मप्र उपचुनाव के लिए चार सीटों पर 60 प्रतिशत से अधिक मतदान, 2 नवंबर को होगी मतगणना
नई दिल्ली/भोपाल। देश के 13 राज्यों में तीन लोकसभा और 29 विधानसभा सीटों पर शनिवार को मतदान संपन्न हो गए। कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के बावजुद कई जगह झड़प और बूथ कैपचरिंग की घटनाएं हुईं। मप्र में खंडवा लोकसभा और रैगांव, पृथ्वीपुर तथा जोबट विधानसभा सीट पर जोरदार मतदान हुआ है। प्रदेश में औसतन करीब 60 फीसदी मतदान हुआ है। अब सभी को नतीजों का इंतजार है। देशभर में ज्यादातर सीटों पर भाजपा और कांग्रेस के बीच सीधी भिड़ंत देखने को मिल रही है, वहीं कुछ सीटों पर क्षेत्रीय दलों का ज्यादा प्रभाव है। लोकसभा सीटों की बात करें तो दादरा व नगर हवेली, हिमाचल प्रदेश के मंडी और मध्य प्रदेश के खंडवा सीट पर वोट पड़ रहे हैं।
विधानसभा सीटों की बात करें तो असम की पांच, बंगाल की चार, मध्य प्रदेश, हिमाचल व मेघालय की तीन-तीन, बिहार, राजस्थान व कर्नाटक की दो-दो और आंध्र प्रदेश, हरियाणा, महाराष्ट्र, मिजोरम और तेलंगाना की एक-एक विधानसभा सीट के लिए मतदान हुआ है। दो नवंबर को मतों की गणना होगी। नगालैंड में भी विधानसभा की एक सीट पर उपचुनाव की घोषणा की गई थी लेकिन यहां 13 अक्टूबर को नेशनलिस्ट डेमोक्रेटिक प्रोग्रेसिव पार्टी के एक उम्मीदवार को निर्विरोध निर्वाचित घोषित कर दिया गया था।
मप्र में 60 फीसदी मतदान
खंडवा संसदीय क्षेत्र सहित पृथ्वीपुर, जोबट और रैगांव विधानसभा क्षेत्र के उपचुनाव के लिए शनिवार को मतदान संपन्न हो गया है। सभी सीटों पर 60 प्रतिशत से अधिक मतदान होने की उम्मीद है। खंडवा सीट पर 59, जोबट में 50, रैगांव में 66 और पृथ्वीपुर में 76 प्रतिशत से अधिक मतदान हुए हैं। चुनाव आयोग में भाजपा और कांग्रेस की ओर से 40 से अधिक शिकायतें की गई इनमें मतदान को प्रभावित करने का आरोप लगाया गया। अभी भी कुछ जगह पर कतार में लोग मतदान के लिए लगे हैं। मतदान का समय शाम छह बजे तक था। चारों सीटों पर कुल 26 लाख 50 हजार मतदाता 48 प्रत्याशियों के भाग्य का फैसला करेंगे। शांतिपूर्ण चुनाव के लिए सुरक्षा के पर्याप्त इंतजाम किए गए हैं। मतदान आरंभ होने से पहले माकपोल किया गया।
कांग्रेस ने भाजपा कार्यकर्ताओं से मारपीट की:शिवराज
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने आरोप लगाया है कि कांग्रेस उपचुनाव में संभावित हार से बौखला गई है। पृथ्वीपुर में मतदाताओं के साथ मारपीट की जा रही है। उन्हें धमकाकर पोलिंग बूथ से भगाया जा रहा है। बीजेपी ने इसको लेकर चुनाव आयोग में शिकायत भी की है। वोटिंग शुरू होने से लेकर अब तक 21 शिकायत चुनाव आयोग में भाजपा दर्ज करा चुकी है। इस पर कमलनाथ ने पलटवार किया है। उन्होंने कहा है कि हार के डर से मुख्यमंत्री झूठे आरोप लगा रहे हैं। मुख्यमंत्री का आरोप है कि चुनाव के पहले भी कांग्रेस ने पैसे बांटे, गुंडागर्दी की। पृथ्वीपुर शहर में मतदान केंद्रों पर वोटर्स को धमकाया, डराया और भगाया जा रहा है। पोलिंग बूथों पर कांग्रेस के एजेंट बीजेपी कार्यकर्ताओं के साथ मारपीट कर रहे हैं। इतना ही नहीं, कांग्रेसी वोटरों को रुपयों का लालच भी दे रहे हैं। शिवराज ने कहा कि कांग्रेस के नेता अधिकारियों और कर्मचारियों को अपमानित कर रहे हैं। चुनाव आयोग में झूठी शिकायत की जा रही हैं। इन अनैतिक साधनों का इस्तेमाल करके कांग्रेस जीत नहीं सकती है। उन्होंने कांग्रेस के नेताओं से कहा कि कर्मचारियों को डराना, धमकाना बंद करें और शालीनता से चुनाव लड़े। जनता को स्वतंत्र रूप से वोटिंग करने दें।
हार के डर से झूठे आरोप लगा रहे शिवराज:कमलनाथ
शिवराज सिंह चौहान के आरोपों पर कमलनाथ ने जवाब दिया है। उन्होंने कहा है कि हार के डर से मुख्यमंत्री झूठे आरोप लगा रहे हैं। सोशल मीडिया पर लिखा- शिवराज जी , पृथ्वीपुर विधानसभा उपचुनाव को लेकर दिया गया आप का बयान बता रहा है कि आपने मतदान समाप्ति के कुछ घंटों पूर्व ही अपनी हार स्वीकार कर ली है। हार की बौखलाहट में आपके द्वारा कांग्रेस पर झूठे व मनगढ़ंत आरोप लगाए गए हैं।