श्रृद्धाभाव से निकले मां के जवारे
सडक़ों पर बिछी हरियाली चादर, हजारों की तादाद मे पहुंचे श्रृद्धालु
बांधवभूमि, तपस गुप्ता
बिरसिंहपुर पाली। बिरासिनी मंदिर का विशाल ऐतिहासिक चल जवारा जुलूस कल शांतिपूर्वक तरीके संपन्न हो गया। जवारा जुलूस मंदिर के उत्तरी द्वार से निकल कर प्रकाश चौराहा और फिर मुख्य बाजार होते हुए बस स्टेण्ड राष्ट्रीय राजमार्ग, जनपद पंचायत कार्यालय तथा अस्पताल तिराहा होते हुए बाबूलाइन कॉलोनी पहुुुंचा। कालोनी से वापस लौटकर जुलूस पुराने अस्पताल तिराहे से थाना रोड, नगर पंचायत होता हुआ बिरासिनी मंदिर के शक्ति द्वार पहुंचकर सगरा तालाब के लिए रवाना हो गया जहां जवारों का विसर्जन किया गया। प्रशासन द्वारा विसर्जन स्थल पर प्रकाश एवं सुरक्षा के तमाम इंतजाम किए गए थे। अपने तरीके के अनूठे तथा देश भर में विख्यात इस जवारा चल समारोह में न सिर्फ जिले बल्कि अन्य प्रांतों से आये हजारों श्रद्घालु शामिल हुए। इस दौरान सडक़ पर पैर रखनें तक जगह नहीं बची थी। मां बिरासिनी मंदिर से भव्य जवारा जुलूस निकला जुलूस मे खप्पर लेकर भक्ति आवेश मे कालिका के साथ नृत्य करता पंडा और कील की खडाऊ पहनकर नाचते भक्त, भक्ति मे शक्ति का अनूठा और अद्भुत उदाहरण पेश कर रहे थे। विसर्जन के दौरान नगर मे व्यापक पुलिस बल तैनात किया गया था जिससे कभी भी कोई अप्रिय वारदात नही हुई। जवारा जुलूस के पूर्व परंपरा अनुसार कलेक्टर बुद्धेश कुमार वैद्य द्वारा माता बिरासिनी के महाकाली स्वरूप की विधि विधान से पूजा अर्चना की गयी।
ये रहे उपस्थित
इस दौरान जनजातीय कार्य मंत्री सुश्री मीना सिंह, पुलिस अधीक्षक श्रीमती निवेदिता नायडू, एसडीएम, तहसीलदार, तिलकराज सिंह, पं. प्रकाश पालीवाल, सरजू प्रसाद अग्रवाल, संजीव खण्डेलवाल सहित शहर के प्रबुद्ध नागरिकगण एवं बड़ी संख्या मे श्रद्धालुजन उपस्थित थे।
बिरासिनी सेवा समिति की सराहना
शारदेय नवरात्र पर्व के दौरान बिरासिनी सेवा समिति द्वारा इस बार भी मां बिरासनी परिसर मे लगातार नौ दिनो तक श्रद्धालुओं के लिये भण्डारे की व्यवस्था की गई। इसके अलावा समिति ने जवारा जुलूस के सांथ विविध झाकियां तथा चलित आर्केष्ट्रा निकाली, जो लोगों के लिये मनोरंजन और आस्था का केन्द्र रही। गौरतलब है कि स्थानीय युवाओं और नागरिकों के सहयोग से समिति द्वारा प्रतिवर्ष इस तरह के आयोजन किये जाते हैं। उनके प्रयासों की नगर मे सराहना हो रही है।