नई दिल्ली । पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने कहा कि लोगों की आजीविका की रक्षा करना व्यवसायों के लिए पर्याप्त पूंजी उपलब्ध कराना और वित्तीय क्षेत्र की स्वायत्तता सुनिश्चित करना तीन ऐसे कदम हैं, जिन्हें सरकार को तत्काल प्रभाव से तुरंत उठाना चाहिए। पूर्व पीएम और वरिष्ठ कांग्रेस नेता ने चेतावनी दी कि संक्रमण को रोकने के लिए लॉकडाउन के कारण व्यवधान एक लंबे समय तक मंदी का कारण बन जाएगा और यह प्रतिक्रिया को रणनीतिक बनाने के लिए महत्वपूर्ण था, जिसमें व्यवसायों को क्रेडिट गारंटी देने और वित्तीय मदद करने जैसे उपाय शामिल हैं। साक्षात्कार ईमेल पर किया गया था। आॢथक मंदी के बारे में बोलते हुए, उन्होंने कहा कि यह मानवीय संकट के कारण गहरे और लंबे समय तक आॢथक मंदी आई। भारत का सकल घरेलू उत्पाद जीडीपी वित्त वर्ष २०१९-२० में धीमा होकर ११ साल में सबसे कम है। महामारी ने अमेरिका और यूरोपीय देशों में दुकानों, कारखानों और रेस्तरांओं को बंद करने के बाद मंदी की अवधि का संकेत दिए थे। सिंह के हवाले से कहा गया है कि भारत दूसरे देशों का अनुसरण कर रहा है और शायद उस स्तर पर लॉकडाउन ही विकल्प था। उन्होंने कहा, लेकिन सरकार के कारण लोगों को परेशानी हुई। सिंह ने कहा कि घोषणा की अचानकता और लॉकडाउन की कठोरता विचारहीन और असंवेदनशील थी।
अर्थव्यवस्था मे सुधार के लिए कदम उठाए केंद्र: मनमोहन सिंह
Advertisements
Advertisements