नदी मे उतरी संस्थायें, कलेक्टर डॉ. कृष्णदेव त्रिपाठी ने नागरिकों के सांथ किया श्रमदान
बांधवभूमि, उमरिया
उमरार नदी के पुर्नजीवन हेतु जिला प्रशासन द्वारा शुरू किए गए अभियान मे स्वयं सेवी संस्थाएं भी आगे आकर अपना योगदान दे रही हैं। सफाई मुहिम के दूसरे दिन कलेक्टर डॉ. कृष्णदेव त्रिपाठी सुबह पहुंचने वाले पहले व्यक्ति थे। उन्होंने घाट का मुआयना किया तथा उड़ान, ज्वाला सेवा, जन अभियान परिषद, अनुपमा एजुकेशन आदि संस्थाओं के पदाधिकारियों के सांथ श्रमदान किया। इस अवसर पर शिवशंकर शर्मा, श्रवण पटेल, स्वच्छता निरीक्षक नारायण दुबे, कीर्ति कुमार सोनी, राहुल अग्निहोत्री, ऋ षि रिछारिया, प्रकाश सोनी, अश्विनी वाधवा, रवि सोनी, चेतन गुप्ता, राजीव रजक, राकेश चौधरी, अभिषेक गुप्ता, कादिर मोहम्मद, बुद्धराम रहंगडाले, हरि सिंह मरावी, रंजीत कोल, हरि प्रसाद कोल, दस्सू कोल सहित बड़ी संख्या मे स्थानीय नागरिक उपस्थित थे। समय सीमा की साप्ताहिक बैठक मे कलेक्टर डॉ. केडी त्रिपाठी ने खलेसर घाट सफाई अभियान की समीक्षा की। उन्होंने कहा कि श्रमदान कार्य प्रतिदिन प्रात: 7.30 बजे से प्रारंभ होगा। इसी दौरान प्रतिदिन किये गये कार्यो की समीक्षा के सांथ आगे की रणनीति पर विचार किया जाएगा।
सफाई कार्य मे हिस्सा लेंगी संस्थाएं
उमरार सफाई अभियान मे हिस्सा लेने कई संस्थाओं ने दिलचस्पी दिखाई दी है। आज 21 फरवरी को नगर विकास परिषद ज्वालामुखी, 22 फरवरी को सिंधी समाज उमरिया तथा 23 फरवरी को शहरी आजीविका मिशन द्वारा श्रमदान कार्य करने की सहमति दी गई है। कलेक्टर ने बताया कि नेहरू युवा केंद्र के जिला समन्वयक आदित्य सिंह इस अभियान के संयोजक होगे, जिनका मोबाइल नंबर 7017332421 है। इच्छुक संस्थाएं जन अभियान परिषद के जिला समन्वयक शिव शंकर शर्मा मोबाइल नंबर 8989125511 तथा शहरी आजीविका मिशन के सिटी प्रबंधक श्रवण पटेल मोबाइल नंबर 9340597951 से संपर्क कर श्रमदान दिवस का आरक्षण पूर्व से ही करा सकती है।
मुहिम मे बढ़-चढ़ कर हिस्सा लें सभी वर्ग
कलेक्टर ने कहा कि नदियों का पुर्नजीवन एवं संरक्षण हम सबका सामूहिक कर्तव्य है। इस कार्य मे सभी से सहयोग की अपेक्षा है। उन्होने समाज के सभी वर्गो, व्यापारी, सामाजिक एवं धार्मिक संगठन, शासकीय, अशासकीय संस्थाओं, पत्रकारों, और जनप्रतिनिधियों से नदी सफाई कार्य मे बढ़-चढ़ कर हिस्सा लेकर सामाजिक दायित्व का निर्वहन करने का आहवान किया है।
नवाचारों की समीक्षा
समय सीमा की साप्ताहिक बैठक मे कलेक्टर डॉ. कृष्ण देव त्रिपाठी ने जिले मे चलाये जा रहे विशेष अभियानों की भी समीक्षा की। इसके तहत कक्षा 1 में पढऩे वाले शत प्रतिशत विद्यार्थियों के जाति प्रमाण पत्र बनाने, बैगा आहार अनुदान योजना मे समस्त बैगा मुखिया महिलाओं को एक हजार रूपये मासिक उपलब्ध कराने, फाइलेरिया, स्कूली एवं छात्रावासी छात्रों के स्वास्थ्य परीक्षण तथा अति कुपोषित बच्चों को सामान्य श्रेणी में लाने हेतु समाज के सहयोग से चलाये जाने वाले अभियान की मॉनीटरिंग के निर्देश संबंधित अधिकारियों को दिये।
कुपोषित बच्चों की रक्षा के लिये शुरू हुआ अभियान
बांधवभूमि, उमरिया
कुपोषण के कारण जीवन के संकट से जूझ रहे शिशुओं की रक्षा के लिये कलेक्टर डॉ. कृष्णदेव त्रिपाठी के मार्गदर्शन मे समुदाय आधारित संकल्प अभियान प्रारंभ किया गया है। इसका उद्देश्य कुपोषित बच्चों की पहचान कर स्थानीय समुदाय की देख रेख मे शासन द्वारा इस समस्या से मुक्ति दिलाने हेतु किए जा रहे प्रयासों की विधिवत मॉनीटरिंग करना, बच्चों के परिवारों को जागरूक कर कुपोषण के कारणों से अवगत कराना, उनके लिये दवाई एवं विशेष आहार की व्यवस्था करना तथा आवश्यकता पडऩे पर एनआरसी में भर्ती कराकर सामान्य स्थिति मे लाने का प्रयास करना है। इस अभियान को अमली जामा पहनाने हेतु जिला स्तर पर स्वास्थ्य, महिला एवं बाल विकास, जन अभियान परिषद तथा अन्य स्वयं सेवी संस्थाओं को प्रषिक्षण दिया गया। जानकारी के मुताबिक जिले मे 139 अति गंभीर कुपोषित बच्चों की पहचान की गई है । जिन्हे स्वयं सेवी संस्थाओं के साथ कलेक्टर डॉ.केडी त्रिपाठी ने स्वयं गोद लिया है। विभिन्न चरणों मे अलग-अलग गतिविधियां आयोजित कर इन अति कुपोषित बच्चों को सामान्य श्रेणी मे लाने का कार्य किया जाएगा।