मालवा-निमाड़ और बुंदेलखंड के कई इलाकों मे तेज बारिश के सांथ गिरे ओले
भोपाल। मध्यप्रदेश में लगातार दूसरे दिन बेमौसम बारिश का दौरा जारी है। शुक्रवार को प्रदेश के मालवा-निमाड़ और बुंदेलखंड के कई इलाकों में तेज बारिश और ओले गिरे। इससे फसलों को भारी नुकसान हुआ है। ग्वालियर के घाटीगांव, आरोन पाटई में भी ओले गिरे हैं। नर्मदापुरम, सागर, बैतूल, रायसेन, अशोकनगर और धार जिले में आकाशीय बिजली गिरने से 8 लोगों की मौत हो गई है।दरअसल, मध्यप्रदेश में 16 मार्च से बारिश का सिस्टम एक्टिव है। जिसके तहत सागर, अशोकनगर और खरगोन समेत कई जिलों में ओले गिरे। उज्जैन, दमोह के पथरिया, देवास, रायसेन, आगर-मालवा में तेज बारिश हुई। जबलपुर और नर्मदापुरम में बूंदाबांदी हुई। वहीं, भोपाल, ग्वालियर और गुना में बादल छाए रहे। निवाड़ी जिले में शुक्रवार शाम तेज गरज के साथ बारिश हुई। इससे खेतों में पानी भर गया। कई गांव में ओले भी गिरे।
रायसेन जिले में तीन लोगों की मौत, पांच घायल
रायसेन जिले की तहसील गैरतंगज में आकाशीय बिजली गिरने से दो लोगों की मौत हो गई। वहीं 5 लोग घायल हो गए। रजपुरा गांव में पप्पू साहू (22) खेत में काम कर रहा था। इसी दौरान बिजली की चपेट में आ गया। वहीं सोडरपुर में किसान इंद्रजीत विश्वकर्मा फसल निकालने के लिए थ्रेसिंग कर रहा था। उसी दौरान वह घायल हो गया। अस्पताल में उसकी मौत हो गई। 5 अन्य घायलों का सिविल अस्पताल में इलाज किया जा रहा है। वहीं औबेदुल्लागंज में भी एक व्यक्ति की बिजली गिरने से मौत
रायसेन जिले की तहसील गैरतंगज में आकाशीय बिजली गिरने से दो लोगों की मौत हो गई। वहीं 5 लोग घायल हो गए। रजपुरा गांव में पप्पू साहू (22) खेत में काम कर रहा था। इसी दौरान बिजली की चपेट में आ गया। वहीं सोडरपुर में किसान इंद्रजीत विश्वकर्मा फसल निकालने के लिए थ्रेसिंग कर रहा था। उसी दौरान वह घायल हो गया। अस्पताल में उसकी मौत हो गई। 5 अन्य घायलों का सिविल अस्पताल में इलाज किया जा रहा है। वहीं औबेदुल्लागंज में भी एक व्यक्ति की बिजली गिरने से मौत
अशोकनगर: एक दर्जन गांवों में ओलावृष्टि, एक की मौत
अशोकनगर के मुंगावली में करीब एक दर्जन गांवों में ओलावृष्टि हुई। इससे किसानों की फसल बर्बाद हो गई। वहीं आकाशीय बिजली गिरने से बरखाना गांव में इंद्रपाल यादव (30) की मौत हो गई। वह खेत से अपने घर लौट रहा था। पानी तेज होने पर पेड़ के नीचे खड़ा था। इसी दौरान पेड़ पर बिजली गिर गई। बारिश बंद होने पर लोगों ने उसे देखा और अस्पताल पहुंचाया।
अशोकनगर के मुंगावली में करीब एक दर्जन गांवों में ओलावृष्टि हुई। इससे किसानों की फसल बर्बाद हो गई। वहीं आकाशीय बिजली गिरने से बरखाना गांव में इंद्रपाल यादव (30) की मौत हो गई। वह खेत से अपने घर लौट रहा था। पानी तेज होने पर पेड़ के नीचे खड़ा था। इसी दौरान पेड़ पर बिजली गिर गई। बारिश बंद होने पर लोगों ने उसे देखा और अस्पताल पहुंचाया।
सागर: 20 मिनट तक बेर के आकार के ओले गिरे
सागर जिले के जैसीनगर, बीना, देवरी और केसली के भी एक दर्जन से ज्यादा गांवों में करीब 20 मिनट तक बेर के आकार के ओले गिरे हैं। बीना क्षेत्र के सेमरखेड़ी, निवोदा, रुसल्ला, बेरखेरी माफी, बिलाखना, हिन्नौद, हड़कल जैन, गिरोल, देहरी, बेथनी, पट्टी, जोध समेत कई गांवों में ओले गिरे।
सागर जिले के जैसीनगर, बीना, देवरी और केसली के भी एक दर्जन से ज्यादा गांवों में करीब 20 मिनट तक बेर के आकार के ओले गिरे हैं। बीना क्षेत्र के सेमरखेड़ी, निवोदा, रुसल्ला, बेरखेरी माफी, बिलाखना, हिन्नौद, हड़कल जैन, गिरोल, देहरी, बेथनी, पट्टी, जोध समेत कई गांवों में ओले गिरे।
