मंडला मे दो दिवसीय कार्यक्रम का शुभारंभ, जनजातीय मंत्री सुश्री मीना सिंह, केंद्रीय मंत्री अर्जुन मुंडा एवं फग्गन सिंह कुलस्ते सहित अन्य मंत्रियों ने की शिरकत
बांधवभूमि, मंडला
आज जनजाति संस्कृति के प्रति आत्मीयता, मातृभूमि का गौरव गान करने के पर्व आदि उत्सव मे आकर मुझे आत्मीय खुशी हुई है। दीक्षांत समारोह मे ज्यादा से ज्यादा बेटियों को डिग्रियां लेते हुए देखता हूं तो ह्रदय से प्रसन्नता होती है। इसलिए आदिवासी समाज की बेटियों को आगे बढ़ना है, और हम सब को यहां से बेटियों को पढ़ाने का संकल्प लेकर जाना है। उक्त आशय के उद्गार प्रदेश के राज्यपाल महामहिम श्री मंगूभाई पटैल ने गत दिवस मंडला के रामनगर मे आयोजित आदि उत्सव के शुभारंभ अवसर पर व्यक्त किये। कार्यक्रम मे प्रदेश की जनजाति कल्याण मंत्री मीना सिंह, केंद्रीय जनजाति मंत्री अर्जुन मुंडा, केन्द्रीय मंत्री फग्गन सिंह कुलस्ते, खाद्य नागरिक आपूर्ति मंत्री बिसाहू लाल सिंह, पशुपालन मंत्री प्रेम सिंह पटेल, राज्यसभा सांसद संपतिया उइके, मंडला विधायक देव सिंह सैयाम सहित अन्य जनप्रतिनिधि उपस्थित थे।
बताई सरकार की योजनायें
राज्यपाल ने कहा सिकलसेल जैसी गंभीर बीमारी से बचने और उससे होने वाली कठनाइयों को गंभीरता से समझने की आवश्यकता है। उन्होंने फग्गन सिंह कुलस्ते एवं अर्जुन मुंडा की निरंतर जनजाति समाज के हित मे कार्य करने के लिये सराहना की, और कहा कि ईश्वर उन्हें इतनी शक्ति दे ताकि देश का वनवासी समाज अन्य समाज की तरह आगे बढ़ता रहे। इस मौके पर उन्होंने मप्र एवं केंद्र सरकार द्वारा जनजाति समाज के हित मे लिए गए निर्णय और कार्यों का उल्लेख किया।
कुलस्ते दिया स्वागत उद्बोधन
स्वागत उद्बोधन में केंद्रीय मंत्री फग्गन सिंह कुलस्ते ने आदि उत्सव में उपस्थित हुए सभी अतिथियों सहित देश भर से आए देश की आजादी के लिए संघर्ष करने वाले आदिवासी राजा महाराजा, राजपरिवार के वंशजों का स्वागत करते हुए कहा आदि उत्सव भारत के जनजाति समाज की संस्कृति, प्राचीन इतिहास, बोली, भाषा, जीवन शैली को एक छत के नीचे एकत्र होकर परिचय का पर्व है। उन्होंने कहा 2015 से शुरू हुआ यह आदि उत्सव न केवल प्रदेश बल्कि देश भर में जनजाति समाज के अस्मिता की पहचान बन गई है। श्री कुलस्ते ने प्रधानमंत्री मोदी एवं मुख्यमंत्री चौहान का आभार करते हुए कहा कि वे देश के जनजाति समाज के विकास और उत्थान के सांथ जनजाति संस्कृति, प्राचीन इतिहास को संरक्षित और विकसित करने निरन्तर प्रयास कर रहे हैं।
बुनियादी जरूरतों को पूरा करने की मुहिम
केंद्रीय मंत्री अर्जुन मुंडा ने कहा कि आदिवासी समाज की बुनियादी आवश्यकताओं को पूरा करने के लिए केंद्र सरकार कृत संकल्प भाव के साथ कार्य कर रही है। जन जंगल और जमीन पहाड़ नदी वन्य जीव सहित संस्कृति बोली भाषा विरासत को संरक्षित करने का पर्व है आदि उत्सव। हमें एकजुट रहकर समाज में वैमनस्यता फैलाने वालों का प्रयास को सफल नहीं होने देना है।इस अवसर पर राज्यपाल मंगु भाई पटैल ने आदि उत्सव स्मारिका का विमोचन किया। आभार राज्यसभा सांसद सम्पतिया उइके ने व्यक्त किया।
अदि उत्सव से अभिभूत हुए महामहिम
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