दो गार्डों ने अफसरों के आने से पहले अपने कपड़े फाड़े, महिला पुलिसकर्मी ने घायल होने का नाटक किया
महिला पुलिसकर्मी ने बढ़ा-चढ़ाकर बताई कहानी
कैदियों के भागने के बाद महिला गार्ड मधु ने काफी बढ़ा-चढ़ा कर दर्शाया कि भागते समय कैदियों को उसने रोकने का प्रयास किया। इस दौरान कैदियों ने उसे उठाकर फेंक दिया। इससे वह चोटिल भी हुई, लेकिन खुद की परवाह किए बगैर उसने भरसक प्रयास किया। घटना के तुरंत बाद उसे अपने चोटिल होने के साथ तबीयत बिगड़ने की जोरदार एक्टिंग भी की, लेकिन पूछताछ में उसकी पोल खुल गई। जेल के कार्यवाहक जेलर नवीबक्स, गार्ड सुनील कुमार, मदनपाल सिंह और मधु देवी को सस्पेंड कर दिया गया है।
अंदर का गेट खोला, बाहर के गेट पर नहीं था ताला
जेल के दो गेट हैं। बंदियों को बैरकों में डालने व निकालने के वक्त दोनों में से एक पर ताला होना चाहिए, लेकिन सोमवार को घटना के वक्त बाहरी गेट पर ताला नहीं था और अंदर का गेट वैसे ही खोला गया था। ऐसे में बंदियों के सामने न दीवार फांदने की नौबत आई और न ही कोई हथियार चलाने की। कचहरी परिसर में उप कारागृह सिर्फ विचाराधीन बंदियों को रखने के लिए है। 40 गुणा 60 फीट के एरिया में ही यह जेल बनी हुई। यहीं SDM कोर्ट है। इतनी छोटी सी जगह में तीन बैरक हैं। साथ ही जेल का ऑफिस व कर्मचारियों के रहने के क्वार्टर हैं।