मुंबई के ताड़देव इलाके मे हुई हृदय विदारक घटना, 22 घायल
मुंबई। शनिवार सुबह मध्य मुंबई के ताड़देव इलाके में भाटिया अस्पताल के पास एक बहुमंजिला आवासीय इमारत की 18वीं मंजिल पर भीषण आग लगने से कम से कम 7 लोगों की मौत हो गई और 22 अन्य घायल हो गए. यह आग शॉर्ट सर्किट की वजह से लगी है. मनपा के एक अधिकारी ने इस बात की जानकारी देते हुए बताया कि गोवालिया टैंक में गांधी अस्पताल के सामने स्थित ‘कमला’ नाम की इमारत में सुबह करीब सात बजे आग लगी, उस समय इसमें रहने वाले कई लोग सो रहे थे. ‘यह 20 मंजिल का इमारत है लेकिन आग इसकी 18वीं मंजिल पर लगी थी. ’18वीं मंजिल पर आग लगने के तुरंत बाद, निवासी अपने परिवार के सदस्यों के साथ बाहर की ओर भागने लगे. प्रत्येक मंजिल पर कम से कम छह फ्लैट हैं. आग ने 18वीं और 19वीं मंजिल को अपनी चपेट में ले लिया और कुछ निवासी वहां फंस गए.’ आग लगने के बाद इमारत में बिजली की सप्लाई बंद हो गई. जानकारी मिलते ही दमकल कर्मी और पुलिस तुरंत मौके पर पहुंची. आग बुझाने के लिए दमकल की 24 गाड़ियां और पानी के सात टैंकर की मदद से आग को काबू में किया गया. इस आग को तीसरे स्तर की (भीषण) आग बताया गया है. इस घटना में 22 लोग घायल हो गए और उन्हें पास के विभिन्न अस्पतालों में ले जाया गया है.’ नायर अस्पताल ले जाए गए 6 में से 5 घायलों की मौत हो गई जबकि दो अन्य लोगों की मौत दो अलग-अलग अस्पतालों- भाटिया अस्पताल और कस्तूरबा अस्पताल में हुई. अबतक तीन मृतकों की पहचान हो पाई है जिनके नाम हितेश मिस्त्री, मंजूबने कंथारिया और पुरुषोत्तम चोपडेकर बताया गया है.
मृतकों के परिजनों को 7 लाख के मुआवजे का ऐलान
मुंबई की महापौर किशोरी पेडनेकर और सांसद अरविंद सावंत ने ऐलान किया कि मृतकों के परिवारों को 5 लाख रुपये दिया जायेगा और घायलों का इलाज का खर्चा महानगरपालिका उठायेगी. वहीं प्रधानमंत्री कार्यालय द्वारा भी मृतकों के परिजनों के लिए 2 लाख की मदद की घोषणा की गई है. साथ ही घायलों के परिजनों के लिए 50 हजार रुपए की मदद का ऐलान किया गया है.
घायलों को भर्ती करने से अस्पतालों ने किया इंकार
आग लगने की घटना के बाद तीन अस्पतालों द्वारा घायलों को भर्ती करने से इंकार करने की खबर है. स्थानीय लोगों द्वारा दी गई जानकारियों की पुष्टि करते हुए मुंबई की महापौर किशोरी पेडणेकर ने कहा कि मुंबई सेंट्रल के वोक्हार्ट और रिलायंस और भायखला के मसीना अस्पताल ने घायलों को भर्ती करने से मना कर दिया था. स्थानीय लोगों के मुताबिक जब वे लोग घायल मरीजों को ले गए तो इन अस्पतालों ने पैसे ना होने और कोविड टेस्ट रिपोर्ट के अभाव में घायलों को भर्ती करने से मना कर दिया. इसके बाद घायलों को नायर अस्पताल में भर्ती करवाना पड़ा.
अस्पतालों पर कड़ी कार्रवाई होगी
इस घटना पर विधानसभा में विपक्षी नेता देवेंद्र फडणवीस ने क्षोभ जताया है. उन्होंने कहा है कि संबंधित अस्पतालों पर कठोर कार्रवाई की जाए. महाराष्ट्र के उप मुख्यमंत्री अजित पवार ने कहा कि इमरजेंसी के हालात में घायलों को भर्ती करने से अस्पताल मना नहीं कर सकते. इस पूरी घटना की जांच की जाएगी. मुंबई उपनगर के संरक्षक मंत्री आदित्य ठाकरे और मुंबई शहर के संरक्षक मंत्री असलम शेख इस घटना पर पूरी निगरानी रख रहे हैं.
प्रधानमंत्री ने शोक व्यक्त किया
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ट्वीट किया, ‘‘मुंबई के ताड़देव की एक इमारत में आग लगने की घटना से दुखी हूं। मैं शोक संतप्त परिवारों के प्रति संवदेना व्यक्त करता हूं और घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना करता हूं।
राहुल गांधी ने घटना पर जताया दुख
पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने मुंबई की एक बहुमंजिला इमारत में आग लगने की घटना पर दुख जताया और पार्टी कार्यकर्ताओं का आह्वान किया कि वे प्रभावित लोगों की हर संभव मदद करें। उन्होंने फेसबुक पोस्ट में कहा, इमारत में आग लगने की दुखद खबर मिली है। घटना में मारे गए लोगों के परिवारों के प्रति मेरी गहरी संवेदना है। इस घटना में घायलों के जल्द स्वस्थ होने की कामना करता हूं।’’ राहुल गांधी ने कहा, ‘‘मैं कांग्रेस कार्यकर्ताओं से अपील करता हूं कि वे हर संभव मदद करें। मध्य मुंबई के ताड़देव इलाके में एक बहुमंजिला आवासीय इमारत की 18वीं मंजिल पर शनिवार सुबह भीषण आग लगने से कम से कम सात लोगों की मौत हो गई और 16 अन्य जख्मी हो गए। बृहन्मुंबई महानगर पालिका (बीएमसी) के एक अधिकारी ने बताया कि गोवालिया टैंक में गांधी अस्पताल के सामने स्थित इमारत ‘कमला’ में सुबह करीब सात बजे आग लगी, उस समय इसमें रहने वाले कई लोग सो रहे थे।