मेडिकल कॉलेज के डीन को हटाया, उपयंत्री हुए निलंबित
भोपाल । मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने बुधवार सुबह वल्लभ भवन में हमीदिया मामले में महत्वपूर्ण बैठक बुलाई थी। इस बैठक में लोक स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री प्रभुराम चौधरी, चिकित्सा शिक्षा मंत्री विश्वास सारंग, गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा, भोपाल के प्रभारी मंत्री भूपेंद्र सिंह, मुख्य सचिव, मुख्यमंत्री कार्यालय में प्रमुख सचिव, स्वास्थ्य विभाग के प्रमुख सचिव, गृह विभाग के प्रमुख सचिव समेत कई अन्य अधिकारी शामिल हुए थे। चिकित्सा स्वास्थ्य मंत्री विश्वास सारंग ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में बताया कि गांधी मेडिकल कॉलेज के डीन जितेंद्र शुक्ला, हमीदिया अस्पताल के सुपरिटेंडेंट डॉ.लोकेंद्र दवे और कमला नेहरू अस्पताल के संचालक केके दुबे को पद से हटाया गया है। सीपीए इलेक्ट्रिक डिपार्टमेंट के उपयंत्री अवधेश भदौरिया को निलंबित किया गया है। डॉ. अरविंद राय को जीएमसी का नया डीन, डॉ. दीपक मरावी को हमीदिया का नया अधीक्षक बनाया गया है। डॉ. अरविंद राय सर्जरी विभाग के एचओडी हैं और डॉ. मरावी ऑर्थोपीडिक्स के सीनियर डॉक्टर हैं।
अस्पतालों का फायर सेफ्टी ऑडिट होगा
इससे पहले इस मामले की जानकारी लेने के बाद मुख्यमंत्री ने मंगलवार को निर्देश दिए थ कि सभी सरकारी और प्राइवेट अस्पतालों का तत्काल फायर सेफ्टी ऑडिट कराया जाए। उन्होंने कहा था कि ऐसी घटना फिर न हो, इसके लिए जो भी आवश्यक उपाय होगा, राज्य सरकार उस पर अमल करेगी। कोविड-19 का इलाज करने के लिए कई अस्पतालों में ऑक्सीजन लाइन बिछाई गई हैं। इससे अस्पतालों में फायर सेफ्टी ऑडिट की और अधिक जरूरत हो जाती है।
भोपाल हादसा, दबाने-छिपाने की राजनीति
कमलनाथ ने कहा कि अभी भोपाल में 12 बच्चों की मौत हो गई। डेढ़ सौ बच्चे थे, 40 का पता है, सरकार कहती है सिर्फ 4 मरे। ये दबाने-छिपाने की राजनीति है। रोजगार, किसान, युवाओं की बात छोड़कर 2019 में मोदी राष्ट्रवाद की बात करने लगे। महंगाई से सब परेशान हैं। कमर ढीली मत कर लीजिएगा, 2023 में फिर चुनाव है। आपको फिर कांग्रेस का झंडा विधानसभा में लहराना है।