38 आदिवासी परिवारों को स्कूल सहित और सरकारी भवनों में किया शिफ्ट
अनूपपुर/सोनू खान। मध्यप्रदेश के अनूपपुर जिले में जंगली हाथियों ने एक बार फिर दस्तक दी है। छत्तीसगढ़ के सरहदी क्षेत्र कोतमा रेंज के फुलवारी टोला, बिछलीटोला, छपराटोला व नवाटोला में जंगली हाथियों के मूवमेंट के बाद जंगल के समीप रहने वाले 38 से ज्यादा आदिवासी परिवारों को समीप के सरकारी भवन में ठहराया गया। इसमें स्कूल व पंचायत भवन सहित अन्य स्थान शामिल हैं। कोतमा वनपरिक्षेत्र के रेंजर केवी सिंह ने बताया कि मंगलवार सुबह जंगली हाथियों का मूवमेंट जंगल में देखा गया। आसपास के ग्रामीणों को मुनादी के माध्यम से जंगल नहीं जाने की जानकारी दी जा रही है। खेतों की तकवारी करने वाले किसानों को भी जंगल के आसपास नहीं जाने की बात कही गई है। बहुत जरूरी होने में खेत जाने पर पूरी सतर्कता बरतने की समझाइश दी जा रही है। उन्होंने बताया कि 38 बैगा व आदिवासी परिवारों को फुलवारी टोला में पंचायत भवन सहित अन्य सुरक्षित स्थानों पर रुकने की व्यवस्था की गई है।
छत्तीसगढ़ के भौता बीट से पहुंचे हाथी
वन विभाग के अनुसार छत्तीसगढ़ के भौता बीट से जंगली हाथियों का दल मध्यप्रदेश के टांकी और आसपास क्षेत्र पहुंचा है। उल्लेखनीय है कि छत्तीसगढ़ में हाथी अंबिकापुर से मरवाही होते हुए अचानकमार से राजनांदगांव तक विचरण करते हैं। इसी दौरान हाथियों का दल मध्यप्रदेश में प्रवेश करता है। खास बात यह है कि पूर्व में हाथियों के अचानक मूवमेंट से कई ग्रामीणों की जान तक जा चुकी है।
वन विभाग ने की पूरी रात गश्ती
हाथियों के मूवमेंट पर नजर बनाए रखने के लिए वन विभाग ने सोमवार को पूरी रात गश्ती की। मंगलवार सुबह भी टीम के सदस्य हाथियों पर नजर बनाए हुए हैं। कोतमा रेंजर के अनुसार कोशिश है कि हाथी वापस चले जाएं, तब तक मूवमेंट हैं तब सतर्कता बरती जा रही है।