सिविल सर्जन को नहीं हटाया तो देंगे सामूहिक इस्तीफा
शहडोल/सोनू खान। कुशाभाऊ ठाकरे जिला अस्पताल में बीते दिनों सिविल सर्जन के रूप में डॉक्टर परिहार की नियुक्ति की गई है। लेकिन नियुक्ति के बाद से ही डॉक्टर परिहार के खिलाफ जिला अस्पताल के डॉक्टरों में असंतोष व्याप्त है। डॉक्टरों का कहना है कि यह नियुक्ति नियमों की पूरी तरीके से अनदेखी है, इसलिए सिविल सर्जन के पद पर दंत चिकित्सक डॉ परिहार हमें स्वीकार नहीं है। कई तरह का प्रयास करने के बाद अब डॉक्टरों ने २४ घंटे का अल्टीमेटम दिया है और कहा है कि यदि डॉ परिहार को सिविल सर्जन के पद से नहीं हटाया गया तो जिला अस्पताल के सभी डॉक्टर सामूहिक रूप से इस्तीफा दे देंगे। डॉक्टरों के इस निर्णय से हड़कंप मचा हुआ है। एक तरफ डॉक्टर परिहार को हटाने के लिए जिला अस्पताल के डॉक्टर लामबंद हो रहे थे वहीं दूसरी ओर डॉ परिहार ने पदभार संभाल लिया और अपने कक्ष को नया लुक देने के लिए रंग रोगन का कार्य भी शुरू कर दिया। हल्ला तो इस बात को भी लेकर हो रहा है कि सिविल सर्जन कक्ष में जो तोडफ़ोड़ कर कायाकल्प किया जा रहा है उसके लिए रोगी कल्याण समिति से भुगतान किया जाएगा। जबकि किसी भी तरह के निर्माण कार्य के लिए रोगी कल्याण समिति से भुगतान करने पर रोक का निर्णय अभी हाल ही में लिया गया है।
पूर्व मे दी थी चेतावनी
जिला अस्पताल के डॉक्टरों ने बीते दिनों स्वास्थ्य मंत्री सहित विभिन्न प्रशासनिक अधिकारियों को ज्ञापन भी सौंपा था। जिसमें यह उल्लेख किया गया था कि यदि दंत चिकित्सक डॉक्टर परिहार को सिविल सर्जन के पद से नहीं हटाया जाता तो सामूहिक रूप से इस्तीफा दे देंगे। जन भावना और सेवा भाव के कारण २० चिकित्सक लगातार यहां पर अपनी सेवाएं दे रहे थे लेकिन इस दौरान प्रदेश सरकार द्वारा कोई भी खास कदम न उठाने के कारण अब फिर १९ चिकित्सकों ने एक साथ पत्र लिखकर मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी को अपनी पुरानी मांगों से अवगत कराया और यह भी पत्र में उल्लेख किया कि यदि कल तक सिविल सर्जन के पद की नियुक्ति को वापस नहीं लिया जाता या परिवॢतत नहीं किया जाता तो अपने कार्यस्थल से सभी १९ चिकित्सक अनुपस्थित रहेंगे और त्याग पत्र दे देंगे।