सतना। सतना जिले के उचेहरा विकासखंड के पिथौराबाद गांव मे पिछले २२ दिनों से किसान टावर पर चढ़े हुए हैं। किसानों को टावर से उतारने के सभी प्रयास विफल हो गए हैं। किसानों का कहना है कि पिछले १० साल से आश्वासन के झूले में शासन और प्रशासन उन्हें झूला रहा है। किसानों को मुआवजा राशि दिलाने के जो भी पिछले समझौते किए गए उनका पालन नहीं हुआ। किसान मुआवजा राशि मिलने तक टावर से उतरने के लिए तैयार नहीं है। आदिवासी किसानों का आरोप है कि जनप्रतिनिधि और प्रशासन के अधिकारी पावर ग्रिड के साथ मिले हुए हैं। जिसके कारण किसानों के साथ अन्याय हो रहा है। पिछले १० वर्षों से मुआवजे के लिए किसान भटक रहे हैं। ५ बार पहले भी टावर में चढ़कर विरोध दर्ज कराया गया है। हर बार प्रशासन आश्वासन देकर नीचे उतार लेता है। उसके बाद फिर कुछ नहीं होता। इस बार किसान अपनी मांग को लेकर इस पार या उस पार की लड़ाई लड़ रहे हैं।
22 दिनो से बिजली के टावर पर चढ़े हुए हैं किसान
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