उदीयमान सूर्य को अघ्र्य के सांथ संपन्न हुआ छठ महापर्व
बांधवभूमि न्यूज, तपस गुप्ता
मध्यप्रदेश, उमरिया
बिरसिंहपुर पाली। सूर्यदेव की उपासना का महापर्व छठ सोमवार उदीयमान सूर्य का अघ्र्य देने के सांथ संपन्न हो गया। इससे पूर्व तीसरे दिन रविवार को संध्या अघ्र्य दिया गया था। इस दौरान व्रत करने वाली महिलाओं ने नदियों एवं तालाबों मे पानी के अंदर जाकर डूबते सूर्य नारायण की विशेष पूजा-अर्चना की। उल्लेखनीय है कि चार दिवसीय छठ पर्व मे तीसरा दिन सबसे खास होता है। इस त्यौहार मे महिलायें संतान प्राप्ति और उनकी उन्नति के लिए कठोर तप करती हैं। हर साल कार्तिक माह के शुक्ल पक्ष की षष्ठी तिथि को छठ पर्व मनाया जाता है, लेकिन इससे दो दिन पहले यानी चतुर्थी तिथि को नहाय-खाय के साथ छठ पूजा की शुरुआत हो जाती है। मुख्य रूप से यह महापर्व बिहार मे मनाया जाता है, लेकिन देश से लेकर विदेशों तक मे इस पर्व की धूम रहती है। इस साल छठ पूजा 17 नवंबर से शुरू हुई थी। छठ पर्व पर शहर के अलावा जिले के कोयलांचल क्षेत्र नौरोजाबाद, पाली आदि स्थानो मे विशेष आयोजन होते हैं। छठ महापर्व पर महिलाएं अपने परिवार, बच्चों की लंबी उम्र के लिये प्रार्थना करती हैं। छठी माता और सूर्य देव से घर मे सुख, समृद्धि की मांग करती हैं। मान्यता है कि ऐसा करने से छठी माता व्रत करने वाली महिलाओं के परिवार और संतान को लंबी आयु और सुख समृद्धि का वरदान देती हैं।