मची चीख-पुकार, स्कूल प्रबनधन की लापरवाही का नतीजा
शहड़ोल। जिले के अंतिम छोर स्थित सीधी थाना क्षेत्र के बनसुकली अंशू भारती पब्लिक स्कूल की बड़ी लापरवाही सामने आई है। बच्चों को ले जा रही वैन का रेडिएटर अचानक फट गया। इस घटना में गर्म पानी और लोहे के टुकड़ों की चपेट में आए कई बच्चे झुलस गए। सभी घायल बच्चो को उपचार के लिए जयसिहंगर अस्पताल में भर्ती कराया गया है जहां उनका उपचार जारी है। इस घटना के बाद से वैन चालक व वैन दोनो लापता है। बच्चों के परिवारों ने स्कूल प्रबंधन पर खटारा गाड़ियों में बच्चों को स्कूल ले जाने और लापरवाही का आरोप लगाया है। वही लोगो का आरोप है कि स्कूल वैन चालक द्वारा गाड़ी का मिंटनेस नही किया जाता जिसके चलते गाड़ी हीट होकर रेडिएटर फट गया।बनसुकली स्थित अंशू भारती पब्लिक की स्कूल वैन से सुबह बच्चे स्कूल जा रहे थे। स्कूली वैन जैसे ही कुंदा टोला मोड़ के निकट पहुंची तभी उसका रेडिएटर अचानक फट गया। वैन में बैठे कई बच्चे रेडिएटर से निकले गर्म पानी और लोहे के टुकड़ों की चपेट में आकर झुलस गए। बच्चे चीखने चिल्लाने लगे। जिन्हें आनन फानन में जयसिनहंगर अस्पताल में भर्ती कराया गया है। जंहा उनका उपचार जारी है। इस घटना के बाद से वैन चालक व वैन दोनो लापता है । बच्चों के परिवारों ने स्कूल प्रबंधन पर खटारा गाड़ियों में बच्चों को स्कूल ले जाने और लापरवाही का आरोप लगाया है। वही लोगो का आरोप है कि स्कूल वैन चालक द्वारा गाड़ी का मिंटनेस नही किया जाता जिसके चलते गाड़ी हीट होकर रेडिएटर फट गया।
वही इस मामले में स्कूल के प्राचार्य प्रदीप मिश्रा का कहना है कि वैन का रेडिएटर फटने से हादसा हुआ है। कुछ बच्चे झुलसे है ,जिन्हें उपचार के लिए भर्ती कराया गया है।
कलेक्टर ने दुर्घटनाग्रस्त बच्चों से की मुलाकात
जिले के जयसिंहनगर के ग्राम वनसुकली में प्रह्लाद गुप्ता पिता दीपक गुप्ता उम्र 9 वर्ष एवं दिव्यांश सोनी पिता सुरेंद्र सोनी उम्र 8 वर्ष दुर्घटनाग्रस्त हो गए थे, जिन्हें जिला चिकित्सालय में भर्ती कराया गया था। उक्त दुर्घटनाग्रस्त भर्ती बच्चों से कलेक्टर श्रीमती वंदना वैद्य ने जिला चिकित्सालय शहडोल पहुंचकर मुलाकात की तथा उनके स्वास्थ्य की जानकारी सिविल सर्जन से प्राप्त की। इस दौरान कलेक्टर ने सिविल सर्जन को निर्देशित किया कि जब तक दोनों बच्चे सही तरह से ठीक नहीं हो जाते उनका चिकित्सकीय उपचार में किसी भी प्रकार की कोताही न बरती जाए तथा उन्हें समय-समय पर वह खुद देखने आए। निरीक्षण के दौरान कलेक्टर ने दोनों बच्चों से उनके स्वास्थ्य के संबंध में जानकारी प्राप्त करते हुए उनके शिक्षा एवं उनके रुचि के संबंध में भी जानकारी प्राप्त की। जिस पर प्रह्लाद गुप्ता ने बताया कि वह कक्षा चतुर्थ क्लास का विद्यार्थी है तथा वह बड़े उम्र खिलाड़ी बनना चाहता है, इसी प्रकार कलेक्टर ने दिव्यांश से भी उसके रुचि के संबंध में जानकारी प्राप्त की, जिस पर उसने बताया कि वह कक्षा तृतीय में पढ़ता है और बड़ा होकर डॉक्टर बनना चाहता है। जिस पर कलेक्टर ने प्रसन्नता व्यक्त करते हुए उन्हें बताया कि अगर इंसान किसी चीज को सच्चे दिल से चाहता है वह अवश्य ही प्राप्त होता है। इसके लिए कड़ी मेहनत एवं त्याग की आवश्यकता होती है, आप दोनों सच्चे दिल से पढ़ाई करो और अपने माता-पिता तथा देश का खूब नाम रोशन करो। कलेक्टर ने उन्हें शुभकामनाएं दी।
इस दौरान कलेक्टर ने जिला चिकित्सालय के अन्य विभिन्न वार्डों का निरीक्षण किया तथा भर्ती मरीजों से उनके स्वास्थ्य के संबंध में जानकारी प्राप्त की। निरीक्षण के दौरान सिविल सर्जन डॉ० जी.एस. परिहार, जिला शिक्षा अधिकारी पी.सी. मरपाची सहित जिला चिकित्सालय शहडोल का चिकित्सकीय अमला उपस्थित था।
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