बांधवभूमि, सोनू खान
शहडोल।कमिश्नर शहडोल संभाग राजीव शर्मा ने कहा है कि सांस्कृतिक राष्ट्रवाद कहने का विचार नहीं जीवन का विचार है। उन्होंने कहा कि हमारा देश आज भयानक सांस्कृतिक प्रलय का सामना कर रहा है, सांस्कृतिक प्रलय को रोकने, सांस्कृतिक राष्ट्रवाद और एकात्म वाद को जनमानस तक पहुंचाने में जन अभियान परिषद के सदस्य संदेशवाहक की भूमिका निभा सकते हैं। उन्होंने कहा कि सांस्कृतिक राष्ट्रवाद और एकात्म वाद का संदेश जनमानस तक पहुंचना चाहिए। कमिश्नर शहडोल संभाग श्री राजीव शर्मा आज पंडित दीनदयाल उपाध्याय की जयंती सप्ताह के अंतर्गत सांस्कृतिक राष्ट्रवाद एवं एकात्म मानव दर्शन विषय पर आयोजित व्याख्यान को संबोधित कर रहे थे। कमिश्नर ने कहा कि संसार की सारी शक्तियां हमारी भारतीय संस्कृति को मिटा देना चाहती है हमें अपनी संस्कृति को बचाने आगे आना होगा। उन्होंने कहा कि संस्कृति ही राष्ट्र है, राष्ट्र दीवार में बना नक्शा नहीं है। हमारे देश का भोजन भजन वेशभूषा खानपान नृत्य संगीत हमारी संस्कृति है। हम सर्वश्रेष्ठ संस्कृति के संवाहक हैं। जिस पर हमें गर्व होना चाहिए। उन्होंने कहा कि भारतीय संस्कृति मर्यादा और दर्शन की संस्कृति है किंतु आज दर्शन से ज्यादा प्रदर्शन हावी हो रहा है। भारतीय संस्कृति को हजारों ऋषि-मुनियों और संतों ने प्रवाहित किया है कभी पराधीन राष्ट्र में विचार खतरे में था फिर आदि शंकर जैसे महापुरुषों ने भारतीय संस्कृति को एकता के सूत्र में बांधने के प्रयास किए। उन्होंने कहा कि आज पाखंड की होड़ लगी है हम किसी का अनुशासन नहीं मानते। उन्होंने कहा कि हमें अपनी भाषा का उपयोग विनम्रता से करना चाहिए अपने कर्तव्यों और दायित्वों का निर्वहन पूरी निष्ठा के साथ करना चाहिए। गांव की जल धाराओं और वृक्षों को सुरक्षित रखना चाहिए महिलाओं और बेटियों का सम्मान करना चाहिए। बच्चों को देशी भोजन के लिए प्रेरित करना चाहिए। इस अवसर पर सामाजिक कार्यकर्ता से गंगा राजू पांडे ने कहा कि भारत की शक्ति एकात्मवाद है। उन्होंने कहा कि हमारी संस्कृति में विश्व कल्याण की सोच है हमारी भारतीय संस्कृति विश्व कल्याण कर सकती है। समारोह को संभागीय समन्वयक जन अभियान परिषद श्री प्रदीप पाठक ने भी संबोधित किया। कार्यक्रम का संचालन समन्वयक जन अभियान परिषद विवेक पांडे ने किया तथा आभार प्रदर्शन ब्लॉक समन्वयक श्रीमती प्रिया सिंह बघेल ने किया। इस अवसर पर विधायक जय सिंह मरावी एवं शहडोल संभाग के सभी जिलों के नवांकुर संस्था के सदस्य गण उपस्थित रहे।
सांस्कृतिक राष्ट्रवाद जीवन का विचार : कमिश्नर
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