मोदी ने कहा- एक भारत-श्रेष्ठ भारत की भावना देश के हर कोने में मजबूत और प्रकट हो रही है। आपने देखा होगा कि मिजोरम की 4 साल की बालिका ने वंदेमातरम गाया, तो सुनने वाला गर्व से भर गया। केरल की बच्ची कठिन परिश्रम से हिमाचली गीत गाती है, तो राष्ट्र की ताकत महसूस होती है। तेलुगु बोलने वाली बिटिया अपने स्कूल प्रोजेक्ट में हरियाणवी खान-पान की बात कहती है। इससे हमें अपनी ताकत पता चलती है।
उन्होंने कहा कि एक भारत-श्रेष्ठ भारत एक पोर्टल है और आप डिजिटल जनरेशन वाले वहां जरूर जाइएगा। वहां व्यंजन विधियों वाला सेक्शन है, वहां एक हजार से ज्यादा लोगों ने अपने व्यंजन साझा किए हैं। अपने परिवार में कहिएगा कि मां आज ये पकाओ, आपको आनंद आएगा।
कोरोनाकाल में डिजिटल माध्यम का प्रसार हुआ
उन्होंने कहा कि कोरोनाकाल में स्कूल-कॉलेज बंद होने पर भी देश के युवाओं ने डिजिटल माध्यम से वेबिनार किए हैं। इनमें म्यूजिक, शैलियों, खान-पान पर चर्चाएं हुई हैं। सरकार की कोशिश है कि हर क्षेत्र की भाषाओं, कला, खान-पान का पूरे देश में प्रचार-प्रसार हो।
वोकल फॉर लोकल का जिक्र
मोदी ने आगे कहा- देश में बहुत बोला जाता है, सबको सुनाई देता है- वोकल फॉर लोकल। जो अपने घर के आसपास की चीजें है, स्थानीय चीजें हैं, उनका मान, प्रोत्साहन ही वोकल फॉर लोकल है। ये भावना तब और मजबूत होती है, जब इसे एक भारत श्रेष्ठ भारत की भावना से शक्ति मिलेगी।
26 जनवरी के लिए शुभकामनाएं दीं
मोदी ने NCC कैडेट्स के बीच कहा कि मैं आपको 26 जनवरी को बेहतरीन प्रदर्शन के लिए बहुत शुभकामनाएं देता हूं। आपसे आग्रह है कि दिल्ली में ठंड तेज है। साउथ से आए लोगों को और भी परेशानी होगी। आप कई दिन से यहां हैं और आपमें से कई लोग इसके आदी नहीं हैं। मैं यही कहूंगा कि आप अपनी सेहत का ध्यान जरूर रखिएगा।
भारत को मजबूत बनाने के लिए प्रयास करते रहना चाहिए
उन्होंने कहा कि इस साल हमारा देश अपनी आजादी के 75वें साल में प्रवेश कर रहा है। इस साल गुरु तेगबहादुरजी का 400वां प्रकाशवर्ष भी है और इसी साल नेताजी सुभाष चंद्र बोस की 125वीं जयंती भी मनाई जा रही है। देश ने तय किया है कि नेताजी के जन्मदिवस को हम पराक्रम दिवस के तौर पर मनाएंगे। कल (23 जनवरी) पराक्रम दिवस पर मैं उनकी कर्मभूमि कोलकाता में ही था। ये सब कुछ हम सभी के लिए बहुत बड़ी प्रेरणा है।उन्होंने कहा कि हमें देश की आजादी के लिए सर्वस्व न्योछावर करने का अवसर नहीं मिला, लेकिन हमें देश ने अपना सर्वश्रेष्ठ अर्पित करने का अवसर जरूर दिया है। उन्होंने कहा कि हम जो भी देश के लिए अच्छा कर सकते हैं, भारत को मजबूत बनाने के लिए कर सकते हैं। वह हमें करते ही रहना चाहिए।