शिव-सावित्री के बीच तय हुई जंग
भाजपा की पांचवी सूची मे संभाग की तस्वीर साफ, ब्यौहारी से फिर शरद को टिकट
बांधवभूमि, उमरिया
जिले की बांधवगढ़ विधानसभा सीट पर वर्तमान विधायक शिवनारायण सिंह का मुकाबला श्रीमती सावित्री सिंह से होगा। भाजपा द्वारा जारी पांचवी सूची मे संभाग की तस्वीर पूरी तरह साफ हो गई है। बांधवगढ़ की तरह पार्टी ने ब्यौहारी से भी सिटिंग एमएलए शरद जुगलाल कोल को फिर से टिकट दिया है। कांग्रेस ने यहां रामलखन सिंह को मैदान मे उतारा है। यह दूसरा मौका है, जब सावित्री और शिव के बीच चुनावी भिड़ंत होगी। इससे पहले ज्ञान सिंह के सांसद निर्वाचित होने के बाद वर्ष 2017 मे रिक्त हुई बांधवगढ सीट पर उपचुनाव की नौबत आई थी। जिसमे भाजपा ने शिवनरायण सिंह तथा कांग्रेस ने सावित्री सिंह को उम्मीदवार बनाया था। उपचुनाव मे शिवनारायण सिंह पहली बार निर्वाचित हो कर विधानसभा पहुंचे थे। वर्ष 2018 मे भाजपा ने पुन: उन्हे बांधवगढ़ से प्रत्याशी बनाया जबकि कांग्रेस की ओर से ध्यान सिंह समर मे उतरे थे। इसमे भी शिवनारायण सिंह को विजयश्री हांसिल हुई।
कार्यकर्ताओं ने मनाया जश्न
शनिवार को बांधवगढ़ प्रत्याशी शिवनारायण सिंह के नाम का ऐलान होते ही पूरे विधानसभा क्षेत्र मे जश्न मनाया गया। कई स्थानो पर कार्यकर्ताओं ने पटाखे फोड़े बौर मिठाई बांट कर अपनी खुशी का इजहार किया। दरअसल बांधवभूमि ने अपने 21 अक्टूबर के अंक मे पाठकों को अवगत करा दिया था कि भाजपा द्वारा शिवनारायण सिंह को बांधवगढ़ से उम्मीदवार बनाने का इशारा करते हुए उन्हे अपना नामांकन प्रस्तुत करने को कह दिया गया है। उसी के अनुरूप विधायक श्री सिंह ने शनिवार को अपने समर्थकों के सांथ कलेक्ट्रेट कार्यालय पहुंच कर रिटर्निग आफिसर विधानसभा क्षेत्र 89 बांधवगढ़ के समक्ष अपना पर्चा दाखिल कर दिया। इसी के सांथ बांधवगढ़ विधानसभा क्षेत्र के लिये पहला नामनिर्देश पत्र प्राप्त हो गया है। भाजपा के सूत्रों ने बताया कि आने वाले दिनो मे पार्टी प्रत्याशी जुलूस के सांथ नामांकन का एक और सेट प्रस्तुत करेंगे।
शुरू हुआ मान मनौव्वल का दौर
दोनो विधानसभा सीटों पर भाजपा और कांग्रेस द्वारा अपने प्रत्याशियों की घोषणा किये जाने के सांथ ही जिले का वातावरण चुनावी मोड मे आने लगा है। मुख्य प्रतिद्वंदी पार्टियों के उम्मीदवार रूठे नेताओं को मनाने मे जुट गये हैं। भाजपा मे जहां मानपुर और बांधवगढ़ के लिये चेहरे लगभग तय थे, वहां अन्य दावेदर नहीं के बराबर थे परंतु कांग्रेस की ओर से दोनो ही विधानसभा क्षेत्रों मे 6 से 10 लोगों ने टिकट की मांग की थी। अब पार्टी के प्रत्याशी उम्मीदवारी से वंचित दावेदारों के पास पहुंच कर उनकी मान मनौव्वल कर रहे हैं। इसके अलावा उनके सांमने संभावित प्रत्याशियों के समर्थकों को भी साधने की चुनौती है। देखना होगा कि यह कवायद कितनी कारगर होती है। जिस दल मे इस तरह का डेमेज कंट्रोल नहीं हुआ, उसे चुनाव मे नुकसान का सामना भी करना पड़ सकता है।
17 नवंबर को डाले जायेंगे वोट
मध्यप्रदेश विधानसभा के गठन हेतु चुनाव की अधिसूचना जारी किये जाने सांथ ही जिले के दोनो विधानसभा क्षेत्रों के उम्मीदवारों से नामनिर्देशन प्राप्त करने का सिलसिला शुरू हो गया है। भारत निर्वाचन आयोग द्वारा जारी कार्यक्रम के अनुसार 30 अक्टूबर तक नामांकन प्राप्त किये जायेंगे। इसके दूसरे दिन अर्थात 31 तारीख को नामांकन पत्रों की संवीक्षा एवं 2 नवंबर तक नाम वापसी का दिन तय है। जिले मे मतदान 17 नवंबर को कराया जायेगा। वहीं मतों की गणना और परिणामो की घोषणा 3 दिसंबर 23 को की जायेगी।