श्रद्धा की मौत का राज खुला, हत्या के बाद किये थे 36 टुकड़े, आरोपी गिरफ्तार
मुंबई। एक युवक से युवती की मुलाकात मुंबई में काम करने के दौरान हुई और एक-दूसरे के प्रति आकर्षित होते ही दोनों करीब हो गए। यह बात घरवालों को पसंद नहीं आई तो ये कपल दिल्ली चला गया और मेहरौली में फ्लैट लेकर रहने लगा। इसके बाद जो हुआ वह वह पढ़कर आपके भी होश उड़ जायें। आफताब नाम के युवक ने अपनी लिव-इन पार्टनर श्रद्धा की बेरहमी से हत्या कर दी। इतना ही नहीं उसने क्रूरता की हदें पार करते हुए श्रद्धा के शव के ३५ टुकड़े कर दिए और १८ दिन तक दिल्ली में फेंकता रहा। आखिऱकार दिल्ली पुलिस ने आरोपी आफताब को गिरफ्तार कर लिया. आफताब ने इस तरह से मर्डर की साजिश रची थी कि उस तक पहुंचने में पुलिस के भी पसीने छूट गए थे। आखिरकार छह महीने बाद उसे पुलिस ने पकड़ लिया। लव मर्डर की इस खूनी घटना से हर कोई सदमे में है। आफताब के जानने वालों को भी ये विश्वास नहीं हो रहा कि बेहद सिंपल दिखने वाले आफताब ने क्रूरता की सारी हदें पार कर दी। उसका पूरा नाम आफताब अमीन पूनावाला है। उसने दिल्ली में एक नहीं बल्कि कई जगहों पर शव के टुकड़े किए।
पुलिस से बचने की कोशिश
आफताब ने पुलिस से बचने की काफी कोशिश की। उसे यकीन था कि श्रद्धा के शव तक पुलिस कभी नहीं पहुंचेगी और उसका राज हमेशा के लिए राज बना रहेगा। श्रद्धा मुंबई से सटे पालघर जिले की रहने वाली थीं। जब पुलिस ने आफताब की क्रूरता बयां की तो सुनने वालों के भी रोंगटे खड़े हो गए। १८ मई को आफताब अमीन पूनावाला ने किसी कारण से झगड़ा होने पर श्रद्धा की गला दबाकर हत्या कर दी। फिर उसने श्रद्धा के शरीर को ३५ टुकड़ों में काट दिया और इसे स्टोर करने के लिए एक फ्रिज खरीदा। अगले १८ दिनों तक आफताब आधी रात के बाद घर से निकलता और श्रद्धा के शरीर के अंगों को दिल्ली में अलग-अलग जगहों पर फेंकता रहा। उसने पुलिस को बताया कि वह हर २ किलो मीटर के बाद शवों के टुकड़ों को जंगल में फेंक देता था ताकि जानवर उसे खा सकें।
कॉल सेंटर मे काम करती थी श्रद्धा
एक पुलिस अधिकारी के अनुसार इस प्रेम कहानी की शुरूआत मुंबई से हुई थी। २६ साल की श्रद्धा एक मल्टीनेशनल कंपनी के कॉल सेंटर में काम करती थी। यहीं उसकी मुलाकात आफताब पूनावाला से हुई थी। दोनों ने डेटिंग शुरू कर दी और साथ में अधिक समय बिताने लगे। उनके रिश्ते को परिवार ने स्वीकार नहीं किया, इसलिए वे परिवार को बताए बिना दिल्ली चले गए। वहां महरौली इलाके में एक फ्लैट में रहने लगा। कुछ समय तक तो ठीक रहा लेकिन बाद में शादी लेकर दोनों के बीच झगड़ा शुरू हो गई। श्रद्धा चाहती थीं कि आफताब शादी कर ले लेकिन वह तैयार नहीं था। दूसरी ओर, श्रद्धा को अपने परिवार से फोन आना बंद हो गया था। ८ नवंबर को उसके पिता विकास मदन बेटी का हाल-चाल जानने दिल्ली पहुंचे। जब वे फ्लैट में गए तो दरवाजा अंदर से बंद था। इस पर वह तुरंत महरौली पुलिस के पास गए और अपहरण की शिकायत दर्ज कराई. उनकी शिकायत के आधार पर पुलिस ने शनिवार को आफताब को गिरफ्तार कर लिया। पूछताछ में उसने कहा कि श्रद्धा उससे शादी करना चाहती थी, इसलिए उनके बीच लड़ाई शुरू हो गई। बहरहाल पुलिस ने हत्या का मामला दर्ज कर श्रद्धा के शव की तलाश शुरू कर दी है।
18 दिनो तक ठिकाने लगाता रहा प्रेमिका का शव
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