हादसे के तीसरे दिन मोरबी पहुंचे प्रधानमंत्री

घायलों और अपनों को खोने वाले परिवारों से मिले, टूटे ब्रिज का मुआयना भी किया

मोरबी| मोरबी के मच्छू नदी पर बना केबल ब्रिज 30 अक्टूबर को टूट गया था| इस हादसे में 140 से अधिक लोगों की मौत हो गई थी और अनेक घायल हो गए थे| प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी आज मोरबी पहुंचे और सबसे दुर्घटनास्थल का दौरा किया| इस मौके पर मुख्यमंत्री भूपेन्द्र पटेल और गृह राज्यमंत्री हर्ष संघवी ने उन्हें घटना की पूरी जानकारी दी| पीएम मोदी ने घटनास्थल का हवाई निरीक्षण भी किया| पीएम मोदी ने बचाव कार्य में जुटी टीमों के सदस्यों से भी मुलाकात की और उनके प्रति आभार व्यक्त किया| घटनास्थल का दौरान करने के बाद पीएम मोदी मोरबी के अस्पताल पहुंचे जहां उन्होंने दुर्घटना के घायलों से मुलाकात की| इस दौरान पीएम मोदी भावुक हो गए और घायलों के साथ ही मृतकों के परिजनों का सांत्वना देते दिखाई दिए| पीएम मोदी ने पीड़ित परिवारों को हरसंभव मदद के साथ दोषियों के खिलाफ सख्त से सख्त कार्यवाही करने का भी आश्वासन दिया| मोरबी दौरे से पहले पीएम मोदी ने उच्चस्तरीय बैठक की थी| मोरबी पहुंचने के बाद पुलिस अधीक्षक कचहरी में भी उच्चस्तरीय बैठक की| बता दें कि मोरबी दुर्घटना को लेकर 2 नवंबर को गुजरात में राजकीय शोक का ऐलान किया गया है| राज्यव्यापी राजकीय शोक के दौरान सरकारी भवनों पर राष्ट्रीय ध्वज आधा झुका रहेगा और कोई समारोह या मनोरंजन के कार्यक्रम नहीं होंगे| गुजरात के मुख्यमंत्री भूपेन्द्र पटेल ने राज्य के लोगों से दुर्घटना में अपनी जान गंवाने वाली दिवंगत आत्माओं की शांति के लिए प्रार्थना करने की अपील की है| साथ ही उनके परिवारों को इस आघात को सहन करने की शक्ति प्रदान करने की भी ईश्वर से प्रार्थना करने की अपील की है|

दिग्विजय सिंह ने की सीएम के स्तीफे की मांग

कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और राज्यसभा सांसद दिग्विजय सिंह ने मोरबी पुल दुर्घटना को लेकर गुजरात के मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल के इस्तीफे की मांग की है। राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत, पार्टी की गुजरात इकाई के अध्यक्ष जगदीश ठाकोर और मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह के नेतृत्व में कांग्रेस के एक प्रतिनिधिमंडल ने मोरबी का दौरा किया। दिग्विजय सिंह ने कहा कि इस आपदा के लिए सरकार जिम्मेदार है और मुख्यमंत्री को नैतिक आधार पर इस्तीफा देना चाहिए।
सिंह ने कहा, मैं कोई राजनीति नहीं करना चाहता, लेकिन मुझे पता चला है कि जब रविवार शाम पुल गिरा, तब भाजपा (भारतीय जनता पार्टी) के मंत्री, सांसद, जिलाधिकारी और मोरबी जिले के पुलिस अधीक्षक पास ही एक स्थान पर बैठक कर रहे थे। उन्होंने बैठक जारी रखी और उसी समय यहां नहीं आए। सिंह ने पूछा कि अधिकारियों से बिना किसी (फिटनेस) प्रमाण पत्र के पुल को जनता के लिए कैसे खोल दिया ?
उन्होंने कहा, यह मानव-निर्मित नहीं, सरकार-निर्मित आपदा है और गुजरात के मुख्यमंत्री को इसके लिए जनता से माफी मांगनी चाहिए और पद से इस्तीफा देना चाहिए। इतने सारे लोगों को पुल पर क्यों जाने दिया गया? जवाबदेही तय की जानी चाहिए और दोषियों को जल्द से जल्द गिरफ्तार किया जाए। पुलिस ने पुल का प्रबंधन करने वाले ‘ओरेवा’ समूह के चार लोगों सहित नौ लोगों को गिरफ्तार किया। ब्रिटिश-युग के इस पुल का रखरखाव और संचालन का काम करने वाली कंपनियों के खिलाफ भी मामला दर्ज किया गया है।

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