13 हजार किसानो की धान खरीदी अब भी बाकी
एक मांह मे हुआ मात्र 33 प्रतिशत उपार्जन, नहीं पहुंच रहा माल लाने का संदेश
उमरिया। जिले मे धान का उपार्जन कार्य समाप्त होने मे अब मात्र एक महीना शेष रह गया है, इसके बावजूद करीब 13 हजार किसानो की धान नहीं खरीदी जा सकी है। ये सभी घरों मे धान रख कर अपनी बारी का इंतजार कर रहे हैं। कई किसानो का कहना है कि अभी तक उनके पास माल लाने का संदेश नहीं पहुंचा है। बिगड़ते मौसम के सांथ ही उन्हे समय खत्म होने की चिंता भी सताने लगी है। जानकारी के मुताबिक खरीफ उपार्जन-2020 हेतु जिले मे कुल 18189 किसानो का पंजीयन हुआ था। जिला आपूर्ति अधिकारी द्वारा जारी आंकड़ों के अनुसार 15 दिसंबर तक जिले के 5086 किसानो से 207559 विक्टल धान की खरीदी की जा चुकी है। ऐसे मे अभी भी 13021 किसानो से खरीदी की जानी शेष है। धान की खरीदी आगामी 16 जनवरी 2021 तक की जाएगी।
कई केन्द्रों मे बेहद कम खरीदी
ज्ञांतव्य हो कि इस बार जिले मे 43 उपार्जन केन्द्र बनाये गये हैं। जिनमे कई केन्द्रों पर बेहद कम खरीदी हुई है। वहीं सेवा सहकारी समिति ददरौडी और आदिम जाति सेवा सहकारी मर्यादित अतिरिक्त केन्द्र कछरा टोला मे तो अब तक उपार्जन ही नही हुआ है।
गत वर्ष आई थी दिक्कत
गौरतलब है कि गत वर्ष धीमी गति के कारण निर्धारित समय तक सैकड़ों किसानो की धान का उपार्जन नहीं हो सका था। स्थानीय जनप्रतिनिधियों के आग्रह पर मुख्यमंत्री द्वारा 3 दिन का समय बढ़ाया भी गया इसके बावजूद क्विंटलों अनाज खरीदी के बाद भी पोर्टल मे दर्ज नहीं हो सका था। हलांकि फिर अधिकांश उपार्जन का भुगतान हो गया। किसानो को लगता है कि कहीं वैसी स्थिति पुन: न खड़ी हो जाय। लिहाजा वे जल्दी से जल्दी अपनी धान बेंच देना चाहते हैं।
केन्द्रों पर व्यवस्थाओं की कमी
बताया जाता है कि उपार्जन केन्द्रों पर हम्माल आदि की पर्याप्त व्यवस्थायें न होने से काम मे तेजी नहीं आ रही है। इतना ही नहीं अनाज पलटने और भरने का काम भी किसानो को ही करना पड़ रहा है। वहीं तुलाई न होने से कई किसानो को कड़कड़ाती ठंड मे रात वहीं गुजारनी पड़ रही है।
केन्द्र से नहीं लौटा कोई किसान
किसी भी उपार्जन केन्द्र से कोई भी किसान वापस नहीं लौटा है। एसएमएस के अलावा समितियों द्वारा मोबाईल पर भी सूचना पहुंचाई जा रही है। संबंधित अधिकारियों को निर्धारित समय तक सभी किसानो की धान का उपार्जन करने हेतु निर्देशित किया गया है। अन्य कोई दिक्कत होगी तो उसका भी समाधान किया जायेगा।
संजीव श्रीवास्तव
कलेक्टर, उमरिया