3 वर्ष पूर्व दो लोगों की गला काट कर की गई थी हत्या में 4 आरोपी गिरफ्तार

शहडोल/सोनू खान।  एक सबूत के आधार पर पुलिस ने 3 वर्ष पूर्व दो लोगों की गला काट कर की गई हत्या के मामले में आखिरकार आरोपियों को ढूंढ ही निकाला। इतना ही नहीं पुलिस ने हत्या में उपयोग किए गए असलहा को भी बरामद कर लिया है। जोन के आई जी श्री जनार्दन ने विवेचना करने वाली पुलिस टीम को इनाम देने की घोषणा की है। अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक व आई जी शहडोल जोन जी जनार्दन और पुलिस अधीक्षक अवधेश गोस्वामी ने यहां पुराने कंट्रोल रूम में आयोजित पत्रकार वार्ता में इस अंधी हत्या का खुलासा करते हुए बताया कि 16 अगस्त 2018 को थाना खैरहा में सूचना प्राप्त हुई कि ग्राम करकटी में गणेश बैगा और झूरू बैगा की धारदार हथियार से अज्ञात व्यक्तियों के व्दारा नृशंस हत्या कर घर से सोने चांदी के जेवरात व नगदी 15 हजार रूपये चोरी कर ले गये है। सूचना प्राप्त होने पर थाना खैरहा में धारा 302, 460 ताहि कायम कर विवेचना में लिया गया। विवेचना के दौरान तीन वर्षों तक अज्ञात आरोपियों के संबंध में पुलिस को कोई भी साक्ष्य प्राप्त नहीं हुए जिस पर पुलिस अधीक्षक व्दारा एसडीओपी धनपुरी के निर्देशन में टीम गठित कर थाना प्रभारी खैरहा को पुनः सघन अनुसंधान कर विवेचना करने हेतु आदेशित किया गया। विवेचना के दौरान संदेहियों से मनोवैज्ञानिक तरीके से पूछताछ किये जाने पर संदेही कान्हा कचेर ने घटना दिनांक को उक्त समय घटना पर अपने तीन साथी लल्ला उर्फ दयाराम बैगा, पिन्टू उर्फ मिथलेश कुशवाहा और नसीम खान के साथ मिलकर गणेश बैगा और झुरू बैगा की चापर (गड़ासा) से हत्या कर देना व पेटी का ताला तोड़कर पेटी के
अंदर रखे नगदी 15 हजार रूपये तथा सोने चांदी के जेवरात चोरी करना व बुढ़ार निवासी सचिन सोनी को बिक्री करना बताया।
इस तरह दिया वारदात को अंजाम
पुलिस अधीक्षक श्री गोस्वामी ने बताया कि गिरफ्तार आरोपी कान्हा कचेर ने बताया कि 15 अगस्त 2018 को रात में अपने पोल्टी फार्म में घर से खाना पीना खाकर आकर बैठा था तभी लल्ला उर्फ दयाराम बैगा, मिथलेश उर्फ पिन्टु कुशवाहा भी आये तो हम लोग बैठ कर बात कर रहे थे कुछ देर बाद नसीम भी मेरे पोल्ट्री फार्म में आ गया और बताया कि गणेश दादा अपने घर में 15-20 लाख रुपए अपनी पेटी में रखा है, जिसे मैंने देखा है। उसके घर में कोई नहीं रहता है। उसके माता पिता और भाई राजकुमार बैगा उमरिया जिला में रहते है, चलो सभी मिलकर उसके घर चलकर गणेश को मारकर सोना-चांदी और पेसे ले लेते है जिसे सभी लोग आपस मे बांट लेंगे। तब हम सभी ने मिलकर चर्चा किए ओर तैयारी करके लल्ला उर्फ दयाराम लेगा, मिथलेश उर्फ पिन्टु कुशवाहा एवं नसीम सभी मेरे पोल्ट्री फार्म सेपोल्ट्री फार्म में रखा मुर्गी काटने वाला चापर, एक हथौड़ी, व एक राड लेकर गणेश बैगा के घर तरफ चले। सभी लोग गणेश के घर के पीछे तरफ गये। नसीम ने गणेश बैगा को घर से बुलाकर घर के पीछे कुआं के पास लाया जिसे दबोचकर जमीन में पटक दिये और गणेश बैगा के गला में जोर से चापर से मारा तो उसका गला आधा कट गया और गणेश बैगा ने दम तोड़ दिया। फिर गणेश बैगा के पैंट को चेक किया तो पेंट के जेब से एक मोबाईल मिला जो चालू था जिसे बंद किया और सिम निकालकर तोड़कर उसी के कुआं में फेंक दिया था और मोबाईल को रख लिया था। चारों लोग घर के अंदर गये तो देखे कि झुरू बैगा बेड में लेटा सो रहा था। पिन्टू बैगा ने झूरू बैगा का दोनो हाथ जोर से पकड़ लिया और नसीम और लल्ला ने झूरू के दोनो पैर को जोर से पकड़कर