बस के अभाव मे स्कूल नहीं जा पा रहे केन्द्रीय विद्यालय नौरोजाबाद के छात्र
बांधवभूमि, उमरिया
नये शिक्षा सत्र को शुरू हुए लगभग 20 दिन बीत चुके हैं, परंतु बस उपलब्ध न होने से केन्द्रीय विद्यालय नौरोजाबाद मे शिक्षारत सैकड़ों छात्र स्कूल नहीं जा पा रहे हैं। बताया जाता है कि एसईसीएल मैनेजमेंट अभी तक छात्रों को स्कूल पहुंचाने वाली बसों की व्यवस्था नहीं कर पाया है, जिसके चलते यह स्थिति निर्मित हुई है। इस संबंध मे प्रबंधन मामला निविदा प्रक्रिया मे फंसे होने की बात कह रहा है, जिसमे करीब 15 दिन और लग जायेंगे। मतलब यह कि बच्चे करीब एक महीने तक विद्यालय नहीं जा पायेंगे। उल्लेखनीय है कि सेन्ट्रल स्कूल मे सीबीएससी सिलेबस की पढ़ाई होती है, जो वैसे भी कठिन माना जाता है। यदि छात्रों की पढ़ाई एक या डेढ़ महीने पिछड़ गई तो इसका खामियाजा उन्हे परीक्षा मे भुगतना पड़ सकता है।
दो साल तक प्रभावित रही पढ़ाई
बीते दो वर्षो से कोरोना के प्रकोप का सबसे ज्यादा असर बच्चों की पढ़ाई पर पड़ा है। महामारी के कारण स्कूल पूरी तरह से बंद रहे, जिससे छात्रों को एक तरह से जनरल प्रमोशन या औपचारिक परीक्षा पद्धति से पास कर दिया गया है। ऐसे मे भले ही उनका समय खराब न हुआ हो पर शिक्षा मे कमजोरी तो आ ही गई है। अभिभावकों की चिंता अब तीसरे वर्ष को लेकर है, यह स्थिति प्रबंधन की घोर लापरवाही के कारण आई है। यदि समय रहते निविदा की प्रक्रिया पूर्ण कर दी गई होती तो यह समस्या सामने न आती।
एसईसीएल की हठधर्मिता
जानकारों की माने तो एसईसीएल प्रबंधन अभी भी सामान्य गति से निविदा की प्रक्रिया कर रहा है। जिसमे काफी समय लग सकता है। यूनियन के पदाधिकारियों ने भी इस विषय मे प्रबंधन से चर्चा की है, पर इस मसले का हल जल्दी निकलता दिखाई नहीं देता। कम्पनी के अधिकारियों की हठधर्मिता से श्रमिक नेता काफी खफा हैं, उनका मानना है कि जो कम्पनी कभी वेलफेयर के लिये मशहूर थी, वह अपने श्रमिकों तथा अन्य नागरिकों के बच्चों के प्रति इतनी असंवेदनशील कैसे हो सकती है। बताया गया है कि अभी केवल पाली और विध्या को छोड़ कर सभी बसें बंद पड़ी हैं। जिससे बड़ी संख्या मे बच्चों की पढ़ाई चौपट हो रही है।
फिर से बुलाये टेण्डर
स्कूल बसों के संचालन हेतु कम्पनी द्वारा प्रक्रिया शुरू की गई थी। ऐसे जानकारी मिली है कि तकनीकी त्रुटि के कारण उसे निरस्त करना पड़ा है। इसके लिये पुन: निविदायें आमंत्रित की गई हैं। यह सारी औपचारिकता क्षेत्रीय मुख्यालय के अधिकारियों द्वारा की जाती है। मैने भी इस संबंध मे उनसे चर्चा की है। उम्मीद है कि जल्दी ही बस ऑपरेटर को आदेश जारी कर दिया जायेगा।
दिनेश शर्मा
उप क्षेत्रीय प्रबंधक
उमरिया सब एरिया
उजागर हुई लापरवाही
पुराना सत्र समाप्त हुए 3 मांह बीत चुके हैं। यदि समय रहते टेण्डर की कार्यवाही की जाती तो बच्चों को यह दिन देखना न पड़ता। आज जब सत्र शुरू हुए 20 दिन बीत गये हैं, तब बसों के लिये निविदायें बुलाई जा रही हैं। इससे ज्यादा लापरवाही और क्या हो सकती है। इस संबंध मे प्रबंधन से लगातार चर्चा की जा रही है।
यूएस तिवारी
क्षेत्रीय अध्यक्ष इण्टक