उपलब्धि: स्वच्छता सवेक्षण मे जिले की दोनो नगर पालिकाओं ने किया बेहतर प्रदर्शन
347 से उठ कर 104 रैंकिंग पर पहुंचा उमरिया, पाली मे भी हुआ सुधार
उमरिया। नगरीय निकायों मे चलाये जा रहे स्वच्छता कार्यक्रमो के बेहतर प्रबंधन का असर अब दिखाई देने लगा है। इन अभियानो के कारण ही लोगों की जागरूकता और सहभागिता मे बढ़ोत्तरी हुई है, जिससे वातावरण मे भी काफी बदलाव आया है। इसी का नतीजा है कि हाल ही मे भारत सरकार द्वारा कराये गये स्वच्छ सर्वेक्षण-2020 मे जिले की नगर पालिका परिषद उमरिया को 104वीं तथा नगर पालिका परिषद पाली को 310वीं रैंकिंग मिली है। पिछली बार हुए सर्वेक्षण मे उमरिया 347 तथा पाली 873वें स्थान पर रहा था। गौरतलब है कि यह सर्वेक्षण पश्चिमी जोन के पांच प्रदेशों के तहत उन नगर पालिकाओं मे कराया गया था जिनकी आबादी 25 हजार है।
बेहतर हो रही व्यवस्था
नगर पालिका परिषद उमरिया के मुख्य नगर पालिका अधिकारी शशिकपूर गढ़पाले ने बताया कि कलेक्टर संजीव श्रीवास्तव के मार्गदर्शन मे स्वच्छता को लेकर कई नई पहल की गई है। इनमे आवासीय और व्यवसायिक क्षेत्रों से घर-घर कचरा कलेक्शन, रात्रिकालीन सफाई, सार्वजनिक शौचालयों का प्रबंधन, लोगों को व्यक्तिगत शौचालयों का उपयोग करने के लिये प्रेरित करना, सिंगल यूज प्लास्टिक रोकना तथा इसे बेंचने और इस्तेमाल करने वालों के विरूद्ध कार्यवाही जैसे कदम शामिल हैं। परिषद के अधिकारियों, कर्मचारियों की मेहनत और जनता के सहयोग से नगर की रैंकिंग बेहतर हुई है। हमारी कोशिश है कि उमरिया प्रदेश के 10 साफ-सुथरे शहरों की सूची मे शामिल हो, लेकिन इसमे सब की सहभागिता जरूरी है।
अभियानो से मिल रहा जनता का सहयोग
वहीं नगर पालिका परिषद पाली की मुख्य नगर पालिका अधिकारी श्रीमती आभा त्रिपाठी ने भी इस सफलता का श्रेय शासन और कलेक्टर संजीव श्रीवास्तव के कुशल मार्गदर्शन को दिया है। उनका मानना है कि नगर पालिका द्वारा चलाये जा रहे जागरूकता अभियान के कारण सफाई के प्रति नागरिकों का रूझान बढ़ा है। श्रीमती त्रिपाठी ने बताया कि नगर मे स्वच्छता को दृष्टिगत रखते हुए कचरा प्रबंधन केन्द्र स्थापित किया गया है। इसके अलावा एनजीटी की गाईडलाईन के अनुसार निस्तार के पानी को जलस्त्रोंतों मे जाने से रोकने के लिये दो सीवरेज सिस्टम बनाये जा रहे हैं, जिसमे से एक का निर्माण पूरा हो चुका है। इसी तरह नगर मे एफएसटीपी की व्यवस्था भी सुनिश्चित की जा रही है।
प्रसन्न पर संतुष्ट नहीं
इस उपलब्धि के लिये दोनो निकायों के नगरवासी बधाई के पात्र हैं, जिनके सहयोग से व्यवस्था मे यह सुधार आया है। स्वच्छता के कार्य मे अभी भी बहुत कुछ किया जाना है, इसलिये रैंकिंग मे आये इस सुधार से संतुष्ट होने की जरूरत नहीं है। हमारा प्रयास है कि सम्पूर्ण जिला पूरी तरह गंदगी और प्रदूषण से मुक्त हो, तभी यह अभियान सार्थक हो सकेगा।
संजीव श्रीवास्तव
कलेक्टर, उमरिया