मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के साथ नई हितग्राही लाड़ली बहनों ने पौधे लगाकर जाहिर की खुशी
भोपाल।मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि राज्य शासन ने मुख्यमंत्री लाड़ली बहना योजना में 21 से 23 वर्ष आयु की बहन-बेटियों को भी शामिल करने का निर्णय लिया है। साथ ही योजना में वे बहनें भी शामिल होंगी, जिनके पास 5 एकड़ से कम जमीन है, लेकिन ट्रेक्टर होने से फोरव्हीलर के मापदंड की वजह से योजना में शामिल नहीं हो पाई है। इन बहनों को भी 1000 रूपए और बाद में राशि बढ़ने पर बढ़ी हुई राशि दी जाएगी। मुख्यमंत्री श्री चौहान श्यामला हिल्स स्थित उद्यान में 21 से 23 वर्ष आयु समूह की लाड़ली बहनों के साथ पौध-रोपण के बाद मीडिया के प्रतिनिधियों से चर्चा कर रहे थे।
10 अगस्त को रीवा से लाड़ली बहनों के खातों में अंतरित करेंगे राशि
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि लाड़ली बहनों के खाते में राशि जारी करने के लिए प्रतिमाह की 10 तारीख तय है। अगले माह 10 अगस्त को रीवा से योजना की राशि प्रदेश के सभी गाँवों और वार्डों में रहने वाली लाड़ली बहनों के खाते में डाली जाएगी। इस बीच 21 से 23 साल तक की लाड़ली बहनों के रजिस्ट्रेशन का अभियान भी आरंभ हो जाएगा। बहन-बेटियों को बहुत-बहुत शुभकामनाएँ, वे सुखी रहेंगी तो मेरा जीवन सार्थक हो जाएगा।
25 जुलाई से आंरभ होंगी 5 यात्राएँ
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि प्रदेश में 25 जुलाई से 5 यात्राएँ आरंभ होंगी। यह सभी यात्राएँ अलग-अलग गाँव से गाँव की माटी और नदी का जल लेकर सागर पहुँचेगी। सागर में 12 अगस्त को भगवान संत रविदास जी के मंदिर निर्माण का शिलान्यास होगा।मुख्यमंत्री श्री चौहान ने 21 से 23 वर्ष आयु समूह की बहन-बेटियों को मुख्यमंत्री लाड़ली बहना योजना में जोड़ने के प्रतीकस्वरूप बहनों के साथ पौध-रोपण किया। मुख्यमंत्री ने पीपल, बरगद, कदम्ब, करंज, महुआ, खिरनी, आम और नीम के पौधे रोपे। पौध-रोपण में श्रीमती सुधा राठौर, राधिका, शाहीन, आफरीन, कंचन, राधिका, तनु, गणेशी, आराध्या, नैन्सी और पूजा नायक शामिल हुईं। मुख्यमंत्री के साथ श्रीमती अंजना पेठिया ने पति श्री संतोष पेठिया और पुत्र सर्वश्री अनुतोष एवं अन्वेष पेठिया सहित अपने जन्म-दिवस पर पौधे रोपे। पूर्व पार्षद श्री महेश मकवाना ने भी अपने जन्म-दिवस पर परिजनों श्रीमती मंजू मकवाना, सुश्री रिद्धि और श्री किशोर मकवाना सहित पौधे लगाए। श्री कमल बघेल, सुश्री सुनंदा एवं अनाया बघेल ने भी पौधे लगाए।