दबोच लिये तब झूरू बैगा के गला को चापर से मारा जिसका आधा गला कट गया खून बहने लगा और झूरू बैगा तड़प तड़प कर मर गया। तब सभी लोग बगल वाले कमरा जहां आलमारी और पेटी रखी थी आलमारी खुला था पेटी में ताला लगा था, सभी लोग आलमारी को तलाशे तो कपड़ा रखा था पैसा, सोना चांदी नही मिला तब नसीम ने कहा की पेटी में पैसा और सोना चांदी रखा है देखा हूँ तब सभी लोग मिलकर पेटी के ताला का कुंदा को साथ में लेकर गये राड, पेचकस और हथौड़ी से तोड़कर सभी लोग पेटी को तलाशे तो एक झोला में पांच पांच सौ रूपये के नोट मिले, झोले के बगल में एक पन्नी रखा था जिसमें जेवर रखा था, पैसा का झोला, और जेवर वाले पन्नी, राड और पेचकस को नसीम रखा, गणेश का मोबाईल और चापर को लिया था, लल्ला हथौड़ी रखा था, पिन्टू राड रखा और वहां से जिस रास्ते से गणेश के घर गये थे उसी रास्ते से वापस मेरे पोल्ट्री फार्म में आ गये और सभी लोग सो गए। पोल्ट्री फार्म के कमरा में झोला से पैसा निकालकर में पैसा गिना तो पन्द्रह हजार रूपये था, जेवर वाले पन्नी को खोलकर देखे तो पत्नी के अंदर चादी की करधन 02, हाथ का चांदी का चूड़ा 2, गले की सोने की लाकिट 2, सोने की अंगठी मिला।  आरोपी ने पुलिस को यह भी बताया कि बुढ़ार जाकर पिन्टु के जान पहचान के सचिन स्वर्णकार उर्फ सचिन सोनी को थोड़ा थोड़ा कर बेंचे थे घटना के करीब तीन महिने बाद मैंने और पिन्टू ने बुढ़ार जाकर सचिन सोनी को एक सोने का लाकिट पांच पत्ती वाला दिया था। तब सचिन सोनी ने हमे 5500 रूपये दिया था उसके करीब एक माह बाद आठ लरी वाला करधन सचिन सोनी को ले जाकर दिये थे तब उसने 17500 रूपये दिया था। उसके बाद बचे सामान को सचिन को दिये थे तब सचिन ने 8000 रूपये दिया था। पैसा हम लोगो खाने पीने में खर्च कर दिये हैं। आरोपी कान्हा कचेर के बताये अनुसार अन्य आरोपियों से सख्ती से पूछताछ किये जाने पर अन्य आरोपियों ने भी घटना कारित करना स्वीकार किये जिसके बाद लल्ला उर्फ दयाराम बैगा उम्र 27 साल निवासी ग्राम करकटी, नसीम खान उम्र 21 वर्ष निवासी ग्राम ग्राम करकटी, पिन्टू उर्फ मिथलेश कुशवाहा उम्र 26 वर्ष निवासी करकटी को गिरफ्तार कर लिया। चारो आरोपियों से पुलिस द्वारा घटना में प्रयुक्त समस्त सामग्री एक  पुराना लोहे का धारदार चापर (गड़ासा), एक पीले रंग का चौकडी शर्ट व एक जीन्स का पैंट, एक  माइक्रोमैक्स कंपनी का सफेद एवं गोल्डन रंग का एन्ड्रायड मोबाईल, एक पेचकस,  एक लोहे की राड, एक लोहे की हथौड़ी, एक लावा कंपनी का की पैड मोबाईल, एक लोहे की राड, एक एम.आई. कंपनी का एन्ड्रायड मोबाईल, चांदी की करधन व जेवरात वजन 1.396 कि.ग्रा, सोने के लाकेट वजन 7 ग्राम बरामद किया है।
विवेचना में इनकी रही भूमिका
इस हत्याकांड की गुत्थी सुलझाने में खैरहा थाना प्रभारी उपनिरीक्षक उमाशंकर चतुर्वेदी, थाना प्रभारी केशवाही उप निरीक्षक सुभाष दुबे, सउनि ज्ञानेन्द्र सिंह, प्र.आर. रामकरन सिंह, पवन शुक्ला, जयवेन्द्र सिंह, आभाष कुमार, राम नाथ बांधव, आर. सतीश चौरसिया, पार्थ चौधरी, साउल मोरिस, रौशन कुमार, सुदीप मिश्रा एवं सउनि स्वतंत्र सिंह, आरक्षक सत्य प्रकाश मिश्रा, आरक्षक राजकुमार सिंह की अपराध की डिटेक्शन व अनुसंधान के दौरान साक्ष्य संकलन व आरोपियों की गिरफ्तारी व माल मशरूका की बरामदगी में उल्लेखनीय भूमिका रही। मामले की विवेचना करने वाली इस पुलिस टीम को अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक शहडोल जोन जी जनार्दन द्वारा नगद ईनाम देने की घोषणा की गई है।
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