नई दिल्ली। नागालैंड के मुख्यमंत्री नेफ्यू रियो ने शनिवार को अपना इस्तीफा राज्यपाल ला गणेशन को सौंप दिया है। नेशनल डेमोक्रेटिक प्रोग्रेसिव पार्टी फिर भारतीय जनता पार्टी के साथ मिलकर सरकार बनाने वाली है। संभावना है कि 7 मार्च को नागालैंड में शपथ ग्रहण के कार्यक्रम होगा है। चुनावी नतीजे सामने आने के बाद नवनिर्वाचित एनडीपीपी विधायक कोहिमा में मिले और नेफ्यू रियो को विधायक दल का नेता चुना। नेफ्यू रियो सीएम के तौर पर अब तक सबसे अधिक कार्यभार संभाल चुके हैं।
नगालैंड में हाल में हुए चुनावों में 60-सदस्यीय विधानसभा में 37 सीट हासिल करने के बावजूद नेशनल डेमोक्रेटिक प्रोगेसिव पार्टी (एनडीपीपी) और भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के गठबंधन ने राज्य में सरकार बनाने का अभी तक दावा पेश नहीं किया है। दोनों दलों के सूत्रों ने कहा कि उनके विधायक सरकार बनाने का दावा पेश करने से पहले निवर्तमान मुख्यमंत्री नेफ्यू रियो के साथ एक संयुक्त बैठक करने वाले हैं। मौजूदा सरकार का कार्यकाल 12 मार्च को खत्म होगा। रियो ने सरकार गठन पर राय जानने के लिए पार्टी प्रमुख के कार्यालय में एनडीपीपी के नए विधायकों के साथ बंद कमरे में बैठक की। सूत्रों ने बताया कि ज्यादातर नवनिर्वाचित विधायक सरकार गठन तक एक साथ रह रहे हैं। भाजपा के सूत्रों ने बताया कि पार्टी के विधायक रविवार तक एक समन्वय बैठक करने वाले हैं, जिसके बाद एनपीपीपी के विधायकों के साथ एक संयुक्त बैठक होगी। चुनाव में 37 सीट एनडीपीपी-भाजपा के चुनाव-पूर्व गठबंधन ने जीती, जिनमें से एनडीपीपी ने 25 और भाजपा ने 12 सीट हासिल की। एनडीपीपी ने 2018 में 18 सीट, जबकि भाजपा ने 12 सीट ही जीती थी। राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी ने सात सीट, एनपीएफ ने पांच और नगा पीपुल्स फ्रंट, लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास) और आरपीआई (आठवले) ने दो-दो सीट जीती। जनता दल (यूनाइटेड) ने एक सीट, जबकि चार निर्दलीय जीते हैं।
7 मार्च को होगा नागालैंड की नई सरकार का शपथ ग्रहण
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