राहुल गांधी ने सरकार पर साधा निशाना, कहा- पिछले साल 3 करोड़ युवाओं ने रोजगार खोया
नई दिल्ली। कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने कहा है कि पिछले साल 3 करोड़ युवाओं ने रोजगार खो दिए, 50 साल में सबसे ज्यादा बेरोजगारी आज है। राहुल गांधी ने राष्ट्रपति के अभिभाषण पर बहस के दौरान संसद में कहा कि अब दो अलग-अलग भारत हैं, एक अमीरों के लिए और दूसरा गरीबों के लिए।कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने राष्ट्रपति के अभिभाषण पर बहस के दौरान संसद में कहा कि अब दो अलग-अलग भारत हैं, एक अमीरों के लिए और दूसरा गरीबों के लिए। उन्होंने कहा, “दोनों के बीच की खाई चौड़ी हो रही है।” उन्होंने कहा, “राष्ट्रपति के अभिभाषण में किस बारे में नहीं बताया गया? मुझे लगता है कि तीन मूलभूत चीजें हैं: पहला यह विचार है कि दो भारत हैं, एक भारत नहीं। एक बहुत धनी लोगों के लिए है, जिनके पास अपार दौलत है और जिन्हें नौकरी की आवश्यकता नहीं है। दूसरा है गरीबों के लिए । कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने इस मौके का इस्तेमाल मोदी सरकार पर निशाना साधने और देश में पैदा होने वाले कथित खतरों को लेकर आगाह करने के लिए किया। राहुल ने अपने भाषण में कांग्रेस की पिछली सरकारों के कामकाज से लेकर अपनी दादी और परदादा की हत्या तक का जिक्र कर दिया। इसके अलावा उन्होंने सदन में ही चीन का जिक्र करते हुए कहा कि पड़ोसी देश भारत को घेरने की कोशिश में है और उसने साजिश तैयार कर ली है।
84 प्रतिशत लोगों की आमदनी घटी
राहुल गांधी ने लोकसभा में कहा, “आप मेड इन इंडिया, मेड इन इंडिया के बारे में बात करते हैं। मेड इन इंडिया अब संभव नहीं है। आपने ‘मेड इन इंडिया’ को बर्बाद कर दिया है। आपको छोटे और मझोले उद्योगों का समर्थन करने की जरूरत है, वरना ‘मेड इन इंडिया’ संभव नहीं है। छोटे एवं मझोले उद्योग ही रोजगार पैदा कर सकते हैं।” उन्होंने कहा, “आप मेड इन इंडिया, स्टार्टअप इंडिया इत्यादि के बारे में बात कर रहे हैं और सिर्फ बेरोजगारी बढ़ रही है। उन्होंने कहा कि आप ये मत सोचो कि जिस गरीब हिन्दुस्तान को आप बना रहे हो ये चुप बैठा रहेगा, ये चुप नहीं बैठा रहेगा। इस हिन्दुस्तान को दिख रहा है कि आज हिन्दुस्तान के 100 सबसे अमीर लोगों के पास हिन्दुस्तान के 55 करोड़ लोगों से ज़्यादा जायदाद है, ये नरेंद्र मोदी जी ने किया है।
लोकसभा में कांग्रेस नेता ने कहा, “हिन्दुस्तान के 84 प्रतिशत लोगों की आमदनी घटी है और वो तेजी से गरीबी की ओर बढ़ रहे हैं। 27 करोड़ लोगों को हमने गरीबी से निकाला था और 23 करोड़ लोगों को आपने गरीबी में वापस डाल दिया।
लोगों की आवाज दबाने की कोशिश
राहुल गांधी ने कहा, “न्यायपालिका, चुनाव आयोग और पेगासस लोगों की आवाज को नष्ट करने के लिए इस्तेमाल किए जाने वाले उपकरण हैं। गांधी ने कहा,”मैं आपातकाल पर भी बोलूंगा। मैं इसके बारे में बात करने से नहीं डरता। राजा का विचार वापस आ गया है, जिसे कांग्रेस ने 1947 में खत्म कर दिया था। अब एक शहंशाह है। अब हमारे राज्य और लोगों के बीच बातचीत के साधनों पर एक विचार से हमला किया जा रहा है। इसलिए, उदाहरण के लिए, आज तमिलनाडु के विचार को भारतीय संस्था से बाहर रखा गया है। आप कह रहे हैं कि बाहर निकलो यहां से। उनके पास आवाज नहीं है। पंजाब के किसान खड़े हो सकते हैं, लेकिन उनके पास आवाज नहीं है। विरोध प्रदर्शन के दौरान कोरोनोवायरस महामारी के चलते लोगों की जान चली गई, लेकिन राजा ने नहीं सुना।”