नई दिल्ली । केंद्र की मोदी सरकार और ट्विटर के बीच एक बार फिर से नया विवाद पैदा हो सकता है। ये विवाद ट्विटर अकाउंट से ‘ब्लू टिक’ हटाने को लेकर होने की पूरी संभावना है। शनिवार सुबह ही उपराष्ट्रपति वेंकैया नायडू के ट्विटर अकाउंट से ब्लू टिक हट गया था, अब आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत का अकाउंट भी अनवेरिफाई कर दिया गया है। हालांकि, उपराष्ट्रपति नायडू का अकाउंट दो घंटे बाद दोबारा वेरिफाई कर दिया गया था। लेकिन संघ प्रमुख सहित आरएसएस के कई नेताओं के अकाउंट से ब्लू टिक हटा दिया गया है।
सुबह जब वेंकैया नायडू के अकाउंट वेरिफिकेशन को लेकर विवाद हुआ था,तब ट्विटर की ओर से सफाई में कहा गया था कि अकाउंट में लॉग इन हुए 6 महीने से ज्यादा वक्त बीत गया था, इसकारण ब्लू टिक हट गया था। मोहन भागवत के अकाउंट से भी ब्लू टिक हटने के पीछे यही वजह हो सकती है। मोहन भागवत का ट्विटर अकाउंट मई 2019 में बना था, लेकिन अभी उनके ट्विटर पर एक भी ट्वीट नहीं दिखा रहा है। भागवत से पहले आरएसएस के कई बड़े नेताओं के अकाउंट को भी ट्विटर ने अनवेरिफाई कर दिया था। इनमें सुरेश सोनी, सुरेश जोशी और अरुण कुमार जैसे नेता शामिल हैं। ट्विटर के नियम कहते हैं,कि पिछले 6 महीने में लॉग इन करना जरूरी है, तभी सक्रिय अकाउंट माना जाएगा। हालांकि, इसके लिए जरूरी नहीं है कि आप ट्वीट, रिट्वीट, लाइन, फॉलो, अनफॉलो करें।
संघ प्रमुख भागवत सहित कई नेताओं के ट्विटर अकाउंट से ब्लू टिक हटा
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