अनारकली ने दिया सातवें बच्चे को जन्म
साठ वर्ष की आयु मे किया प्रसव, बांधवगढ राष्ट्रीय उद्यान मे 13 हुई हाथियों की संख्या
बंधवभूमि, रामाभिलाष
मध्यप्रदेश
उमरिया
मानपुर। बांधवगढ राष्ट्रीय उद्यान की मशहूर मादा हांथी अनारकली ने बुधवार को एक और बच्चे को जन्म दिया है। नवजात शिशु और उसकी माता पूरी तरह स्वस्थ्य है। नये मेहमान के आगमन से पार्क प्रबंधन और अमले मे खुशी की लहर है। लगभग 60 साल उम्र की अनारकली का नेशनल पार्क मे हाथियों की वंशवृद्धि मे विशेष योगदान है। वर्ष 2006-07 से पार्क मे हाथियों की देखभाल कर रहे कर्मचारियों के मुताबिक इस हथिनी ने उनके देखते ही देखते सात बार प्रसव किया है। उन्होने बताया कि बुधवार को पैदा हुए नर हांथी के पूर्व अनारकली ने एरावत, सूर्या, गणेश, लक्ष्मी, गायत्री और ईरा को जन्म दिया है। इनमे से एरावत, लक्ष्मी के अलावा यहां से संजय टाईगर भेजी गई ईरा की मृत्यु हो चुकी है, जबकि शेष संताने अभी भी जीवित है। कर्मचारियों का अनुमान है कि अनारकली के इससे अधिक बच्चों को जन्म दिया है। उल्लेखनीय है कि आमतौर पर मादा हाथी की गर्भधारण क्षमता 50 वर्ष तक ही होती है, परंतु अनारकली ने 60 वर्ष की आयु मे एक और बच्चे को जन्म देकर रिकार्ड बना दिया है।
पिता गौतम कर रहा सुरक्षा
बताया जाता है कि नवजात बच्चा बांधवगढ के सबसे बुजुर्ग हाथी गौतम का है, जो अब उसकी सुरक्षा मे तैनात है। उल्लेखनीय है कि अनारकली ने कल सुबह करीब 6 बजे नेशनल पार्क के आमानाला कैम्प मे प्रसव किया था। इससे पहले ही वन्यजीव चिकित्सकों का दल मौके पर पहुंच गया था। बच्चे के जन्म की प्रक्रिया के बाद उनके द्वारा मादा एवं शिशु के स्वास्थ्य की जांच की गई। हथिनी अनारकली द्वारा बच्चें को जन्म देने के बाद प्रबंधन ने आमानाला कैंप की सुरक्षा बढ़ा दी है। गौतम हाथी के अलावा कई महावत, बीट गार्ड और कर्मचारी कैंप की निगरानी मे जुटे हुए हैं। उक्ताशय की जानकारी देते हुए बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व के उप संचालक पीके वर्मा ने बताया कि प्रसूता हथिनी को उच्च गुणवत्ता का राशन दिया जाएगा। सांथ ही डॉक्टरों की टीम भी हाथी और उसके बच्चे की देखरेख कर रही है।
तेरह साल की उम्र मे आई थी हथिनी
बताया गया है कि वर्ष 1978-79 मे अनारकली को महज तेरह साल की उम्र मे बिहार के सोनपुर मेले से लाया गया था। उसकी देखरेख की जिम्मेदारी संभाल रहे कर्मियों के अनुसार अनारकली का स्वभाव बेहद सहज है। वह बांधवगढ के मादा हथियों मे सबसे शांत और गंभीर है। नये बच्चे को मिला कर बांधवगढ नेशनल पार्क मे हाथियों की संख्या अब 13 हो गई है। इनमे 9 नर तथा 4 मादा हैं। पार्क का सबसे उम्र दराज हांथी गौतम 82 है। इसके अलावा सुंदरगज, रामा, श्याम, सूर्या, गणेश, अष्टम और लक्ष्मण नर हैं। वहीं मादा हाथियों मे अनारकली, गायत्री, बांधवी तथा पूनम शामिल है।
दुनिया का सबसे बडा स्तनधारी
दरअसल हाथी दुनिया मे सबसे बड़े भूमि स्तनधारी हैं, इनके गर्भ का समय 18 से 22 महीने तक होता है। हाथी के बच्चे अपने शारीरिक आकार के कारण गर्भ मे धीरे-धीरे विकसित होते हैं। उन्हे अत्यंत बुद्धिमान जीव भी माना गया है। इसका मुख्य कारण उनका प्रभावशाली मस्तिष्क है, जो किसी भी भूमि जानवर की तुलना मे सबसे बड़ा है। इसकी संरचना मानव मस्तिष्क के समान है। हाथी की स्मरण शक्ति बेजोड है, वह कभी नहीं भूलता। उनका टेम्पोरल लोब क्षेत्र(स्मृति के लिए जिम्मेदार क्षेत्र) असाधारण रूप से विकसित होता है, जिसकी मदद से वह अधिक जानकारी संग्रहित कर सकता है। जानकारों के अनुसार हांथी की बुद्धिमत्ता का स्तर डॉल्फिन मछली और चिंपांजी के बराबर है। वे समस्या-समाधान मे माहिर है। भोजन तक पहुंचने के लिए वे ब्लॉकों का ढेर लगाने से लेकर शाखाओं और चट्टानों का उपयोग उपकरण के रूप मे उपयोग करते हैं।