24 साल बाद गैर-गांधी के हाथ मे कांग्रेस की कमान

राहुल नहीं बनेंगे कांग्रेस अध्यक्ष, 30 सितंबर तक यात्रा पर
नई दिल्ली। राहुल के चुनाव नहीं लड़ने के बाद कांग्रेस की कमान गैर-गांधी के हाथ में जाना तय माना जा रहा है। १९९८ में सीताराम केसरी को हटाकर सोनिया गांधी कांग्रेस की अध्यक्ष चुनी गई थीं। उसके बाद २०१७ में राहुल कांग्रेस अध्यक्ष बने थे, लेकिन २०१९ में उन्होंने पद छोड़ दिया था। २०१९ के बाद से सोनिया अंतरिम अध्यक्ष के तौर पर कांग्रेस की कमान संभाल रही हैं, लेकिन हेल्थ इश्यू की वजह से उन्होंने अध्यक्ष बनने से इनकार कर दिया है। कांग्रेस में नए अध्यक्ष के नामों को लेकर सियासी अटकलें तेज हैं। इसी बीच पार्टी महासचिव जयराम रमेश ने बुधवार को कहा- राहुल गांधी नामांकन के दौरान भारत जोड़ो यात्रा पर रहेंगे और वे दिल्ली नहीं जाएंगे। रमेश के इस बयान के बाद यह तय हो गया है कि राहुल पार्टी के अध्यक्ष पद की कमान नहीं संभालेंगे। कांग्रेस अध्यक्ष के चुनाव को लेकर दिल्ली में भी हलचल शुरू हो गई है। राजस्थान के सीएम अशोक गहलोत आज सोनिया गांधी से मुलाकात करने पहुंचे हैं। वहीं, सांसद शशि थरूर सुबह कांग्रेस मुख्यालय पहुंचे और सेंट्रल इलेक्शन अथॉरिटी से मुलाकात की। पार्टी के दोनों वरिष्ठ नेता अध्यक्ष पद का चुनाव लड़ सकते हैं।
23 को नए अध्यक्ष के नाम पर चर्चा संभव
राहुल गांधी २३ सितंबर को भारत जोड़ो यात्रा से ब्रेक लेकर दिल्ली आएंगे। रमेश ने कहा कि राहुल अपनी मां सोनिया से मिलेंगे। रिपोट्र्स के मुताबिक राहुल इस दौरान सोनिया से नए अध्यक्ष के नाम को लेकर चर्चा कर सकते हैं। सोनिया गांधी ने २० सितंबर को संगठन महासचिव केसी वेणुगोपाल को केरल से वापस बुलवाया था। कांग्रेस अध्यक्ष पद के लिए नामांकन २४ सितंबर से ३० सितंबर तक दिल्ली मुख्यालय में होगा। कैंडिडेट को फेस-टु-फेस नामांकन फाइल करना होगा। जयराम रमेश के मुताबिक राहुल गांधी २४ सितंबर से ३० सितंबर तक भारत जोड़ो यात्रा पर रहेंगे। इस बीच वे दिल्ली नहीं जाएंगे।
सोनिया-गहलोत के बीच 2 घंटे बातचीत
कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष को लेकर सरगर्मियां तेज हैं। राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत का नाम अध्यक्ष पद की रेस में सबसे आगे है। इस सिलसिले में उन्होंने कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी से बुधवार शाम दो घंटे बातचीत की। दोनों नेताओं के बीच क्या बातचीत हुई, यह पता नहीं चल पाया है। मीडिया रिपोट्र्स के मुताबिक सोनिया ने इतना ही कहा कि पार्टी अध्यक्ष पद के लिए इस चुनाव में वे किसी का फेवर नहीं करेंगींं। उधर, गहलोत गुरूवार को राहुल गांधी से मिलने कोच्चि भी जाएंगे।
अध्यक्ष बने तो गहलोत को सीएम पद छोड़ना होगा:दिग्गी
दिल्ली पहुंचने पर गहलोत ने भले ही कांग्रेस अध्यक्ष के साथ सीएम बने रहने का संकेत दिया हो, लेकिन कांग्रेस नेता और मप्र के पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय ङ्क्षसह ने कहा है कि यदि वे अध्यक्ष बनते हैं तो उन्हें मुख्यमंत्री पद छोड़ना होगा। एनडीटीवी से बातचीत में दिग्विजय ङ्क्षसह ने कहा कि उदयपुर अधिवेशन में यह प्रस्ताव पास हुआ था कि एक व्यक्ति सिर्फ एक पद पर रहेगा। दिग्विजय खुद भी अध्यक्ष पद का चुनाव लड़ने की तैयारी कर रहे हैं। इससे पहले सुबह दिल्ली पहुंचने पर गहलोत ने कहा था कि अगर पार्टी के लोग मुझे चाहते हैं, उन्हें लगता है कि अध्यक्ष पद या सीएम पद पर मेरी जरूरत है तो मैं मना नहीं कर सकता। हमारे लिए पद कोई मायने नहीं रखता। एक पद, एक व्यक्ति का नियम केवल नॉमिनेटेड पोस्ट के लिए है। चुनाव लड़कर कोई भी दो पोस्ट पर रह सकता है।
समय बताएगा, मैं कहां रहूंगा:गहलोत
गहलोत ने कहा, समय बताएगा कि मैं कहा रहूंगा, कहां नहीं रहूंगा। एक पद, एक व्यक्ति फॉर्मूले पर उन्होंने कहा कि मेरी इच्छा तो ये है कि मैं किसी पद पर न रहूं, क्योंकि मैं बहुत पद पर रह चुका हूं। मेरी उपस्थिति से पार्टी को फायदा होना चाहिए, कांग्रेस मजबूत होनी चाहिए, मैं यह चाहता हूं। पार्टी ने मुझे बहुत कुछ दिया है। कांग्रेस सांसद शशि थरूर सुबह कांग्रेस मुख्यालय पहुंचे और सेंट्रल इलेक्शन अथॉरिटी से मुलाकात की। ये भी अध्यक्ष पद का चुनाव लड़ सकते हैं। उधर, कांग्रेस सांसद शशि थरूर सुबह कांग्रेस मुख्यालय पहुंचे और सेंट्रल इलेक्शन अथॉरिटी से मुलाकात की। ये भी अध्यक्ष पद का चुनाव लड़ सकते हैं।

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