रात 1 बजे इदलिब प्रांत में उतरे हेलिकॉप्टर्स
उत्तरी इदलिब प्रांत के नागरिकों ने बताया कि उन्होंने रात करीब 1 बजे हेलिकॉप्टर्स की आवाज सुनी और इसके बाद गोलीबारी की आवाजें आनी लगीं। अमेरिकी कमांडोज आधी रात के बाद हेलिकॉप्टर के जरिए सीरिया के अतमेह में उतरे। यह गांव तुर्की की सीमा से लगता है। यहां उन्होंने एक घर को घेरा और हमला कर दिया।
लंबी चली मुठभेड़
न्यूयॉर्क टाइम्स की खबर के मुताबिक, सीरियन ऑब्जर्वेटरी फॉर ह्यूमन राइट्स और सीरिया की सोशल मीडिया रिपोर्ट्स की एनालिसिस करने वाले अमेरिकी एनालिस्ट्स ने बताया कि लाउडस्पीकरों पर महिलाओं और बच्चों से घरों को खाली करने को कहा गया। इसके लगभग दो घंटे बाद अमेरिकी कमांडोज ने मिशन लॉन्च कर दिया। सेना ने घर पर ग्रेनेड दागे, जिसके बाद घर में मौजूद आतंकियों की तरफ से जवाबी कार्रवाई की गई। दोनों तरफ से लंबी मुठभेड़ चली।ऑपरेशन के दौरान एक अमेरिकी हेलिकॉप्टर में तकनीकी खराबी आ गई, जिसके चलते उसे मजबूरन लैंड कराया गया। बाद में अमेरिकी अटैक एयरक्राफ्ट ने उसे नष्ट कर दिया। रात में ही अमेरिकी कमांडों और बाकी हेलिकॉप्टर्स वहां से उड़ गए।
पेंटागन ने बताया कि किसी अमेरिकी की जान नहीं गई
बुधवार-गुरुवार की दरम्यानी रात को पेंटागन के प्रवक्ता जॉन एफ किर्बी ने एक बयान जारी करते हुए कहा- ‘US सेंट्रल कमांड के तहत आने वाली US स्पेशल ऑपरेशंस फोर्सेज ने इस शाम को उत्तर पश्चिमी सीरिया में एक आतंक विरोधी ऑपरेशन को अंजाम दिया। यह मिशन सफल रहा है। इसमें किसी अमेरिकी की जान नहीं गई। ऑपरेशन की अधिक जानकारी मिलते ही जारी की जाएगी।’
सोशल मीडिया के पोस्ट में दिख रही हैं लाशें
हालांकि सोशल मीडिया पर मौजूद पोस्ट कुछ और ही कहानी बयां कर रहे हैं। न्यूयॉर्क टाइम्स के मुताबिक, वॉशिंगटन स्थित मिडिल ईस्ट इंस्टीट्यूट के सीरिया एंड काउंटरिंग टेररिज्म एंड एक्सट्रिमिज्म प्रोग्राम के डायरेक्टर चार्ल्स लिस्टर ने इन वीडियोज को देखकर बताया कि इनमें दिख रहा है कि अमेरिका की तरफ से निशाना बनाए गए घर के मलबे में से आदमियों, महिलाओं और बच्चों के 9 शव बाहर निकाले जा रहे हैं। मौके पर मौजूद लोगों ने कहा कि अमेरिकी हमले के कारण घर को नुकसान पहुंचा, जबकि अमेरिकी सेना के सीनियर अधिकारी ने बताया कि घर में एक धमाका हुआ था, जो अमेरिकी गोलाबारी के कारण नहीं हुआ था।
अमेरिकी सेना के निशाने पर अल-कायदा का लीडर होने की आशंका
चार्ल्स लिस्टर ने कहा कि मुठभेड़ जितनी बड़ी थी और जितने समय चली उसे देखकर माना जा सकता है कि अमेरिका का निशाना अल कायदा का कोई बड़ा नेता था। उन्होंने कहा कि और क्या कारण हो सकता है कि अमेरिका ने एयरस्ट्राइक करने के बजाय कमांडोज को भेजा। हालांकि अमेरिकी सैन्य अधिकारियों ने अपने टारगेट के बारे में जानकारी देने से मना कर दिया कि वह कोई स्थानीय अल कायदा लीडर था या फिर संगठन का शीर्ष नेता अयमान-अल-जवाहिरी था, जिसके अफगानिस्तान और पाकिस्तान के बीच सीमावर्ती इलाके में छिपे होने की आशंका है।
इस प्रांत में होती रहती हैं अमेरिकी एयरस्ट्राइक
दिसंबर की शुरुआत में अमेरिकी MQ-9 Reaper ड्रोन ने इदलिब प्रांत में अल-कायदा के सीनियर लीडर के मौजूद होने की आशंका में स्ट्राइक की, लेकिन अटैक की शुरुआती एनालिसिस में पता चला कि ड्रोन मिसाइल ने अल-कायदा लीडर के साथ एक सीरियाई परिवार पर भी हमला किया गया था। इसमें आतंकी की मौत हो गई, जबकि सीरियाई परिवार घायल हुआ।