21 करोड़ खर्च, सारे काम अधूरे

अधिकारियों ने देखी मिनी स्मार्ट सिटी चंदिया की हकीकत, नागरिकों ने सुनाई कहानी
बांधवभूमि, उमरिया
जिले की चंदिया मिनी स्मार्ट सिटी के निर्माण मे हुई करोड़ो की धांधली, अव्यवस्थित और गुणवत्ताहीन निर्माण कार्यो की शिकायतों के बाद सीएम के निर्देश पर कमिश्नर राजीव शर्मा द्वारा गठित अधिकारियों के दल ने कल नगर का दौरा किया। इस दौरान उन्हे बताया गया कि भ्रष्टाचार और मनमानी के कारण नगर मे हुए अधिकांश कार्य अधूरे हैं, जबकि पूरी राशि आहरित की जा चुकी है। जिसके बाद दल ने निर्माण कार्यो का निरीक्षण किया और तकनीकी टीम से विस्तृत जांच का आश्वासन नागरिकों को दिया। इस अवसर पर अपर आयुक्त श्रीमती पांडे, मुख्य नगर पालिका अधिकारी आनंद श्रीवास्तव, तहसीलदार विंद्रेश पाण्डेय सहित लोक निर्माण तथा मिनी स्मार्ट सिटी की निर्माण एजेन्सी के अधिकारीगण उपस्थित थे।
बिना पूंछे घटा दी साईज
संभाग आयुक्त द्वारा गठित दल ने स्थानीय नागरिकों से इस संबंध मे विस्तृत चर्चा की। जिसमे उन्हे बताया गया कि स्मार्ट सिटी का कोई भी काम पूरा नहीं है। जो कार्य कराये गये हैं, उनकी गुणवत्ता बेहद घटिया है। इतना ही नहीं परियोजना मे दर्ज सड़कों व नालियों की साईज बगैर किसी से अनुमति लिये घटा दी गई है। निरीक्षण के दौरान नगर परिषद अध्यक्ष पुरुषोत्तम कोल (कंजा), उपाध्यक्ष अनुपम चतुर्वेदी, भाजपा नेता आशुतोष अग्रवाल, रामनारायण पयासी, अरविंद चतुर्वेदी, पंकज तिवारी, कांग्रेस के राघवेन्द्र अग्रवाल मोनू, मनोज द्विवेदी, संजय अग्रवाल, वंशस्वरूप शर्मा, घनश्याम सोनी सहित अखिल अग्रवाल, पार्षद गुरुदयाल रजक, मोती लाल कोरी सुरेंद मरकेरहा, मुकेश वर्मा, भोलू रत्नाकर शर्मा, शिवम तिवारी, मानस मिश्रा, अशोक अग्रवाल, अश्विनी साहू स्वप्निल चतुर्वेदी आदि नागरिक मौजूद रहे।
सीएम ने लिया था संज्ञान
जानकारी के मुताबिक चंदिया स्मार्ट सिटी के तहत हुए घटिया और अधूरे निर्माण तथा धांधली का मामला संज्ञान मे आने के बाद मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान द्वारा गत दिवस वीडियो कांफ्रेन्सिंग मे कमिश्नर को समूचे मामले की जांच का निर्देश दिया गया था। जिसके बाद उन्होने अपर कमिश्नर की अध्यक्षता मे एक दल गठित किया है।
पांच साल मे भी स्मार्ट नहीं हुई सिटी
गौरतलब है कि राज्य के सीएम श्री चौहान ने करीब 5 वर्ष पूर्व चंदिया को मिनी स्मार्ट सिटी बनाने की घोषणा की थी। जिसके लिये पहली किस्त के रूप मे 25 करोड़ रूपये जारी किये गये थे। जिसके अंतर्गत नगर मे सड़कों, नालियों, चौराहों का उन्नयन, पुराने मंदिरों, तालाबों व श्मसान घाटों का जीर्णोद्धार, पार्क विकसित करने, बस स्टेण्ड, मुख्य मार्गो व मोहल्लों मे प्रकाश व्यवस्था आदि विभिन्न निर्माण कार्य कराये जाने थे। जो कि आज तक पूरे नहीं हो सके हैं, जिससे लोगों मे भारी असंतोष है।

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