मासूमों को दी मौत देने वाली बीमारी, चीख सुनने के लिए काट देता था जीभ
जयपुर। एक कॉपी, जिसके पहले पेज पर गर्लफ्रेंड का स्केच बना हुआ था। नीचे नाम लिखा था…शहनाज। इसी कॉपी के आखिरी पेज पर बॉयफ्रेंड ने खुद का स्केच बना रखा था…यहां तक ये एक क्यूट लव स्टोरी लगती है, लेकिन उसी कॉपी का कवर पेज भी था, जिसमें बोल्ड करके लिखा हुआ था सिकंदर…मौत का कहर। संडे स्टोरी में आज बात-राजस्थान के सबसे खूंखार सीरियल रेपिस्ट की। जिसका नाम घर वालों ने सिकंदर रखा था, लेकिन उसके कुकर्मों ने उसे एक नया नाम दिया…जीवाणु उर्फ वायरस। 19 साल में 65 से ज्यादा रेप और सेक्शुअल हैरेसमेंट, मर्डर। अपराधों की इसी फेहरिस्त के कारण जीवाणु का नाम उन चुनिंदा कुख्यात अपराधियों की लिस्ट में शामिल है, जिन्हें दो बाद उम्रकैद की सजा सुनाई गई। जीवाणु पर एक और केस चल रहा है, जिसमें विक्टिम और उनके घरवाले फांसी की मांग कर रहे हैं। उम्रकैद के बाद भी जीवाणु की हैवानियत खत्म नहीं हुई। मासूम बच्चों का सेक्शुअल हैरेसमेंट करने वाला जीवाणु अब जेल की बंद चारदीवारी में दूसरे अपराधियों का यौन शोषण कर रहा है। जीवाणु ने कई मासूम बच्चों और अपराधियों को ऐसी बीमारी दे दी है, जो आखिरी सांस तक उनका पीछा नहीं छोड़ेगी।ACP (झोटवाडा) प्रमोद स्वामी ने बताया कि शहर में नाई की थड़ी के पास एक किराए के कमरे में रहने वाला सिकंदर उर्फ जीवाणु (37) बचपन से ही क्रिमिनल माइंड का था। उसके पिता ने दूसरी शादी कर ली और उसकी हरकतों से तंग आकर उसे घर से निकाल दिया। घर से निकाले जाने के बाद 12 साल की उम्र में सिकंदर ने पहली चोरी कर जुर्म की दुनिया में कदम रखा। स्मैक और शराब की लत के कारण सिकंदर ने एक के बाद एक कई वारदातें की।