खरगोन: अचानक बढ़ गया नदी का जल स्तर
खरगोन जिले के बड़वाह क्षेत्र के काटकूट के ओखला, चैनपुरा और गवलनपाटी में तेज आंधी के साथ जमकर बारिश हुई। कुछ देर तक इन क्षेत्रों में चने बराबर ओले भी गिरे। शुक्रवार दोपहर को करीब 2 घंटे तक तेज बारिश से जनजीवन अस्त व्यस्त हो गया। खेतों में कटकर रखी गेहूं की फसलों को नुकसान की खबर है। बारिश के चलते क्षेत्र की कनाड़ नदी में जलस्तर बढ़ गया है।
धार के बदनावर में भी बरसे बदरा
धार जिले के बदनावर क्षेत्र में शुक्रवार शाम को तेज बारिश हुई। कोद गांव और इसके आसपास बारिश के साथ ओले भी गिरे। यहां करीब 5 मिनट तक मक्का के आकार के ओले गिरे। इससे खेतों में खड़ी गेहूं और अन्य फसल को नुकसान होने का अनुमान है। हालांकि क्षेत्र में करीब 75% फसलों की कटाई हो चुकी है। बदनावर शहर में बिजली की चमक, बादलों की गरज और तेज हवाओं के साथ बारिश हुई। बारिश के कारण सड़कों पर पानी बह निकला। जिले में आकाशीय बिजली गिरने से एक महिला की मौत भी हो गई है।
धार जिले के बदनावर क्षेत्र में शुक्रवार शाम को तेज बारिश हुई। कोद गांव और इसके आसपास बारिश के साथ ओले भी गिरे। यहां करीब 5 मिनट तक मक्का के आकार के ओले गिरे। इससे खेतों में खड़ी गेहूं और अन्य फसल को नुकसान होने का अनुमान है। हालांकि क्षेत्र में करीब 75% फसलों की कटाई हो चुकी है। बदनावर शहर में बिजली की चमक, बादलों की गरज और तेज हवाओं के साथ बारिश हुई। बारिश के कारण सड़कों पर पानी बह निकला। जिले में आकाशीय बिजली गिरने से एक महिला की मौत भी हो गई है।
नर्मदापुरम: आकाशीय बिजली गिरने से शख्स की मौत
नर्मदापुरम के केसला ब्लॉक में आकाशीय बिजली गिरने से एक आदिवासी की मौत हो गई। झुनकर पंचायत के चनागढ़ गांव में खेत में काम कर रहे छन्नूलाल उईके (55) की मौत होने की खबर है। घटना के वक्त वह तरबूज के खेत में काम कर रहा था। घटना दोपहर 3 से 4 बजे के बीच की बताई जा रही है।
दो दिनों से भीग रहे कई जिले
पिछले दो दिन से भोपाल, इंदौर, सीहोर, खरगोन, नर्मदापुरम, बड़वानी, देवास, बुरहानपुर, शिवपुरी, बैतूल, रायसेन, ग्वालियर, भिंड, खंडवा, हरदा, मुरैना, उज्जैन, धार, छिंदवाड़ा, अनूपपुर, डिंडौरी, दमोह, सिवनी, कटनी, बालाघाट, नरसिंहपुर, रीवा और सागर में बारिश का दौर जारी है। गुरुवार को भी प्रदेश के कई जिलों में बारिश हुई। भोपाल, मंदसौर में ओले भी गिरे।
इसलिए बदला मौसम
मौसम वैज्ञानिक पांडे ने बताया कि उत्तर भारत में एक विक्षोभ सक्रिय है, जो काफी मजबूत है। इसी के प्रभाव से एक प्रेरित चक्रवात साउथ-ईस्ट राजस्थान में 14 मार्च से बना हुआ है। इससे प्रदेश में मौसम बदल गया है। 16 मार्च से फिर एक पश्चिमी विक्षोभ बन गया है। दक्षिण-पूर्वी हवाएं बंगाल की खाड़ी और अरब सागर से नमी लेकर आ रही है। इन दोनों के मिश्रण से प्रदेश में बारिश, ओलावृष्टि और तेज आंधी का असर है।
19 मार्च तक बारिश, ओलावृष्टि और तेज आंधी के आसार
17 मार्च को भोपाल, इंदौर, उज्जैन, ग्वालियर, चंबल, नर्मदापुरम, रीवा, शहडोल, सागर और जबलपुर संभाग में कहीं तेज तो कहीं हल्की बारिश हो सकती है। कुछ जगहों पर ओलावृष्टि भी होने के आसार हैं। यानी प्रदेशभर में मौसम बदला सा रहेगा। 18 और 19 मार्च को भोपाल, इंदौर, उज्जैन और चंबल संभाग में मौसम बदला सा रहेगा। तेज आंधी और बिजली चमकने-गरजने की संभावना भी है।
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