लैंडिंग करते ही बोले- यह जिंदगी का यादगार अनुभव, 17 साल की कड़ी मेहनत से हम यहां तक पहुंचे
न्यू मैक्सिको। ब्रिटिश अरबपति और वर्जिन ग्रुप के फाउंडर रिचर्ड ब्रैन्सन ने रविवार को इतिहास रच दिया। वे वर्जिन गैलेक्टिक रॉकेट प्लेन से 60 मिनट की अंतरिक्ष यात्रा करके लौटे। लैंडिंग के साथ ही उन्होंने अपने इस अनुभव को यादगार बताया। ब्रैन्सन ने कहा, ‘यह जिंदगी का यादगार अनुभव है। वर्जिन गैलेक्टिक पर 17 साल से काम कर रही हमारी बेहतरीन टीम को बधाई। इतने लंबे वक्त तक उनकी बेहद कड़ी मेहनत से ही हम यहां तक पहुंच सके।’वर्जिन गैलेक्टिक के पैसेंजर रॉकेट प्लेन VSS यूनिटी में सवार होकर ब्रैन्सन अंतरिक्ष के किनारे तक गए और वहां भारहीनता का अनुभव भी किया। इस प्लेन ने रात करीब 8.10 बजे (भारतीय समय के मुताबिक) न्यू मैक्सिको से उड़ान भरी थी। वर्जिन ग्रुप ने अपने ऑफिशियल सोशल मीडिया अकाउंट पर बताया था कि इसे शाम 6.30 बजे उड़ान भरनी थी, लेकिन खराब मौसम की वजह से लॉन्चिंग का वक्त डेढ़ घंटे आगे बढ़ा दिया गया था।उड़ान से पहले ब्रैन्सन ने कहा कि मेरा मिशन स्टेटमेंट है, मेरे नाती-पोतों, आपके नाती-पोतों और सबके लिए अंतरिक्ष यात्रा का सपना सच करना। उनके इस सफर को देखने के लिए टेस्ला के CEO एलन मस्क भी पहुंचे हैं। उनकी कंपनी स्पेसएक्स भी स्पेस टूरिज्म की बड़ी खिलाड़ी बनने की कोशिशों में जुटी है।ब्रैन्सन ने कहा कि अगले साल कॉमर्शियल टूर शुरू करने से पहले वे खुद इसका अनुभव लेना चाहते हैं। अगर यह उड़ान कामयाब रहती है तो उनकी कंपनी वर्जिन अंतरिक्ष के लिए कॉमर्शियल टूर शुरू करने की ओर सबसे बड़ा पड़ाव पार कर लेगी।
रॉकेट में भारत की सिरिशा समेत कुल 6 लोग
रिचर्ड बतौर मिशन स्पेशलिस्ट स्पेसशिप-2 यूनिटी से जुड़े हैं। उनके साथ भारत की बेटी सिरिशा बांदला समेत 5 और लोगों ने उड़ान भरी। सिरिशा इस मिशन के बाद अंतरिक्ष में जाने वाली कल्पना चावला के बाद भारत में जन्मीं दूसरी महिला बन गई हैं। 34 साल की सिरिशा एयरोनॉटिकल इंजीनियर हैं।
रिचर्ड बतौर मिशन स्पेशलिस्ट स्पेसशिप-2 यूनिटी से जुड़े हैं। उनके साथ भारत की बेटी सिरिशा बांदला समेत 5 और लोगों ने उड़ान भरी। सिरिशा इस मिशन के बाद अंतरिक्ष में जाने वाली कल्पना चावला के बाद भारत में जन्मीं दूसरी महिला बन गई हैं। 34 साल की सिरिशा एयरोनॉटिकल इंजीनियर हैं।
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