चंदिया मे आंदोलन उग्र होने के संकेत, 20 को पटरी पर उतरेंगे नागरिक
बांधवभूमि, झल्लू तिवारी
चंदिया। रेलवे की अनसुनी और मनमानी से रूष्ट चंदिया वासियों ने अंतत: रेल रोकने का फैंसला ले लिया है। बीते 5 सितंबर से जारी अनशन के बावजूद रेल प्रशासन द्वारा ट्रेनो के स्टापेज के संबंध मे कोई ठोस कार्यवाही न करने के बाद संघर्ष समिति ने शनिवार को यह अल्टीमेटम जारी कर दिया। इस घोषणा के बाद नगर के रेल रोको आंदोलन के उग्र होने का खतरा पैदा हो गया है। समिति के पदाधिकारियों ने स्थानीय टाउन हाल मे आयोजित बैठक के बाद जानकारी देते हुए कहा कि चंदियों मे ट्रेनो का स्टापेज अब सभी के लिये अस्मिता और सम्मान का प्रश्न बन गया है। वे कोरोना के पूर्व रूक रही ट्रेनो के ठहराव को यथावत करने के अतिरिक्त रेल प्रशासन से कोई नई मांग नहीं कर रहे, इसके बावजूद प्रबंधन कोई पहल नहीं कर रहा। रेलवे की उपेक्षा और अन्यायपूर्ण नीति ने नागरिकों को ऐसा कदम उठाने पर मजबूर किया है। समिति के सदस्यों ने बताया कि नगर के स्टेशन से गुजरने वाली गाडिय़ों को रोकने के आंदोलन मे क्षेत्र के हजारों लोग शामिल होंगे।
घर-घर होगा संपर्क
समिति की बैठक मे पदाधिकारियों ने आंदोलन को वृहद बनाने पर जोर दिया। इसके लिये शहरी और ग्रामीण अंचलों के लिये अलग-अलग सेक्टर बनाये गये हैं। बैठक मे आंदोलन के प्रचार प्रसार की जिम्मेदारी भी तय की गई। बताया गया है कि नगर के 15 वार्डो मे कल से ही बैठकों का दौर शुरू हो जायेगा। इसके अलावा कार्यकर्ता घर-घर जा कर एक रोटी-ट्रेन रोकी का आहवान करेंगे।
ये रहे उपस्थित
बैठक मे संघर्ष समिति के अध्यक्ष मिथलेश मिश्रा, आशुतोष अग्रवाल, चंद्रप्रकाश द्विवेदी, अरविन्द चतुर्वेदी, रामनारायण प्यासी, विनोद शुक्ला, मुकेश तिवारी, राजेन्द्र तिवारी, उदय प्रताप सिंह, सुनील गुप्ता, अयूब खान, मनोज द्विवेदी (मानू) मुख्तियार खान, गिरीश श्रीवास्त, बलभद्र मिश्रा, विजय द्विवेदी, रामप्रताप मिश्रा, सौरभ मिश्रा, चंदन सिंह, राजा अग्रवाल, राघव अग्रवाल, वंश स्वरुप शर्मा, कादिर अली, प्रवेश अग्रवाल, पंडा अग्रवाल, अजय शुक्ला, लालू वर्मा, असफाक खान, समर बहादुर सिंह, अखिल अग्रवाल, शिवकरण साहू, भूपेंद्र द्विवेदी, कम्मू सिंह, स्वप्निल चतुर्वेदी, राकेश शर्मा, पंकज अग्रवाल, रविकांत तिवारी, बाल्मीक चतुर्वेदी, चंदन अग्रवाल, नीलेश राज द्विवेदी सहित बड़ी संख्या मे गणमान्य नागरिक उपस्थित थे।
अंतत: लिया रेल रोकने का फैंसला
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