मुंबई से जबलपुर आए पैसेंजर ने कहा- पूरा सफर बरसात के आनंद में गुजरा
जबलपुर। मुंबई से जबलपुर आ रहे स्पाइसजेट के प्लेन की छत से पानी टपकने का VIDEO सामने आया है। प्लेन में सवार पैसेंजर ने इसका VIDEO जारी किया है। उन्होंने बताया कि उन्होंने एयर होस्टेस और कैप्टन से इसकी शिकायत की तो उन्होंने कहा- आप दूसरी सीट पर जाकर बैठ जाएं। एयर होस्टेस का कहना था कि इसके लिए हम ही जिम्मेदार हैं, आप शांत बैठे रहें। जबलपुर के रहने वाले कमल ग्रोवर ने बताया कि बुधवार को वे स्पाइसजेट की फ्लाइट SG-3003 से मुंबई से जबलपुर आए। ये फ्लाइट मुंबई से शाम 4.55 बजे उड़ान भरती है। जबलपुर शाम 6.55 तक आती है। मुंबई में वे जैसे ही फ्लाइट के अंदर गए तो सीट पानी से भीगी हुई थी। मजबूरी में बैठना पड़ा। 1 घंटे की देरी से फ्लाइट ने मुंबई से जबलपुर के लिए उड़ान भरी, तो फ्लाइट में पानी टपक रहा था। कमल ग्रोवर ने मुंबई से जबलपुर तक के सफर को अपने सोशल मीडिया अकाउंट पर शेयर करते हुए बताया कि पूरा सफर जहाज के अंदर बरसात के आनंद में गुजरा। जैसे ही फ्लाइट जबलपुर के डुमना एयरपोर्ट पर उतरी, तो इतनी गंदी लैंडिंग की गई, जैसे कि रनवे पर यात्रियों से भरे विमान को पटक दिया गया हो।
मंत्रालय में करेंगे शिकायत
कमल ग्रोवर ने स्पाइसजेट की इस लापरवाही को लेकर केंद्रीय उड्डयन मंत्रालय को शिकायत करने की बात कही है। उन्होंने बताया कि यह यात्रियों की जान के साथ खिलवाड़ है। लिहाजा, इस मामले पर केंद्रीय उड्डयन मंत्रालय को स्पाइसजेट एयरलाइन के खिलाफ सख्त से सख्त कदम उठाना चाहिए। ग्रोवर ने बताया कि इस मामले में उन्होंने एयरपोर्ट डायरेक्टर कुसुम दास और स्पाइसजेट के मैनेजर से भी बात करनी चाही, लेकिन उन्होंने कॉल रिसीव नहीं की।
जून-जुलाई में तकनीकी खराबी के 8 केस
स्पाइसजेट के विमानों में जून-जुलाई में (18 दिनों के दौरान) तकनीकी खराबी के 8 केस सामने आ चुके हैं। DGCA ने कंपनी के विमानों में लगातार आ रहीं सुरक्षा खामियों को देखते हुए शो कॉज नोटिस भी भेजा था। 27 जुलाई को DGCA ने स्पाइसजेट के विमानों की स्पॉट चेकिंग की थी। इसके बाद अगले 8 हफ्ते के लिए स्पाइसजेट की सिर्फ 50% फ्लाइट्स को उड़ान भरने का आदेश दिया था।
स्पाइसजेट के विमानों में जून-जुलाई में (18 दिनों के दौरान) तकनीकी खराबी के 8 केस सामने आ चुके हैं। DGCA ने कंपनी के विमानों में लगातार आ रहीं सुरक्षा खामियों को देखते हुए शो कॉज नोटिस भी भेजा था। 27 जुलाई को DGCA ने स्पाइसजेट के विमानों की स्पॉट चेकिंग की थी। इसके बाद अगले 8 हफ्ते के लिए स्पाइसजेट की सिर्फ 50% फ्लाइट्स को उड़ान भरने का आदेश दिया था।
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