रक्षामंत्री राजनाथ सिंह ने कमीशन किया, इसका 75% हिस्सा स्वदेशी
नई दिल्ली।मोरमुगाओ-P15B आज भारतीय नौसेना में शामिल हो गया। रक्षामंत्री राजनाथ सिंह मुंबई के नेवल डॉकयॉर्ड पर इसे कमीशन किया। यह एक स्टील्थ गाइडेड मिसाइल डिस्ट्रॉयर है, जिसका 75% हिस्सा देश में ही बनाया गया है।भारतीय नौसेना के अनुसार यह पी-15 ब्रावो क्लास का दूसरा जहाज है। P-15B में चार जहाज विशाखापत्तनम, मोरमुगाओ, सूरत और इंफाल शामिल हैं। इम्फाल और सुराल जल्द ही नौसेना में शामिल हो जाएंगे।इस वॉरशिप का नाम पोर्ट सिटी गोवा पर रखा गया है। मोरमुगाओ ने पिछले साल 19 दिसंबर को पहली समुद्री यात्रा की थी, जब गोवा ने पुर्तगाली शासन से 60 साल की मुक्ति का जश्न मनाया था। इसकी कमीशनिंग भी 18 दिसंबर को गोवा मुक्ति दिवस की पूर्व संध्या पर हुई। जहाज की लंबाई 163 मीटर और चौड़ाई 17 मीटर है और इसमें 7,400 टन का डिस्प्लेसमेंट है।INS मोरमुगाओ भारत में बना अब तक का सबसे शक्तिशाली वॉरशिप है। हालांकि इसके रडार क्रॉस सेक्शन (RCS) को बेहतर स्टील्थ फीचर्स के कारण कम किया गया है।
ये हैं INS मोरमुगाओ की खासियतें
वॉरशिप मोरमुगाओ ब्रह्मोस और बराक-8 जैसी मिसाइलों से लैस है।चार गैस टर्बाइनों के सहारे 30 समुद्री मील से ज्यादा की स्पीड हासिल कर सकता है।मोरमुगाओ परमाणु, जैविक और रासायनिक युद्ध में शामिल होने के लिए तैयार है।प्रोजेक्ट 15बी के तहत बने मिसाइल डिस्ट्रॉयर्स की क्वालिटी अमेरिका और यूरोप के शिपबिल्डर्स को टक्कर दे रही है।