5 लाख युवाओं को मिला स्व-रोजगार के लिए लोन

मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने युवाओं को दी 2776 करोड़ की सौगात

भोपाल/शहडोल। मप्र में शुक्रवार को रोजगार दिवस मनाया गया। इस अवसर पर प्रधानमंत्री मुद्रा स्वनिधि योजना सहित आठ स्वरोजगार योजनाओं के तहत युवाओं को रोजगार प्रदान किया गया। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने शहडोल में राज्यस्तरीय रोजगार मेले में स्वरोजगार योजनाओं में चिन्हित युवाओं को सहायता राशि के चेक बांटे। प्रदेश भर में चले इस कार्यक्रम में 5 लाख से अधिक युवाओं को 2,776 करोड़ के लोन वितरित किए गए। इससे प्रदेश के 5 लाख घरों में एक ही दिन में स्व-रोजगार की बहार आई। मुख्यमंत्री ने कोविड-19 मुख्यमंत्री अनुग्रह सहायता, दिव्यांग को बैटरी युक्त ट्राय सायकल और मुख्यमंत्री राशन आपके ग्राम योजना में 34 हितग्राहियों को वाहन वितरित किए। सीएम चौहान ने इस मौके पर विकास कार्यों का शिलान्यास और लोकार्पण भी किया। इसके बाद झाबुआ, दमोह, भिंड, डिंडौरी के एकएक हितग्राही से मुख्यमंत्री का वर्चुअल संवाद भी हुआ। कार्यक्रम में प्रमुख रूप से पंचायत एवं ग्रामीण विकास, नगरीय विकास एवं आवास, एमएसएमई विभाग, खादी एवं ग्रामोद्योग आयोग तथा राज्य स्तरीय बैंकर्स समिति की मौजूदगी रही।
लाभार्थियों से वर्चुअली संवाद
मुख्यमंत्री ने सभी जिलों से वर्चुअली संवाद करते हुए कहा कि आज ऐसे मौके पर आया हूं जब प्रदेश से कोरोना भागने की स्थिति में है। मैं अभी शहडोल में हूं, लेकिन सभी 52 जिलों में आज रोजगार दिवस मनाया जा रहा है। 5 लाख से ज्यादा लोगों को किसी न किसी योजना से लोगों को रोजगार दिया जा रहा है, ताकि उनका काम शुरू हो सके। यह अपने आप में चमत्कार है। मुख्यमंत्री ने झाबुआ में युवक से संवाद करते हुए पूछा कि क्या हाल है भांजे, लोन के लेने के लिए चक्कर तो नहीं लगाने पड़े, मेरी कसम खाकर सच-सच बताना। इस पर युवक ने कहा कि नहीं मामा जी कोई चक्कर नहीं लगाने पड़े। इसके बाद मुख्यमंत्री ने भिंड की महिला से संवाद किया। इसके पूर्व सुक्ष्म लघु एवं मध्यम उद्यम मंत्री ओमप्रकाश सकलेचा ने कहा कि सरकार ने रोजगार दिवस के जरिए सवा 5 लाख लोगों को रोजगार देने का काम किया और डेढ़ माह बाद फिर प्रदेश में रोजगार के अवसर प्रदान करने का मौका मिला है। उन्होंने कहा कि इन योजनाओं के माध्यम से लाखों लोगों को रोजगार मिला है।
कई योजनाओं में बंटा लोन
अभियान के अंतर्गत शुक्रवार को 5 लाख से अधिक युवा रोजगार से जुड़ें जिन्हें 2776.36 करोड़ रुपए से अधिक के ऋण स्वीकृत किए गए हैं। इसमें प्रधानमंत्री मुद्रा योजना से 432719 युवाओं को 227700 लाख, प्रधानमंत्री स्वनिधि योजना में 20383 युवाओं को 2682.30 लाख, मुख्यमंत्री ग्रामीण पथ विक्रेता योजना में 25904 युवाओं को 2590.40 लाख, राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन (समूह) में 20707 समूहों को 30917 लाख, राष्ट्रीय शहरी आजीविका मिशन (व्यक्तिगत) में 851 लोगों को 1107.78 लाख, राष्ट्रीय शहरी आजीविका मिशन (समूह) में 120 समूहों को 49.06 लाख, राष्ट्रीय शहरी आजीविका मिशन (क्रेडिट लिंकेज) में 268 केस में 428.63 लाख, प्रधानमंत्री रोजगार सृजन कार्यक्रम में 1733 युवाओं को 12161.64 लाख के ऋण दिए जा रहे हैं। इस तरह कुल 5.02 लाख युवाओं को 277636.81 लाख रुपए की ऋण राशि मंजूर कर दी जा रही है।
विकास कार्यों का भूमिपूजन
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने शहडोल सीवरेज योजनान्तर्गत 172.62 करोड़ रुपए के मल जल निस्तारण, मुख्यमंत्री शहरी नल जल योजना नगर परिषद बुढ़ार के 15.30 करोड़ के काम और बिरसा मुण्डा मेडिकल कॉलेज का लोकार्पण किया। इसकी लागत 307 करोड़ है। साथ ही 27.46 करोड़ में बने अभियांत्रिकी कॉलेज शहडोल, 30.22 करोड़ से बने कन्या शिक्षा परिषद् बिरौड़ी भवन, 29.65 करोड़ में बने कन्या शिक्षा परिषद कटकोना भवन और सर्किट हाउस के अतिरिक्त कक्ष का लोकार्पण एवं शिलान्यास किया। मुख्यमंत्री द्वारा जिले को 617.89 करोड़ रुपए की सौगात दी गई।
गड़बड़ी बर्दाश्त नहीं की जाएगी
रोजगार दिवस पर आयोजित कार्यक्रम में पहुंचे मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान का आयोजन स्थल पर जोरदार स्वागत किया गया। मुख्यमंत्री ने मंच से कहा कि एक बात सुन लो कमिश्नर, आवास बनने में कहीं भी गड़बड़ी हुई हो तो जांच करा लो बर्दाश्त नहीं करूंगा। मैंने अखबार में यह देखा था तो पता चला था कि कहीं-कहीं गड़बड़ी है। अब मैं जांच कराउंगा। प्रशासन को मैं नहीं छोडूंगा। यह हमारी सर्वोच्च प्राथमिकता है कि ठीक ढंग से काम हो। अभी मैं नीचे उतरकर आऊंगा। जिसको जो भी बात बतानी हो मुझे बता देना। मैं उसकी भी जांच कराउंगा ताकि गड़बड़ करने वाला दंडित किया जा सके।

