाचित उपाध्यक्ष अमृतलाल यादव 2007 से 12 तक इस पद पर रह चुके हैं, उन्हे दोबारा द्वितीय नागरिक बनने का मौका मिला है।
जीत ने दूर की क्रास वोटिंग की निराशा
बुधवार को सुबह कलेक्टर तथा पीठासीन अधिकारी संजीव श्रीवास्तव की अध्यक्षता मे नगर पालिका के पार्षदों का सम्मिलन शुरू हुआ। इस दौरान कांग्रेस की श्रीमती रश्मि सिंह तथा भाजपा से अर्चना ज्ञानेन्द्र सिंह ने अपना-अपना नामांकन प्रस्तुत किया। मतदान और मतगणना के बाद कांग्रेस को 14 की बजाय 13 मत हांसिल होते ही साफ हो गया कि उसके एक पार्षद ने क्रॉस वोटिंग कर दी है। हलांकि उपाध्यक्ष के चुनाव मे सभी 14 पार्षदों ने उसके पक्ष मे मतदान किया। सत्ता और भाजपा संगठन के कड़े प्रतिरोध के बावजूद मिली जीत ने क्रॉस वोटिंग की निराशा जल्दी ही दूर हो गई और जश्न शुरू हो गया।
प्रभारी भी पहुंचे
जीत की खबर मिलते ही कांग्रेस के नगर पालिका चुनाव प्रभारी चैन सिंह बरकड़े भी उमरिया पहुंचे। सामुदायिक भवन मे उन्होने अध्यक्ष, उपाध्यक्ष तथा सभी पार्षदों से मुलाकात की। इस दौरान जिला कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष राजेश शर्मा सहित वरिष्ठ पदाधिकारियों ने माल्यार्पण एवं मिष्ठान खिला कर उन्हे बधाई दी।
एकजुटता और अजय सिंह की रणनीति
नगर पालिका चुनाव मे मिली सफलता ने जिले भर के कांग्रेस कार्यकर्ताओं मे उत्साह का संचार किया है। इसका श्रेय मप्र कांग्रेस कमेटी के महामंत्री एवं पूर्व विधायक अजय सिंह को जाता है। जिन्होने नकेवल हर वार्ड के लिये अलग-अलग रणनीति बनाई बल्कि ऐसे उम्मीदवारों का चयन किया जो कठिनतम परिस्थितियों मे भी नहीं डिगे। इसके अलावा पार्टी ने एकजुटता, गंभीरता और गोपनीयता को अपना मूलमंत्र बनाया। यही कारण है कि उमरिया ही नहीं जिले के अन्य निकायों तथा त्रिस्तरीय चुनाव मे भी पार्टी का प्रदर्शन संतोषप्रद रहा।
जुलूस मे थिरके कार्यकर्ता
परिणामो की घोषणा और अध्यक्ष-उपाध्यक्ष को जीत का प्रमाण पत्र मिलने के उपरांत कांग्रेस द्वारा बेंड बाजों के सांथ भव्य जुलूस निकाला गया। जोकि सामुदायिक भवन, जयस्तंभ, गांधी चौक होते हुए संपन्न हुआ। इस दौरान कार्यकर्ताओं का उत्साह देखते ही बनता था। रास्ते भर मिठाईयां बांटी गई और जगह-जगह नवनिर्वाचित प्रतिनिधियों का स्वागत किया गया।
उमरिया मे लहराया कांग्रेस का तिरंगा
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