ईधन की कीमतों, महंगाई पर लोकसभा मे हंगामा

विपक्षी सदस्यों के शोर-शराबे के बीच प्रश्नकाल बाधित, शहीदों को दी श्रद्धांजली

नई दिल्ली। लोकसभा में बुधवार को विपक्षी दलों के सदस्यों ने पेट्रोल, डीजल और घरेलू रसोई गैस (एलपीजी) की कीमतों में वृद्धि एवं बढ़ती महंगाई के मुद्दे पर भारी हंगामा किया। आज सुबह सदन की कार्यवाही शुरू होने पर लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने देश की आजादी के संग्राम में महान सेनानी भगत सिंह, राजगुरू और सुखदेख के बलिदान को याद किया और सदन ने कुछ पल मौन रखकर उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की। इसके बाद अध्यक्ष ने जैसे ही प्रश्नकाल शुरू करने का निर्देश दिया, वैसे ही कांग्रेस, तृणमूल कांग्रेस सहित कुछ अन्य विपक्षी दलों के सदस्य ईंधन की कीमतों में वृद्धि एवं महंगाई का मुद्दा उठाते हुए आसन के समीप आकर नारेबाजी करने लगे। विपक्षी सदस्यों ने अपने हाथों में तख्तियां ली हुई थीं जिन पर ईंधन की कीमतों में वृद्धि एवं महंगाई का मुद्दा उठाया गया था। लोकसभा अध्यक्ष ने हालांकि शोर-शराबे के बीच ही प्रश्नकाल चलाया। इस दौरान सदस्यों ने इस्पात, रेल, कपड़ा, पृथ्वी विज्ञान मंत्रालय से जुड़े पूरक प्रश्न पूछे और संबंधित मंत्रियों ने इनके जवाब भी दिए। इस बीच, संसदीय कार्य मंत्री प्रह्लाद जोशी ने कहा कि इन्हें (विपक्षी सदस्यों को) जनता ने इनका उचित स्थान दिखा दिया है।

ओम बिरला ने की शांत रहने की अपील
प्रश्नकाल में जनता से जुड़े मुद्दे उठाए जाते हैं और इसलिए शांति बनाए रखना चाहिए। शोर-शराबे के कारण नेशनल कॉन्फ्रेंस के हसनैन मसूदी जम्मू कश्मीर में हथकरघा उद्योग को लेकर कपड़ा मंत्रालय से संबंधित पूरक प्रश्न पूरा नहीं पूछ सके। इस पर वाणिज्य मंत्री पीयूष गोयल ने कहा कि कांग्रेस एवं उनके मित्र दलों को जम्मू कश्मीर की कोई चिंता नहीं है। इस बीच, लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने सदस्यों से शांत रहने एवं अपने स्थान पर लौटने की अपील करते हुए कहा कि आज ‘शहीद दिवस’ है और उनका आग्रह है कि सदस्य अपना दायित्व निभाएं और देशहित में काम करें। उन्होंने कहा कि प्रश्नकाल एक महत्वपूर्ण समय होता है, अपनी सीट पर जाकर बैठें, सभी को मौका दिया जायेगा।
बिरला ने कहा आप देर रात तक बैठकर चर्चा करते हैं। मैं सभी सदस्यों को पर्याप्त मौका देता हूं। मैं बुनियादी सवाल उठाने का मौका दूंगा। लेकिन सदन को सुनियोजित तरीके से स्थगित कराना, यह हमारी संसदीय परंपराओं के अनुसार नहीं है।’’ लोकसभा अध्यक्ष ने शोर-शराबा कर रहे सदस्यों से कहा कि आप जिस तरह से व्यवहार कर रहे हैं वह सदन की मर्यादा के अनुकूल नहीं है।

बच्चों के लिए फिर से मध्याह्न भोजन हो आरंभ: सोनिया गांधी

कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी ने बुधवार को लोकसभा में सरकार से आग्रह किया कि कोविड-19 के कारण लंबे समय से बंद स्कूलों के खुलने के बाद अब मध्याह्न भोजन की व्यवस्था फिर से आरंभ की जाए ताकि बच्चों को गर्म और पका हुआ पौष्टिक भोजन मिल सके। उन्होंने सदन में शून्यकाल के दौरान यह विषय उठाया। सोनिया गांधी ने कहा,  कि महामारी आरंभ होने के बाद हमारे बच्चों को सबसे ज्यादा नुकसान हुआ है। स्कूल सबसे पहले बंद हुए और सबसे आखिर में खुले। इस दौरान मध्याह्न भोजन बंद हो गया था।  उन्होंने कहा कि बच्चों के लिए सूखा राशन, पौष्टिक भोजन का कोई विकल्प नहीं है। उन्होंने कहा कि कोविड काल में इन बच्चों के परिवारों को आजीविका के संकट का सामना करना पड़ा है और अब बच्चे जैसे-जैसे स्कूलों में जा रहे हैं, उन्हें और बेहतर पोषण की आवश्यकता है।

सरकार के खिलाफ की नारेबाजी
वही राज्यसभा में नेता प्रतिपक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे, लोकसभा में कांग्रेस के नेता अधीर रंजन चौधरी और पार्टी के कई अन्य सांसद राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की प्रतिमा के सामने एकत्र हुए और सरकार के खिलाफ नारेबाजी की। कांग्रेस सांसदों ने अपने हाथों में तख्तियां भी ले रखी थीं जिन पर गैस सिलिंडर की तस्वीर थी और उसका मूल्य 1000 रुपये लिखा हुआ था। उन्होंने ‘गरीब, मजदूर, किसान को तंग करना बंद करो’ और ‘जवाब तुमको देना होगा’ के नारे भी लगाए। पेट्रोल और डीजल की कीमतों में लगातार दूसरे दिन बुधवार को 80 पैसे प्रति लीटर की बढ़ोतरी की गई। दिल्ली के ईंधन खुदरा विक्रेताओं की मूल्य अधिसूचना के अनुसार, राष्ट्रीय राजधानी में पेट्रोल की कीमत अब 97.01 रुपये प्रति लीटर होगी, जो पहले 96.21 रुपये प्रति लीटर थी। वहीं, डीजल की कीमत 87.47 रुपये प्रति लीटर से बढ़कर 88.27 रुपये हो गई है। इससे पहले, मंगलवार को घरेलू रसोई गैस के दाम में भी 50 रुपये प्रति सिलेंडर की वृद्धि की गई थी।

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