MP में ट्रेन पलटाने की बड़ी साजिश

पटरी पर 300 एमएम लोहे का टुकड़ा रखा, रफ्तार धीमी होने से बची इटारसी-छिवकी एक्सप्रेस, एक बोगी पटरी से उतरी

जबलपुर। मध्य प्रदेश के नरसिंहपुर जिले में ट्रेन को पलटाने की बड़ी साजिश रची गई थी। पटरी पर 300 एमएम का लोहे का एक टुकड़ा रखकर ट्रेन काे दुर्घटनाग्रस्त करने की तैयारी थी। लेकिन रफ्तार कम होने की वजह से इटारसी-छिवकी एक्सप्रेस बच गई। सिर्फ एक बोगी पटरी से उतर गई। घटना जबलपुर-इटारसी रेलखंड पर नरिसंहपुर के बोहानी रेलवे स्टेशन के पास की है। पश्चिम मध्य रेलवे (पमरे) जीएम ने इस मामले की उच्चस्तरीय जांच के निर्देश दिए हैं। RPF ने भी अलग से टीम गठित की है। घटना स्थल और रेल पटरी के आसपास रहने वाले संदिग्धों से पूछताछ की जा रही है। इटारसी से छिवकी (प्रयागराज) को जा रही स्पेशल एक्सप्रेस 01117 बुधवार रात नरसिंहपुर जिले के बोहानी रेलवे स्टेशन के आउटर पर हादसे का शिकार हो गई थी। ट्रेन की इंजन से तीसरी बोगी के चार पहिए पटरी से उतर गए थे। गति धीमी होने और ड्राइवर की सूझबूझ से कोई अनहोनी तो नहीं हुई। लेकिन पटरी पर लोहे का टुकड़ा मिलने के बाद साजिश की पुष्टि ने रेलवे प्रशासन को सकते में ला दिया है। इंजीनियरिंग विभाग की बड़ी चूक को भी उजागर कर दिया है। स्टेशन के आउटर के पास की पटरियों के रख-रखाव को लेकर इस तरह की लापरवाही साफ संकेत है कि पटरियों की लगातार जांच नहीं की जाती है। RPF की गश्ती टीम पर भी सवाल खड़े हाे रहे हैं।

रफ्तार धीमी होने से टल गया था बड़ा हादसा
बोहानी रेलवे स्टेशन के पास ये हादसा होम सिग्नल से लूप लाइन की ओर मुड़ने के दौरान प्वाइंट 102 पर हुआ था। स्टेशन के आउटर पर होने की वजह से ट्रेन की रफ्तार काफी कम थी। जैसे ही पहिए पटरी से उतरे और आवाज आई। ड्राइवर ने इमरजेंसी ब्रेक लगाकर ट्रेन को रोक दिया था। सिर्फ एक डिब्बा ही पटरी से उतर पाया और ट्रेन पलटने से बच गई। जांच हुई तो हादसे वाले स्थान के पास 300 एमएम का लोहे का टुकड़ा मिला।

रात में ही हो गया था यातायात बहाल
हादसे की सूचना के बाद मौके पर डीआरएम संजय विश्वास खुद दुर्घटना राहत यान के साथ मौके पर पहुंचे थे। डेढ़ घंटे की कवायद के बाद क्रेन की मदद से कोच को पटरी पर चढ़ा दिया गया था। जबलपुर व इटारसी की और कुछ ट्रेनों को रोक कर रात एक बजे ही यातायात बहाल हो गया था। वहां मिले लोहे का टुकड़े ने रेलवे अधिकारियों को सकते में ला दिया है। इस मामले में आरपीएफ ने आसपास छानबीन शुरू कर दी है। आशंका जताई जा रही है कि शरारती तत्वों ने ट्रेन को गिराने की साजिश रची थी।

उच्च स्तरीय जांच के निर्देश, जिम्मेदारों पर गिरेगी गाज
पमरे जीएम शैलेन्द्र कुमार सिंह ने गुरुवार को उच्च स्तरीय जांच के निर्देश जारी किए है। बुधवार रात 8.30 बजे बोहानी स्टेशन के पास हुए हादसे की असल वजह क्या थी। लोहे का टुकड़ा वहां कैसे पहुंचा। इंजीनियरिंग विभाग पटरियों की देखरेख में कैसे चूक कर गया। आरपीएफ की गश्ती दल को क्यों नहीं पता चला। वहीं RPF ने भी इस मामले को गंभीरता से लिया है। लोहे का टुकड़ा 300 एमएम का है। आशंका है कि शरारती तत्वों ने ट्रेन पलटाने के लिए ऐसा किया है।

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