केंद्रीय मंत्री राजनाथ सिंह व सीएम शिवराज ने दी बड़ी सौगात, साढ़े 6 हजार करोड़ राशि ट्रांसफर
राजगढ़। राजगढ़ जिले में किसान कल्याण महाकुंभ आयोजित किया गया। जिसमें केंद्रीय रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह और मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने सिंगल क्लिक से किसानों के खातों में 6 हजार करोड़ रूपये ट्रांसफर किए। मुख्यमंत्री कृषक ब्याज माफी योजना-2023 में 11 लाख किसानों के खाते में 2123 करोड़ रूपये, प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना में 44 लाख 49 हजार किसान के खाते में 2900 करोड़, मुख्यमंत्री किसान-कल्याण योजना में 70 लाख 61 हजार किसान के खाते में 1400 करोड़ की सौगात दी। इस दौरान सीएम शिवराज सिंह ने कहा कि कमलनाथ ने जो कर्ज माफी का वादा किया था। इसके बाद किसानों ने ब्याज नहीं भरा। वह ब्याज की गठरी 2200 करोड़ हो गई। आज हम वह गठरी उतार रहे हैं।
इस अवसर पर सीएम शिवराज ने किसान सम्मान निधि की राशि बढ़ाने की भी घोषणा की। प्रदेश सरकार ने 2 हजार बढ़ाये। अब किसानों को 6 हजार केंद्र व 6 हजार राज्य सरकार के मिलेंगे। पहले प्रदेश सरकार 4 हजार रुपये हर साल देती थी। सीएम ने कहा कि हर गांव में बनाएंगे लाडली बहना सेना। किसानों, बहनो को आगे लाएंगे। सीएम ने यह भी घोषणा की कि लाडली बहना योजना में ट्रैक्टर वाले परिवार को भी एक हजार रुपये देंगे।
बहनों की जिंदगी बदलना हमारा मिशन
मुख्यमंत्री ने कहा कि आज केंद्रीय मंत्री राजनाथ सिंह आए है। मैंने उनसे राजनीति का कखग सीखा है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सरकार के 9 साल पूरे हुए हैं, स्वागत कीजिए मोदी जी का। आज मेरी लाड़ली बहनें इतनी बड़ी संख्या में आई हैं। योजना का पैसा खाते में नहीं आया तो बाकी 50 लाख बहनों के खातों में भी पैसा कल सवेरे तक आ जाएगा। हम कमलनाथ थोड़े ही है। एक बात और सुन लो, केवल एक हजार नहीं जैसे-जैसे पैसे का इंतजाम होगा, वैसे-वैसे एक हजार से बढ़ाकर 1250 रुपए फिर 1500 रुपए फिर 1750, 2 हजार, 2000 रुपए फिर 2500 रुपए करूंगा। इसको बढ़ाकर 3 हजार रुपये तक ले जाऊंगा। बहनों की जिंदगी बदलना हमारी जिंदगी का मिशन है।
नल-जल योजना का लोकार्पण
इसके साथ ही रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह मोहनपुरा-कुंडालिया पाइप सिंचाई प्रणाली और गोरखपुरा समूह नल-जल योजना का लोकार्पण किया। महाकुंभ में 11 हजार 378 करोड़ रुपये से अधिक के विकास कार्यों का भूमि-पूजन और लोकार्पण किया गया। इस कार्यक्रम में 11 करोड़ 25 लाख रुपये की साढ़े 24 किलोमीटर लंबी सड़क का लोकार्पण और राजगढ़ नगर सुरक्षा के लिये नेवज नदी के तट पर 16 करोड़ 30 लाख रुपये की बाढ़ सुरक्षा दीवार निर्माण कार्य का भूमि-पूजन किया गया है। 1689 हितग्राहियों को मुख्यमंत्री आवासीय भू-अधिकार-पत्र वितरित किए गए।
कुछ लोग मौसमी हिंदू बन रहे
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने अपने संबोधन में विपक्षी कांग्रेस और राहुल, प्रियंका गांधी पर भी हमला बोला। राजनाथ ने कहा कि कुछ लोग मौसमी हिन्दू बन रहे हैं। चुनाव के लिए नर्मदा जी का पूजन कर रहे हे। पहले हम भगवान राम, हनुमान का नाम लेते थे तो इन पर पहाड़ टूटता था। राम मंदिर मामले में मप्र की सुंदरलाल पटवा सरकार को बर्खास्त किया था। राजनाथ ने सुरक्षा के मोर्चे पर देशविरोधी ताकतों को कड़ा संदेश देते हुए कहा कि हमें छेड़ा तो हम इस पार भी मार सकते हैँ और जरूरत पड़ी तो उस पार जाकर भी मार सकते हैँ। राजनाथ ने कहा कि आयोजन को देखकर लग रहा हे कि शिवराज सिंह चौहान ने उत्कृष्ट व उत्तम कार्य किया है, जिससे मैं गद्गद हो गया हूं। शिवराज सिंह करिश्माई व्यक्तित्व हैं। चुनाव में सब मदद करना।
देश में पहली बार भूमिगत नहरों का लोकार्पण
यह पहला ही मौका जब देश में कहीं पर अंडरग्राउंड नहरों का लोकार्पण हुआ है। मोहनपुरा-कुंडालिया बांधों से 1 लाख 25 हजार हेक्टेयर कृषि भूमि के रकबे में सिंचाई करने के लिए यह नहरें पूरी तरह से तैयार है। जिनका आज लोकार्पण हुआ। दोनों परियोजनाओं से 2 लाख 85 हजार हेक्टेयर में सिंचाई होना है। जिसमें से अभी तक दोनों से 1 लाख 25 हजार हेक्टेयर तैयार हो चुका है। 95 हजार हेक्टेयर मोहनपुरा बांध से व 30 हजार हेक्टेयर कुंडालिया बांध से सिंचाई के लिए नहरें तैयार हैं। जिसमें से कुछ हिस्से में पिछले रबि सीजन के समय सिंचाई भी शुरू की गई थी।
537 गांवों के किसान होंगे लाभांवित
दोनों ही बांधों से कुल करीब 988 गांवों को लाभ मिलना है। जिसमें फिलहाल 1 लाख 25 हजार हेक्टेयर जमीन के लिए नहरों का लोकार्पण होने से अभी 537 गांव लाभांवित होंगे। इससे लाखों लोगों की भूमि हरी-भरी होगी। सबसे अधिक लाभ कालीपीठ क्षेत्र के पथरीले हिस्से को मिलेगा। जहां कभी पानी की किल्लत के कारण फसलों की पैदावार नहीं हो पाती थी। अब इससे फसलों की पैदावार बढऩा तय है। मोहनपुरा देश की पहली ऐसी सिंचाई परियोजना है जिसके माध्यम से अंडरग्राउंड पइपलाइन के जरिए नहरों को तैयार किया है। प्रेशराइज्ड पाइप प्रणाली वाली यह नहर देश ही नहीं, बल्कि विश्व के कई देशों तक विख्यात है। पिछले दिनों जल की बचत को लेकर मप्र को केंद्रीय सिंचाई व शक्ति मंडल द्वारा 3 मार्च को अवार्ड मिला था। यह अवार्ड मप्र के एसीएस को केंद्रीय मंत्री आरके सिंह द्वारा प्रदान किया गया था।