सामाजिक न्याय का मूल आधार है जातिगत जनगणना

सामाजिक न्याय का मूल आधार है जातिगत जनगणना

भारत जोड़ो अभियान के राष्ट्रीय संयोजक योगेंद्र यादव ने कहा-लोकतंत्र खतरे मे

बांधवभूमि, मध्यप्रदेश

उमरिया
भारत जोड़ो अभियान के राष्ट्रीय संयोजक योगेंद्र यादव ने कहा कि सामाजिक न्याय और उसकी नीतियों को आगे बढाने के लिए जातिगत जनगणना कराना अनिवार्य है। यह केवल कांग्रेस की मांग नही है, बल्कि इसे वर्ष 2010 में संसद सर्वसम्मति से पारित कर चुकी है। श्री यादव गत दिवस स्थानीय होटल मे एक पत्रकारवार्ता को संबोधित कर रहे थे। उन्होने कहा कि भारत जोड़ो अभियान की मान्यता है कि आज देश का संविधान और लोकतंत्र खतरे मे है। भारत की बुनियाद पर लगातार हमला किया जा रहा है। यह अभूतपूर्व घड़ी है, जो आपात धर्म के समय जैसा है। इस षडय़ंत्र के खिलाफ सभी को एक होने की ज़रूरत है। योगेन्द्र यादन के अनुसार जातीय जनगणना से सिर्फ जनसंख्या का अनुपात ही नही, प्रत्येक जाति के शैक्षणिक, सामाजिक और आर्थिक स्थिति के आंकड़े भी एकत्रित किये जा सकेंगे। इसी आधार पर सामाजिक न्याय की नीतियां बनाई जा सकती है। इस मौके पर अभियान के राष्ट्रीय सचिव पंकज पुष्कर ने कहा कि भारत जोड़ो यात्रा बाहर से भले ही कांग्रेस समर्थित दिखती है पर इसमे बड़ी संख्या मे गांधीवादी और रचनात्मक हस्तियां शामिल हैं। इस यात्रा से लोगो मे सकारात्मक ऊर्जा का संचार हुआ है। उन्होंने बताया कि संस्थापक अध्यक्ष स्वराज इंडिया योगेंद्र यादव ने वर्ष 2024 तक निर्वाचन मे हिस्सा न लेने का निर्णय लिया है। उन्होने कहा कि देश मे विभाजन का माहौल तथा नफरत की प्रवत्ति बढ़ रही है। ऐसे मे हमे एकता की बात कर नागरिकों को जोडऩे का काम करने की ज़रूरत है। प्रेस वार्ता में वरिष्ठ समाजसेवी एवं साहित्यकार संतोष द्विवेदी भी मौजूद थे।

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