समाज और राष्ट्र को दिशा देती शिक्षा
जनजातीय मंत्री सुश्री मीना सिंह ने किया मेधावी छात्र का सम्मान
बांधवभूमि, उमरिया
शिक्षा एक ऐसा धन है, जो अक्षय है। यह न खो सकता है और ना ही चोरी हो सकता है। शिक्षित व्यक्ति अपने परिवार, समाज के सांथ राष्ट्र को भी नई दिशा दे सकता है। इसलिये छात्रों को इसमे कभी कोताही नहीं बरतनी चाहिये। उक्ताशय के उद्गार शासन की जनजातीय कार्य मंत्री सुश्री मीना सिंह ने गत दिवस जिले के बिरसिंहपुर पाली स्थित विश्राम गृह मे हायर सेकेण्ड्री के मेधावी छात्र शुभम विश्वकर्मा को सम्मानित करते हुए व्यक्त किये। उन्होने कहा कि ज्ञान व्यक्ति को हमेशा सम्मान दिलाता है, जो अनुभव के सांथ बढ़ता चला जाता है। शिक्षा से कर्तव्य और अधिकार का एहसास होता है। सांथ ही विकास के नये अवसर मिलते हैं। मंत्री ने विद्यार्थियों को परिश्रम के साथ पढ़ाई करने और अपने कनिष्ठों के लिये प्रेरणा बनने की समझाईश दी।
अनेक योजनाओं का संचालन
मंत्री सुश्री सिंह ने बताया कि विद्यार्थियों की शिक्षा मे आर्थिक कमजोरी बाधा न बने, इसके लिए छात्रवृत्ति, शिष्यवृत्ति तथा उच्च तकनीकी, महाविद्यालयों मे प्रवेश पर बच्चों की फीस राज्य सरकार द्वारा वहन करने जैसी कई योजनायें संचालित की जा रही हैं।
12वीं मे पाये 95 प्रतिशत अंक
उल्लेखनीय है कि शुभम विश्वकर्मा पिता संतोष विश्वकर्मा निवासी वार्ड नंबर 6 ने हाल ही मे संपन्न कक्षा 12वीं कक्षा की परीक्षा मे 95 प्रतिशत अंक लाकर जिले मे द्वितीय स्थान प्राप्त किया है। जन जातीय कार्य मंत्री सुश्री मीना सिंह ने शुभम को गुलदस्ता भेंट कर मुंह मीठा कराया एवं उनके उज्जवल भविष्य की कामना की। इस अवसर पर नगर के कई गणमान्य नागरिक एवं जनप्रतिनिधि उपस्थित थे।
मानपुर न्यायालय भवन का निरीक्षण
जनजातीय कार्य मंत्री सुश्री मीना सिंह ने गत दिवस उपखण्ड मुख्यालय मानपुर मे नव निर्मित व्यवहार न्यायालय का निरीक्षण किया एवं व्यवस्थाओं से संबंधित आवश्यक निर्देश अधिकारियों को दिए। उन्होंने कहा कि सर्व सुविधायुक्त भवन मे न्यायाधीश और अधिवक्ताओं के सांथ पक्षकारों का कार्य भी बेहतर तरीके से संचालित हो सकेगा। इस मौके पर उन्होने तहसील मुख्यालय मे कार्यरत अधिवक्ताओं से कुशल क्षेम पूंछते हुए पूरी निष्ठा से पक्षकारों को न्याय दिलाने मे जुटे रहने की बात कही।
समाज और राष्ट्र को दिशा देती शिक्षा
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