विरोध प्रदर्शन में राहुल भी होंगे शामिल, कांग्रेसी बजाएंगे ड्रम और घंटियां
नई दिल्ली । कांग्रेस शनिवार को पेट्रोल-डीजल के बढ़ते दामों और महंगाई के खिलाफ महंगाई-मुक्त भारत अभियान शुरू करने जा रही है। यह कैम्पेन 31 मार्च से 7 अप्रैल तक तीन चरणों में होगा। यह जानकारी कांग्रेस प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में दी। इस अभियान की शुरुआत कांग्रेस ने बीजेपी के ताली-थाली की तर्ज पर ड्रम और घंटियां बजाकर करने का ऐलान किया है। सुरजेवाला ने कहा कि 7 अप्रैल को पार्टी सभी राज्य मुख्यालयों पर महंगाई-मुक्त भारत धरना और मार्च निकालेगी। उन्होंने कहा कि देश में लगातार बढ़ती महंगाई और तेल की कीमतों के खिलाफ राहुल और प्रियंका गांधी देशव्यापी प्रदर्शन में शामिल होंगे। सुरजेवाला ने कहा कि सरकार लगातार तेल के दाम बढ़ाकर लोगों की जेब में छेद कर रही है? क्या सरकार को गरीबों की जरा सी भी चिंता है?राहुल गांधी ने भी लगातार बढ़ रही तेल की कीमतों को लेकर सरकार पर हमला बोला। राहुल गांधी ने कहा- राजा महल में जाने की तैयारी कर रहा है जबकि जनता महंगाई के बोझ तले दबी जा रही है। गौरतलब है कि पिछले पांच दिनों में से चार दिन तेल की कीमतों में इजाफा हुआ है। कांग्रेस प्रवक्ता ने कहा कि मई 2014 में पेट्रोल पर एक्साइज ड्यूटी 9.20 रुपए और डीजल पर 3.46 रुपए थी। लेकिन, पिछले 8 सालों में बीजेपी सरकार ने डीजल पर 531 फीसदी और पेट्रोल पर 203 फीसदी एक्साइज ड्यूटी बढ़ाई है। मोदी सरकार ने 8 साल में जनता की जेब से 26 लाख करोड़ लूटे हैं। ये कोई आरोप नहीं बल्कि सरकारी आंकड़ा है। कोरोना महामारी के 2 साल में पेट्रोल पर 29 रुपए और डीजल पर 27.58 रुपए बढ़ाए गए। मनमोहन सरकार के दौरान 2011-12 में पेट्रोल-डीजल पर सब्सिडी 1 लाख 42 हजार करोड़ रुपए थी। बाद में इसे बढ़ाकर करीब डेढ़ लाख किया गया था। मोदी सरकार ने 2016 में सब्सिडी घटाकर 27 हजार करोड़ रुपए कर दी। अब यह महज 11000 करोड़ रुपए ही रह गई है, जिसे भी जल्द ही खत्म किया जाना है। 8 साल पहले गैस सिलेंडर 410 रुपए का था, आज इसकी कीमत 1000 से 1200 रुपए है। यानी 539.49 रुपए बढ़ा दिए गए हैं। अंतराष्ट्रीय बाजार में गैस के दाम घटे हैं, लेकिन हमारे देश में गैस के दाम दोगुने से ज्यादा हो गई है। 2014 में सीएनजी की कीमत 35 रुपए में थी, जो अब 80 रुपए प्रति किलो हो गई है। हम जनता से आह्वान करेंगे कि उस दिन अपना-अपना सिलेंडर, डीजल की केन लेकर घर के बाहर खड़े हो जाएं और घंटी-ड्रम बजाएं। शनिवार को कांग्रेस महासचिवों और प्रदेश प्रभारियों की बैठक हुई। इसमें पार्टी के सदस्यता अभियान और देश की मौजूदा राजनीतिक स्थिति पर भी चर्चा हुई। बैठक में शामिल होने वाले पार्टी के प्रमुख नेताओं में प्रियंका गांधी वाड्रा, केसी वेणुगोपाल, ओमेन चांडी, मुकुल वासनिक, तारिक अनवर, सुरजेवाला, अजय माकन और पवन कुमार बंसल शामिल थे। यह बैठक पांच राज्यों में हालिया विधानसभा चुनावों में पार्टी की अपमानजनक हार के मद्देनजर हुई। पेट्रोल और डीजल की कीमत में शनिवार को 80 पैसे प्रति लीटर की बढ़ोतरी की गई। तेल कंपनियां कच्चे माल की कीमत में बढ़ोतरी का भार उपभोक्ताओं पर डाल रही हैं, जिसके चलते पिछले पांच दिन में चौथी बार कीमत में बढ़ोतरी की गई है। इस तरह पांच दिन में पेट्रोल और डीजल की कीमत में 3.20 रुपए की बढ़ोतरी हो चुकी है। पेट्रोल तथा डीजल की कीमत साढ़े चार महीने तक स्थिर रहने के बाद 22 मार्च को 80 पैसे बढ़ाई गई थी। इसके बाद से इनकी कीमतों में प्रति लीटर 80-80 पैसे की तीन बार बढ़ोतरी की गई। इन कुल चार बार में पेट्रोल और डीजल के दाम में कुल 3.20 प्रति लीटर की बढ़ोतरी की गई है।
31 से शुरू होगा कांग्रेस का महंगाई मुक्त भारत अभियान
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