अब तक हजार की हो चुकी है शिफ्टिंग, इतने ही और भेजने का है प्लान
उमरिया। एक बार फिर बांधवगढ़ राष्ट्रीय उद्यान के चीतल संजय गांधी टाईगर रिजर्व भेजे जायेंगे। नई खेप मे लगभग एक हजार जानवरों की शिफ्टिंग की जायेगी। पार्क के उप संचालक सिद्धार्थ गुप्ता ने बताया कि विभाग के निर्देशानुसार घांस खाने वाले वन्य जीवों का विस्तार कार्यक्रम के तहत पूर्व मे भी एक हजार चीतल सीधी जिले मे स्थित संजय गांधी टाईगर रिजर्व भेजे गये थे। एक बार फिर इतनी ही संख्या मे चीतल भेजे जाने हैं। जानकारों का मानना है कि इसका मकसद शाकाहारी वन्य प्राणियों की संख्या मे वृद्धि करना है। उल्लेखनीय है कि बांधवगढ़ मे चीतल बहुतायत मे हैं, जिसकी वजह से वे आसपास के ग्रामों मे किसानो की खेती को खासा नुकसान पहुंचाते हैं। जिससे लोगों मे असंतोष पैदा होता रहता है।
बाघों के भोजन की व्यवस्था
इस कार्यक्रम का दूसरा उद्देश्य बाघों के लिये भोजन की व्यवस्था करना भी है। वन्य जीव विशेषज्ञों के मुताबिक पेंच से 1000 चीतल नौरादेही और सतपुड़ा टाइगर रिजर्व तथा इतने ही चीतल बाधवगढ़ से संजय गांधी टाईगर रिजर्व भेजे जाने की अनुमति मप्र वन विभाग द्वारा दे दी गई है। उनका कहना है कि संजय गांधी टाइगर रिजर्व मे 12 से अधिक बाघ हैं, लेकिन चीतल बेहद कम हैं। चीतल छोड़ने से बाघों को आसानी से शिकार मिलेगा, वहीं इनकी संख्या भी बढ़ेगी। उनका मानना है कि बांधवगढ़ मे जीवों का संतुलन बनाये रखने के लिये इस योजना पर काम किया जा रहा है। शिङ्क्षफ्टग का कार्य 2021 तक पूरा कर लिया जायेगा।
हांथी महोत्सव मे शामिल हुए एसपी और सीईओ
जिले के बांधवगढ़ टाईगर रिजर्व मे चल रहे हांथी महोत्सव के दूसरे दिन पुलिस अधीक्षक वीके शाहवाल और सीईओ जिपं अंशुल गुप्ता ने कार्यक्रम मे शिरकत की। दोनो अधिकारियों ने सर्वप्रथम हाथियों की पूजा-अर्चना की फिर उन्हे अपने हांथों से फल, गन्ना, गुड़, नारियल इत्यादि खिलाया। इस मौके पर क्षेत्र संचालक विंसेन्ट रहीम, उप संचालक सिद्धार्थ गुप्ता, सहायक संचालक अनिल शुक्ला सहित अन्य अधिकारी, कर्मचारी तथा गणमान्य नागरिक उपस्थित थे। गौरतलब है कि टाईगर रिजर्व मे गत 21 तारीख से हांथी महोत्सव शुरू हुआ है, जो 27 सितंबर तक जारी रहेगा।
आवभगत से खुश बुजुर्ग गौतम और तूफान
उद्यान मे कुल 15 हाथी हैं। इनमे सबसे उम्रदराज गौतम है, जिसका जन्म आजादी के एक साल पहले 1946 मे हुआ था। इससे दो साल छोटा 69 वर्षीय तूफान है। जबकि दल की महत्वपूर्ण सदस्य 54 वर्षीय अनारकली है। अन्य हाथियों मे नील, श्याम और काजल हैं, जिन्हे जंगल से पकड़ कर ट्रेण्ड किया गया है। वहीं ड़ेढ साल की नन्ही लक्ष्मी सभी के आकर्षण का केन्द्र बनी हुई है। इन्हे मिला कर पूरी टीम की इन दिनो जम कर आवभगत हो रही है। इन्हे नहलाने, मालिश करने के अलावा स्वरूचि भोजन खिलाने का क्रम दिन भर चलता है। इससे हाथियों की प्रसन्नता देखते बनती है।
गाईडों के पहले बैच की ट्रेनिंग पूरी
हांथी महोत्सव के अलावा इन दिनो बांधवगढ़ मे गाईड का ट्रेनिंग प्रोग्राम भी जारी है। पहले बैच की ट्रेनिंग पूरी हो चुकी है, आज से दूसरे बैच का प्रशिक्षण शुरू होगा। उप संचालक सिद्धार्थ गुप्ता ने बताया है कि पार्क के कोर और बफर जोन मे कुल 103 गाईड हैं। जिनमे 35-35 के दो तथा 33 का एक बैच बनाया गया है। अगले मांह से पर्यटन का नया सत्र प्रारंभ होने वाला है, इसी लिहाज से सभी गाईड्स को विशेष प्रशिक्षण दिया जा रहा है।