युवाओं को गुमराह कर रहे सीएम: नाथ

शहडोल जिले में आयोजित राज्य स्तरीय रोजगार दिवस कार्यक्रम को लेकर कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष और पूर्व सीएम कमलनाथ ने सीएम शिवराज पर निशाना साधा। कमलनाथ ने कहा कि सरकार प्रदेश के युवाओं को रोजगार दिवस और रोजगार मेलों के नाम पर गुमराह करना बंद करे। पूर्व सीएम ने सवाल उठाते हुए कहा कि प्रदेश में 17 वर्षों से भाजपा की सरकार है, इन 17 वर्षों में कितने युवाओं को अभी तक रोजगार दिया गया है, कितने पद वर्तमान में खाली हैं और रोजगार के अभाव में अभी तक कितने युवाओं ने प्रदेश में आत्महत्याएं की है? कमलनाथ ने अपने बयान में कहा कि शिवराज सरकार रोजगार मेलों और रोजगार दिवस के आयोजन कर युवाओं को गुमराह करने का काम करती आयी है। उन्होंने कहा कि पंजीकृत बेरोजगारी का आंकड़ा 34 लाख को पार कर चुका है और वह निरंतर बढ़ता ही जा रहा है। वहीं, सरकारी भर्तियों में करीब सवा लाख पद रिक्त हैं, तमाम दावों के बाद बैकलॉग के पद भी अभी तक नहीं भरे गए हैं, वहीं, श्रम पोर्टल के अनुसार मध्य प्रदेश में असंगठित कामगारों का आंकड़ा 1.21 करोड़ तक पहुंच चुका है, उसके बाद भी इस तरह के आयोजन बेरोजगार युवाओं के साथ सिर्फ मजाक भर हैं। प्रदेश में बेरोजगारी के मुद्दे को उठाते हुए कमलनाथ ने कहा कि ग्वालियर और उज्जैन कोर्ट में चपरासी, ड्राइवर, माली व सफाई कर्मियों के कुल 40 पदों के लिए 20,000 से अधिक आवेदक पहुंचे, जिसमें से ज्यादातर उच्च शिक्षित थे। इन आंकड़ों से प्रदेश में बेरोजगारी का अंदाजा लगाया जा सकता है। ग्वालियर से लेकर बुंदेलखंड क्षेत्र में भी बड़ी संख्या में रोजगार के अभाव में पलायन के आंकड़े सामने आए हैं।

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