श्रमिक विकास की नीव का पत्थर
वन विकास निगम मे स्वास्थ्य परीक्षण और विधिक जागरूकता शिविर संपन्न
बांधवभूमि, उमरिया
हर व्यक्ति की नजर सिर्फ कंगूरे की तरफ जाती है, नींव का पत्थर सामान्य आंखों से दिखाई नहींं देता। श्रमिक वही नींव के पत्थर हैं, जिनकी मेहनत के बगैर किसी भी शहर के उन्नति की परिकल्पना व्यर्थ है। इसलिये वे समाज मे सर्वाधिक सम्मान और संरक्षण के पात्र हैं। उक्त आशय के उद्गार जिला एवं सत्र न्यायालय के प्रधान जिला न्यायाधीश तथा विधिक सेवा प्राधिकरण के अध्यक्ष श्री सनत कुमार कश्यप ने शनिवार को वन विकास निगम डिपो मे आयोजित असंगठित क्षेत्र के श्रमिकों के स्वास्थ्य परीक्षण एवं विधिक जागरूकता शिविर को संबोधित करते हुए व्यक्त किये। डीजे श्री कश्यप ने कहा कि शासन, प्रशासन और समाज का दायित्व है कि वह श्रमिकों को उनके अधिकार और प्रचलित योजनाओं से लाभान्वित कराये।
उठायें योजनाओं का लाभ:कलेक्टर
कलेक्टर संजीव श्रीवास्तव ने श्रमिकों को शुभकामनायें देते हुए कहा कि वे अपना स्वास्थ्य परीक्षण करायें ताकि उनकी सेहत हमेशा बेहतर बनी रहे। कलेक्टर ने बताया कि केन्द्र व राज्य सरकार द्वारा श्रमिक पेंशन, ई श्रम कार्ड तथा स्वास्थ्य विभाग के अंतर्गत आयुष्मान भारत सहित कई योजनायें संचालित की जा रही हैं। श्रमिक इन योजनाओं का लाभ उठायें। देश के विकास मे श्रमिकों का सदैव महत्वपूर्ण योगदान रहा है। श्रमिक स्वस्थ हो उन्हे शासन की कल्याणकारी योजनाओं का लाभ प्राप्त हो यही ऐसे कार्यक्रमों का उद्देश्य है। इस अवसर पर जिला विधिक सेवा प्राधिकरण के सचिव ने नालसा असंगठित क्षेत्र के श्रमिकों के लिए विधिक सेवायें योजना 2015 के अंतर्गत दी जाने वाली सेवाओं पर विस्तार से चर्चा की।
150 श्रमिक हुए लाभान्वित
कार्यक्रम मे सहायक श्रम अधिकारी आरके गुप्ता ने श्रम विभाग द्वारा संचालित योजनाओं की जानकारी दी। तत्पश्चात जिला चिकित्सालय से आई चिकित्सकों की टीम ने उपस्थित श्रमिकों का स्वास्थ्य परीक्षण किया तथा आवश्यकतानुसार दवायें वितरित कीं। शिविर मे करीब 150 लोग लाभान्वित हुए। शिविर मे पुलिस अधीक्षक प्रमोद सिन्हा, वन मण्डल अधिकारी मोहित सूद, प्रबंधक वन विकास निगम श्री चोपड़ा, सचिव जिला विधिक सेवा प्राधिकरण संगीता पटेल, जिला विधिक सहायता अधिकारी बीडी दीक्षित, डॉ. संदीप सिंह, डॉ. भास्कर पाण्डेय, पैरामेडिकल स्टॉफ , वरिष्ठ एकाउन्टेन्ट ओंकार सिंह, प्रतिभा सिंह सहित वन विभाग, विधिक सेवा प्राधिकरण के अधिकारी, कर्मचारी उपस्थित थे।