व्यथित दुकानदार ने कहा-मुख्यमंत्री दे रहे कर्ज और अधिकारी छीन रहे रोजगार
हांथठेला उठाने पहुंचे, तो स्ट्रीट वेंडर ने खुद पर डाल लिया केरोसीन
उड़े अधिकारियों के होंश, तेवर नर्म कर टाला हादसा
उमरिया। जिला मुख्यालय के स्टेशन रोड पर चाय और पकौड़े की दुकान लगाने वाले दुकानदार ने कल नगर पालिका अमले के होंश ही उड़ा दिये। दरअसल पालिका के अधिकारी सुबह करीब 7 बजे कन्हैया लाल नामदेव निवासी विकटगंज के पास पहुंचे और कहने लगे कि वे उसका हाथठेला उठाने आये हैं। जिसे सुन कर पहले तो कन्हैया ने उन्हे अपने परिवार का वास्ता देकर खूब आरजू-मिन्नतें की पर जब वे नहीं माने तो उसने खुद पर केरोसीन डाल लिया और अमले की ओर बढऩे लगा। अचानक हुई इस घटना से नपा अधिकारी सकपका गये और रूख नर्म कर लिया। जिससे अप्रिय घटना टल गई।
यह था मामला
बताया गया है कि 64 साल का बुजुर्ग कन्हैया लाल नामदेव स्टेशन रोड पर सुबह और शाम हांथ ठेले पर चाय और पकौड़े की दुकान लगाता है। उसके अगल और बगल भी दर्जनो लोग गुमटियों मे चाय, नास्ते, पान आदि की दुकाने लगाते हैं। नामदेव ने बताया कि कल सुबह सीएमओ एसके गढ़पाले वहां पहुंचे और कहने लगे के तुम्हारे ठेले पर बैठ कर लोग शराब पीते हैं, इसलिये अब ठेला यहां नहीं रहेगा। यह सुन कर कन्हैया घबरा गया और जब उसे कुछ नहीं सूझा तो खुद पर केरोसीन डाल ली।
मिला था स्ट्रीट वेण्डर का कर्ज
उधर कन्हैया का कहना है कि कोरोना के बाद हुए लॉकडाउन से वह बुरी तरह टूट चुका है। इस दौरान घर के जेवर भी बेंचने पड़े। प्रदेश सरकार की पहल पर स्ट्रीट वेण्डर योजना के तहत रोजगार के लिये उसे 10 हजार रूपये का कर्ज भी दिया गया। पिछले कुछ दिनो से वह इसी हांथठेले पर चाय-नास्ता बेंच कर किसी तरह परिवार के 8 सदस्यों का पेट पाल रहा है। एक तरफ मुख्यमंत्री स्ट्रीट वेण्डरों के मदद की बात कहते हैं तो दूसरी तरफ शासकीय अधिकारी उन्हे उजाडऩे का काम कर रहे हैं। कन्हैया नामदेव ने कहा कि जब रोजगार नहीं रहेगा तो कैसे जियेंगे। इससे अच्छा है कि अपने पूरे परिवार को जहर देकर खुद भी आत्महत्या कर लें।
हांथठेला उठाने पहुंचे, तो स्ट्रीट वेंडर ने खुद पर डाल लिया केरोसीन
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